Monday, September 11, 2017

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की नॉर्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के एक पदाधिकारी नितिन कँवर पहले अतुल गुप्ता और अब विजय गुप्ता जैसे सेंट्रल काउंसिल सदस्यों तक के साथ बदतमीजी करने का हौंसला आखिर पा कहाँ से रहे हैं ?

नई दिल्ली । जहाँ तहाँ और जिस तिस के साथ बदतमीजी करने के मामले में कुख्याति का रिकॉर्ड बना रहे नॉर्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल में निकासा चेयरमैन नितिन कँवर के अब सेंट्रल काउंसिल सदस्य विजय गुप्ता के साथ भिड़ने का प्रसंग सामने आया है । इससे पहले सेंट्रल काउंसिल के ही एक अन्य सदस्य अतुल गुप्ता के साथ उन्होंने जमकर बदतमीजी की थी । उससे भी पहले नितिन कँवर ने रीजनल काउंसिल की मीटिंग में काउंसिल के कुछेक सदस्यों के साथ इस हद तक बदतमीजी की कि उनकी बदतमीजी का शिकार काउंसिल सदस्यों को पुलिस में रिपोर्ट करने का कदम उठाने के बारे में सोचना पड़ा था । नितिन कँवर ने लेकिन विजय गुप्ता के साथ जो किया, वह इस संदर्भ में बड़ा मामला है कि विजय गुप्ता तो उनकी बदतमीजी का नाहक ही शिकार बन गए; विजय गुप्ता का कुसूर तो सिर्फ यह था कि वह इंस्टीट्यूट के एक महत्त्वपूर्ण आयोजन को मजाक बना देने की नितिन कँवर की हरकत को रोकने का प्रयास कर रहे थे - जिसके नतीजे के रूप में उन्हें नितिन कँवर की बदतमीजी का शिकार बनना पड़ा ।
घटना पिछले सप्ताह दिल्ली में हुए इंस्टीट्यूट के कॉन्वोकेशन समारोह की है, जिसमें इंस्टीट्यूट के नए बने सदस्यों को मेंबरशिप सर्टीफिकेट देने का काम किया जा रहा था । इस कॉन्वोकेशन समारोह को संपन्न करवाने की जिम्मेदारी विजय गुप्ता निभा रहे थे । एक सामान्य व्यवस्था के तहत इंस्टीट्यूट के नए बने सदस्यों को एक तरफ से मंच पर आना था और समारोह के मुख्य अतिथि से मेंबरशिप सर्टीफिकेट लेकर दूसरी तरफ से निकल जाना था । मंच पर मुख्य अतिथि की मदद के लिए विजय गुप्ता उनके साथ ही खड़े थे तथा सेंट्रल काउंसिल व नॉर्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के कुछेक सदस्य भी उनके साथ मंच पर थे । कार्यक्रम और मंच की गरिमा और प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए मंच पर मौजूद लोगों से उम्मीद की जाती है कि वह अपना सारा ध्यान 'मुख्य गतिविधि' पर रखेंगे तथा अपनी कोई अलग गतिविधि नहीं करेंगे - जो मुख्य गतिविधि से लोगों का ध्यान भटकाए । लेकिन इंस्टीट्यूट और काउंसिल की गतिविधियों को अपनी हरकतों से मजाक बना देने और शर्मिंदा कर देने के मामले में कुख्याति पा और बार बार लताड़ खा चुके नितिन कँवर यहाँ भी अपने व्यवहार का घटियापन दिखाने से बाज नहीं आए ।
