Sunday, March 17, 2019

चार्टर्ड एकाउंटेंट्स इंस्टीट्यूट प्रशासन के साफ निर्देश के बावजूद इंदौर ब्रांच के चेयरमैन पंकज शाह टैक्स प्रैक्टिशनर एसोसिएशन के साथ मिलकर होली मिलन समारोह करने पर अड़े हुए हैं

इंदौर । इंदौर ब्रांच के चेयरमैन पंकज शाह तथा ब्रांच के अन्य पदाधिकारियों ने 18 मार्च के होली मिलन समारोह को लेकर चार्टर्ड एकाउंटेंट्स इंस्टीट्यूट के पदाधिकारियों को जिस तरह से छकाया हुआ है, उसमें इंस्टीट्यूट के पदाधिकारियों की घटती/गिरती साख के संकेत और सुबूत को देखा/पहचाना जा सकता है । इंस्टीट्यूट की यूँ तो काफी अहमियत है और इसके पदाधिकारी बड़े बड़े नेताओं और कॉर्पोरेट क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ प्रसन्न मुद्रा में तस्वीरें खिंचवाते और उन्हें दिखाते रहते हैं; लेकिन अपने 'घर' में उन बेचारों की हालत यह रहती है कि घर के 'छोटे-मोटे लोग' तक उनकी सुनते/मानते नहीं हैं । इसका बिलकुल ताजा उदाहरण इंदौर में देखने को मिल रहा है । इंदौर ब्रांच ने 18 मार्च को होली मिलन समारोह के आयोजन की घोषणा की हुई है, जबकि इंस्टीट्यूट प्रशासन की तरफ से स्पष्ट हिदायत है कि ब्रांचेज किसी भी नॉन-एजुकेशनल कार्यक्रम पर पैसा खर्च नहीं करेंगी । इंस्टीट्यूट में हालाँकि देखने में आता है कि 'नीचे' से 'ऊपर' तक के पदाधिकारी इंस्टीट्यूट के पैसे को अपने 'बाप' का पैसा समझते हैं और उसे मनमाने तरीके से खर्च करते हैं । इसी 'परंपरा' का पालन करते हुए इंदौर ब्रांच के पदाधिकारियों ने होली मिलन समारोह के आयोजन की घोषणा कर दी । इंस्टीट्यूट में इसकी शिकायत हो गई । इंस्टीट्यूट प्रशासन ने इंदौर ब्रांच के चेयरमैन पंकज शाह को साफ निर्देश दिए कि वह यह कार्यक्रम नहीं कर सकते हैं; लेकिन आरोपों के अनुसार, पंकज शाह के कानों पर जूँ रेंगती हुई नहीं दिख रही है । 
इंदौर में कई लोग इस आयोजन के पीछे पंकज शाह की 'बिजनेस एप्रोच' को भी देख/पहचान रहे हैं, जिसके कारण इंस्टीट्यूट के मुख्यालय से मिले निर्देश की भी वह परवाह करते हुए नहीं दिख रहे हैं । उल्लेखनीय है कि पंकज शाह प्रोफेशनली इनकम टैक्स की प्रैक्टिस करते हैं, और 18 मार्च का होली मिलन समारोह वह इंदौर की टैक्स प्रैक्टिशनर एसोसिएशन के साथ मिलकर कर रहे हैं - जिसके चलते लोग मान रहे हैं कि उक्त कार्यक्रम वास्तव में पंकज शाह का डिपार्टमेंट से जुड़े लोगों के बीच अपनी लॉबिइंग के लिए है; होली मिलन तो बस बहाना है । ऐसे में, यदि वह कार्यक्रम रद्द करते हैं, तो डिपार्टमेंट से जुड़े लोगों के बीच उनकी बड़ी फजीहत होगी । अपने आप को फजीहत से बचाने के लिए पंकज शाह इंस्टीट्यूट और उसके पदाधिकारियों की फजीहत करने को तैयार हो गए हैं । लोगों का कहना है कि अपने आप को और इंस्टीट्यूट व उसके पदाधिकारियों को फजीहत से बचाने का पंकज शाह के पास एक बड़ा आसान तरीका यह है कि वह इंस्टीट्यूट को सूचित कर दें कि उक्त कार्यक्रम वह ब्रांच/इंस्टीट्यूट के पैसे से नहीं कर रहे हैं, लेकिन पंकज शाह ऐसा नहीं कर रहे हैं - जिसके चलते मामला भड़का हुआ है ।
पंकज शाह को इंस्टीट्यूट प्रशासन की तरफ से लिखा/भेजा गया निर्देश इस प्रकार है :


इंस्टीट्यूट प्रशासन के स्पष्ट निर्देश के बाद भी पंकज शाह मनमाने तरीके से 18 मार्च को होली मिलन समारोह कर रहे हैं, इसकी शिकायत की प्रति यह है :