नई दिल्ली । रविंद्र उर्फ रवि गुगनानी के बाद, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के संभावित उम्मीदवारों में, अब अजीत जालान भी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनोद बंसल तथा डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय भाटिया से नाराज हो चले हैं - जिसके चलते अजीत जालान की उम्मीदवारी तो खतरे में पड़ती दिख ही रही है, साथ ही डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति में गर्मी भी बढ़ गई लग रही है । अजीत जालान इन दिनों विनोद बंसल और विनय भाटिया पर भड़के हुए नजर आ रहे हैं, और उन्हें जहाँ कहीं मौका मिलता/दिखता है, वह इन दोनों से मिले धोखे का रोना लेकर बैठ जाते हैं । सेक्रेटरीज इलेक्ट ट्रेनिंग सेमीनार में लोगों के बीच घूम घूम कर अजीत जालान ने अपना दुखड़ा खूब रोया । अजीत जालान के भड़कने का कारण यह है कि विनोद बंसल और विनय भाटिया ने अचानक से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए अशोक कंतूर की उम्मीदवारी का समर्थन करने की घोषणा कर दी है, और अजीत जालान को उन्होंने बीच मँझधार में छोड़ दिया है । विनोद बंसल और विनय भाटिया के इस अचानक बदले रवैये से अजीत जालान हक्के-बक्के रह गए हैं; क्योंकि अभी तक यह दोनों उनकी उम्मीदवारी को प्रमोट करने के लिए तरह तरह के उपाय कर रहे थे, और उनके साथ मिल कर उनके चुनाव अभियान की योजना बना रहे थे । अजीत जालान का कहना है कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि विनोद बंसल और विनय भाटिया उन्हें इस तरह से धोखा देंगे । अजीत जालान के साथ हुए इस 'हादसे' ने रवि गुगनानी के साथ किए गए विनोद बंसल और विनय भाटिया के बर्ताव की घटना को लोगों के बीच ताजा कर दिया है । उल्लेखनीय है कि इन दोनों से मिले धोखे से रवि गुगनानी इस कदर भड़के थे कि उन्होंने डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के पहले प्रमुख सत्र का बहिष्कार ही कर दिया था, और फिर बाद में वह डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की चुनावी दौड़ से भी बाहर हो गए थे । रवि गुगनानी की तरह, विनोद बंसल तथा विनय भाटिया से मिले धोखे के बाद, अजीत जालान की उम्मीदवारी को भी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की चुनावी दौड़ से बाहर निकलते 'देखा' जा रहा है ।
अजीत जालान ने ही सेक्रेटरीज इलेक्ट ट्रेनिंग सेमीनार में जुटे लोगों को बताया कि इंटरनेशनल डायरेक्टर का चुनाव/चयन करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी के लिए विनय भाटिया की उम्मीदवारी को समर्थन दिलवाने के लिए सौदेबाजी करने के उद्देश्य से उनकी उम्मीदवारी की बलि चढ़ाई गई है । दरअसल पिछले दिनों उक्त कमेटी के लिए पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक तलवार की उम्मीदवारी की घोषणा होने के बाद डिस्ट्रिक्ट के राजनीतिक समीकरणों में तेजी से उलटफेर हुआ है । दीपक तलवार की उम्मीदवारी को जिस तरह से 12/14 पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की मीटिंग में हरी झंडी मिली है, उसे देख/जान कर विनोद बंसल को भी तेजी से सक्रिय होने की जरूरत महसूस हुई । असल में, उक्त कमेटी के लिए विनोद बंसल ने विनय भाटिया को उम्मीदवार बनाने की तैयारी की हुई है । उक्त कमेटी के लिए निवर्त्तमान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी भी ताल ठोकते हुए सुने जा रहे हैं । अजीत जालान के अनुसार, विनोद बंसल ने अशोक कंतूर की उम्मीदवारी का समर्थन यही सोच कर किया है कि ऐसा करके वह रवि चौधरी के साथ इंटरनेशनल डायरेक्टर का चुनाव/चयन करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी के लिए विनय भाटिया की उम्मीदवारी के समर्थन के लिए सौदेबाजी कर लेंगे । अशोक कंतूर चूँकि रवि चौधरी के उम्मीदवार हैं, इसलिए विनोद बंसल को उम्मीद है कि वह अशोक कंतूर की उम्मीदवारी के समर्थन के बदले में इंटरनेशनल डायरेक्टर का चुनाव/चयन करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी के लिए विनय भाटिया की उम्मीदवारी के लिए रवि चौधरी का समर्थन प्राप्त कर लेंगे ।
मजे की बात यह देखने में आ रही है कि विनोद बंसल से मिले झटके से अजीत जालान भड़के हुए तो हैं, लेकिन भड़कते हुए भी वह विनोद बंसल की 'फ़िक्र' भी कर रहे हैं । भविष्यवक्ता बन कर वह बता रहे हैं कि विनोद बंसल ने जैसे पहले रवि गुगनानी को और अब उन्हें धोखा दिया है, वैसे ही वह भी धोखा खायेंगे । अजीत जालान की भविष्यवाणी है कि जिन रवि चौधरी का समर्थन जुटाने के लिए विनोद बंसल ने उन्हें धोखा दिया है, उन्हीं रवि चौधरी से वह खुद धोखा पायेंगे । विनय भाटिया के लिए भी अजीत जालान की घोषणा है कि जल्दी ही वह भी विनोद बंसल की धोखाधड़ी का शिकार होंगे, क्योंकि रवि चौधरी इंटरनेशनल डायरेक्टर का चुनाव/चयन करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी के लिए विनय भाटिया की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए अपनी उम्मीदवारी छोड़ेंगे नहीं - और तब विनोद बंसल, विनय भाटिया को भी गच्चा दे देंगे । अजीत जालान की भविष्यवाणियाँ कितनी सच होंगी, यह तो समय बतायेगा - अभी लेकिन विनोद बंसल और विनय भाटिया की पलटीबाजी से अजीत जालान की उम्मीदवारी खतरे में पड़ी नजर आ रही है । विनोद बंसल और विनय भाटिया से मिले धोखे पर अजीत जालान जिस तरह से भड़के हुए हैं, और इन दोनों के खिलाफ जिस तरह की बातें कर रहे हैं - उससे डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति का तापमान लेकिन खासा बढ़ गया है ।