Wednesday, November 22, 2017

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में रवि चौधरी के साथ 'दोस्ताना' दिखा दिखा कर विनय भाटिया क्या विनोद बंसल पर डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर पद छोड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं ?

फरीदाबाद । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट विनय भाटिया और उनके खासमखास पप्पूजीत सिंह सरना ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव के संबंध में जिस तरह की सक्रियता और संलग्नता दिखाना शुरू किया है, उसने विनोद बंसल के लिए गंभीर समस्या और मुसीबत पैदा कर दी है - और उनके लिए डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का पद बचाए रख पाना खासा चुनौतीपूर्ण हो गया है । मौजूदा डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी पिछले कुछ समय से विनोद बंसल के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं ही, जिसके तहत वह विनोद बंसल को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर पद से हटाने के लिए विनय भाटिया पर दबाव भी बना रहे हैं । विनोद बंसल को विनय भाटिया ने अपने गवर्नर-काल के लिए डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर नियुक्त किया हुआ है । दोनों के बीच के संबंधों से परिचित लोगों को लगता था कि विनय भाटिया का गवर्नर-काल विनोद बंसल ही चलायेंगे, लेकिन देखने में आ रहा है कि रवि चौधरी ने विनय भाटिया पर इस तरह से कब्जा जमा लिया है कि विनय भाटिया तो उनकी कठपुतली लगने/दिखने ही लगे हैं - विनोद बंसल के लिए भी 'इज्जत' बचाना मुश्किल हो रहा है । विनय भाटिया द्वारा आयोजित पेम टू के कुछेक आयोजनों में विनोद बंसल को अनुपस्थित पा कर इस बात को और हवा मिली है कि डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद पर विनोद बंसल अब शायद ज्यादा दिन न रह पाएँ । पेम टू के कुछेक आयोजनों में अपनी उपस्थिति को लेकर तो विनोद बंसल ने लोगों को सफाई दी कि प्रोफेशनल तथा रोटरी इंटरनेशनल के कुछेक असाइनमेंट को पूरा करने के लिए उन्हें दिल्ली से बाहर रहना पड़ा और इसलिए वह उक्त आयोजनों में शामिल नहीं हो सके; साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि विनय भाटिया जिस क्षण उनसे डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का पद छोड़ने के लिए कहेंगे, वह जरा भी देर नहीं करेंगे और तुरंत ही पद छोड़ देंगे ।
विनय भाटिया के नजदीकियों का कहना है कि विनय भाटिया की विनोद बंसल से डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का पद छोड़ देने के लिए कहने की तो हिम्मत नहीं है - लेकिन वह लगातार ऐसी हरकतें कर रहे हैं और ऐसे हालात बना रहे हैं, जिससे कि विनोद बंसल खुद ही डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का पद छोड़ दें । दरअसल रवि चौधरी ने जिस तरह से विनोद बंसल के खिलाफ जहर उगलना जारी रखा हुआ है  और रोटरी क्लब दिल्ली राजधानी के पूर्व प्रेसीडेंट राजेश गुप्ता के एक प्रोजेक्ट को मिली करीब सवा चार करोड़ रुपए की ग्लोबल ग्रांट के साथ नाम जोड़ कर विनोद बंसल को जिस तरह से बदनाम करने की मुहिम छेड़ी हुई है - उसके बाद भी विनय भाटिया ने रवि चौधरी के साथ जिस तरह के घुलमिल वाले संबंध बना रखे हैं, उसे विनोद बंसल के खिलाफ रवि चौधरी और विनय भाटिया की मिलीजुली 'योजना' के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । विनय भाटिया को कुछेक लोगों ने समझाया भी कि रवि चौधरी के चक्कर में रहोगे तो उसके जैसी ही बदनामी को प्राप्त होगे, इसलिए उससे बच कर तथा उससे दूर रहो । विनय भाटिया को यह भी बताने/समझाने के प्रयास हुए हैं कि तुम्हारा कार्यकाल अभी शुरू हो रहा है, इसलिए इस समय तुम्हें थोड़ा संजीदगी से काम और 'व्यवहार' करना चाहिए । विनय भाटिया पर लेकिन इन सभी समझाइसों का कोई असर देखने को नहीं मिला है, और वह लगातार रवि चौधरी के ही रंग में रंगे देखे जाते रहे । इससे लोगों ने समझ लिया है कि विनय भाटिया के 'रंग-ढंग' भी रवि चौधरी जैसे ही हैं । हालाँकि इससे  भी बात ज्यादा बड़ी नहीं बनी; लेकिन बात 'बड़ी' तब बनी जब विनोद बंसल के खिलाफ रवि चौधरी द्वारा मोर्चा खोले जाने के बाद भी विनय भाटिया को रवि चौधरी के साथ हमेशा ही खुसर-पुसर करते हुए देखा जा रहा है । 
विनोद बंसल के लिए परेशानी का सबब बने रवि चौधरी और विनय भाटिया के 'दोस्ताने' के साथ-साथ रही सही कसर पप्पूजीत सिंह सरना की राजनीतिक हरकतों ने पूरी कर दी है । पप्पूजीत सिंह सरना ने फरीदाबाद में संजीव राय मेहरा की उम्मीदवारी के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए जिस तरह से अभियान चलाया हुआ है, और अपने अभियान में कहीं कहीं जिस तरह से विनय भाटिया को भी शामिल किया हुआ है - उससे डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर होने के नाते विनोद बंसल के लिए मुसीबत पैदा हो गई है, क्योंकि इनकी हरकतों के लिए ठीकरा लोग विनोद बंसल के सिर पर ही फोड़ते हैं । लोगों को लगता है कि विनय भाटिया और पप्पूजीत सिंह सरना डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की चुनावी राजनीति के संदर्भ में जो कुछ भी कर रहे हैं, उसके लिए उन्हें विनोद बंसल ही प्रोत्साहित कर रहे हैं । इनकी हरकतों के चलते विनोद बंसल के लिए लोगों को यह कहना/समझाना मुश्किल हो रहा है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में उनकी न तो कोई दिलचस्पी है और न कोई संलग्नता । उल्लेखनीय है कि चुनावी राजनीति में भूमिका निभाने के कारण रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड पप्पूजीत सिंह सरना को सीधे सीधे लताड़ चुका है; उस लताड़ के चलते पप्पूजीत सिंह सरना को डिस्ट्रिक्ट में कोई महत्त्वपूर्ण पद मिलना ही नहीं चाहिए था - लेकिन विनय भाटिया को डरा-धमका कर पप्पूजीत सिंह सरना ने सबसे महत्त्वपूर्ण पद तो हथिया ही लिया है - साथ ही अपनी हरकतों को भी जारी रखा हुआ है । विनोद बंसल जान/समझ रहे हैं कि विनय भाटिया और पप्पूजीत सिंह सरना की इन हरकतों की खबरें रोटरी के बड़े नेताओं और पदाधिकारियों तक पहुँच ही रही होंगी, और जो रोटरी के बड़े नेताओं व पदाधिकारियों के बीच उनकी बदनामी कर/करा रही होंगी । इसी से लोगों को लग रह है कि विनय भाटिया के गवर्नर-काल में डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का पद लेकर विनोद बंसल ने वास्तव में मुसीबत मोल ले ली है । कुछेक लोगों को यह बात भी हालाँकि समझ में नहीं आ रही है कि विनोद बंसल आखिर रवि चौधरी, विनय भाटिया, पप्पूजीत सिंह सरना जैसे लोगों के सामने मजबूर क्यों बने हुए हैं ?