नितिन कँवर मंच पर उस तरफ के किनारे पर खड़े थे, जिस तरफ से नए सदस्यों को सर्टीफिकेट लेने आना था । मंच पर मौजूद सभी सदस्यों को ध्यान कार्यक्रम की मुख्य गतिविधि पर ही केंद्रित था - लेकिन बदतमीजी दिखाने के अपने स्वभाव के अनुसार, नितिन कँवर मुख्य गतिविधि पर ध्यान केंद्रित करने की बजाए अपनी बारी का इंतजार कर रहे नए सदस्य से बातें करने और हाथ मिलाने के काम में मशगूल हो गए । स्वाभाविक रूप से उनकी यह हरकत कार्यक्रम को डिस्टर्ब कर रही थी । उनके बगल में खड़े रीजनल काउंसिल के सदस्य दीपक गर्ग और सुमित गर्ग ने उन्हें कई बार टोका भी कि वह यह हरकत न करें, विजय गुप्ता ने भी कई बार इशारों में उन्हें समझाने की कोशिश की - लेकिन नितिन कँवर अपनी हरकत से बाज नहीं आए । एक मौके पर तो विजय गुप्ता को उनकी हरकत पर इतना तेज गुस्सा आया कि ऊँगली से इशारा करते हुए उन्होंने नितिन कँवर को कस कर डाँटा भी और दूसरी तरफ के किनारे पर खड़े होने को कहा । नितिन कँवर लेकिन इतने बेशर्म निकले कि विजय गुप्ता की डाँट खाने और दूसरी तरफ धकेले जाने के बाद भी अपनी हरकत से बाज नहीं आए । दूसरी तरफ, सर्टीफिकेट लेकर निकल रहे सदस्यों को रोक कर नितिन कँवर ने उनसे गले मिलने का अपना कार्यक्रम शुरू कर दिया । इस पर विजय गुप्ता ने उन्हें फिर हड़काया, तो वह मंच पर ही विजय गुप्ता से बदतमीजी करने पर उतर आए । नितिन कँवर का कहना रहा कि वह इलेक्टेड मेंबर हैं और विजय गुप्ता उन्हें इस तरह नहीं डाँट सकते । विजय गुप्ता का कहना था कि इलेक्टेड मेंबर होने के नाते तुम्हें हर जगह हरकत करने और बदतमीजी करने का अधिकार नहीं मिल जाता है । नितिन कँवर ने उनसे मुँहजोरी करना जारी रखा, तो विजय गुप्ता को कहना पड़ा कि मैं तुम्हारी 'ऊपर' शिकायत करूँगा - इस पर नितिन कँवर ने उन पर पलटवार किया कि मैं भी तुम्हारी शिकायत करूँगा ।
विजय गुप्ता से नितिन कँवर को इस तरह उलझता देख मौके पर मौजूद लोगों को लगा कि नितिन कँवर जैसे लोगों ने इंस्टीट्यूट का कैसा क्या हाल बना दिया है । कई लोगों का कहना रहा कि सेंट्रल काउंसिल के सदस्य यदि अतुल गुप्ता के साथ की गई नितिन कँवर की बदतमीजी को गंभीरता से लेते और उनके खिलाफ कार्रवाई करते/करवाते, तो नितिन कँवर की विजय गुप्ता के साथ बदतमीजी करने की हिम्मत नहीं होती; इन लोगों की चेतावनी है कि नितिन कँवर को अब भी यदि ऐसे ही 'छोड़' दिया गया तो इससे नितिन कँवर के हौंसले और बुलंद होंगे और तब सेंट्रल काउंसिल के अन्य सदस्यों को भी उनकी और ज्यादा बदतमीजियों का शिकार बनकर अपमानित होना पड़ेगा । रीजनल काउंसिल और ब्रांचेज में नितिन कँवर द्वारा की जाने वाली हरकतों और बदतमीजियों पर सेंट्रल काउंसिल सदस्य चुप्पी साध लेते रहे हैं - यह बात तो फिर भी समझ में आती है; लेकिन पहले अतुल गुप्ता और अब विजय गुप्ता के साथ की गई नितिन कँवर की बदतमीजी पर भी सेंट्रल काउंसिल सदस्य यदि चुप्पी मार लेते हैं, तो यही समझा जायेगा कि नितिन कँवर की बदतमीजी के सामने सभी लाचार हैं और सभी ने समर्पण कर दिया है ।
(ऊपर की तस्वीर में विजय गुप्ता ऊँगली के इशारे के साथ नितिन कँवर को डाँटते हुए नजर आ रहे हैं, तो नीचे की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि नितिन कँवर को चाहें किसी भी तरफ खड़ा कर दो - बदतमीजी करने का मौका वह बना ही लेते हैं ।)