Sunday, November 18, 2018

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में अजीत जालान को विश्वास है कि अगले वर्ष उन्हें डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी चुनवाने के वायदे को पूरा करने के लिए विनोद बंसल कुछ भी तिकड़म लगा कर रवि गुगनानी की उम्मीदवारी को वापस करवा ही देंगे

नई दिल्ली । रवि गुगनानी की अगले रोटरी वर्ष के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए प्रस्तुत उम्मीदवारी ने डिस्ट्रिक्ट के चुनावी परिदृश्य में तो हलचल मचा ही दी है, साथ ही साथ पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनोद बंसल के लिए भी भारी संकट पैदा कर दिया है । विनोद बंसल ने अगले रोटरी वर्ष के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए अजीत जालान की उम्मीदवारी को प्रस्तुत करवाने की तैयारी की हुई है । अजीत जालान को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर (नॉमिनी) बनवाने का विनोद बंसल का पुराना वायदा है, जिसे अगले वर्ष निभाने की उनकी तैयारी है । विनोद बंसल के लिए लेकिन समस्या की बात यह हुई है कि रवि गुगनानी के उम्मीदवार होने की स्थिति में उनके लिए अजीत जालान की उम्मीदवारी का झंडा उठाये रख पाना मुश्किल होगा, क्योंकि रवि गुगनानी के साथ भी उनके बहुत विश्वास और सहयोग के संबंध हैं । रोटरी में सक्रियता और कामकाज को लेकर अजीत जालान और रवि गुगनानी में जो बड़ा अंतर है, उसे देखते हुए विनोद बंसल के लिए अजीत जालान की खातिर रवि गुगनानी के साथ अपने संबंधों को दाँव पर लगाना घाटे का सौदा भी साबित हो सकता है । रवि गुगनानी के लिए अजीत जालान को 'छोड़' देने में तो उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन अजीत जालान के लिए रवि गुगनानी को छोड़ना उन्हें भारी पड़ सकता है । इस वर्ष हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में तो विनोद बंसल को तगड़ा झटका लगा ही है, लगातार दूसरे वर्ष डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति में झटका खाने पर इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के लिए की जा रही उनकी तैयारी पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है, इसलिए अगले वर्ष के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए बिछाई जा रही राजनीतिक बिसात में उनके सामने अपनी भूमिका गंभीरता से चुनने और तय करने की चुनौती आ खड़ी हुई है ।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में विनोद बंसल ने शुरू में तो खुलकर अशोक कंतूर की उम्मीदवारी का झंडा उठाया हुआ था, और वह अनूप मित्तल को दो-तीन वर्ष डिस्ट्रिक्ट में और काम करने की सलाह देते हुए चुनावी दौड़ से बाहर होने/रहने के लिए प्रेरित कर रहे थे; लेकिन बाद में अपने नजदीकियों को अशोक कंतूर के लिए काम करने में लगाकर खुद पर्दे के पीछे चले गए थे और अपने आप को चुनाव से दूर 'दिखाने' लगे थे । विनोद बंसल ने 'व्यवस्था' तो अच्छी की थी, लेकिन अनूप मित्तल की चुनावी जीत ने उनकी व्यवस्था पर पानी फेर दिया और उनके लिए मुश्किलें बढ़ाने वाला काम किया है । विनोद बंसल ने सोचा तो यह था कि इस वर्ष वह अशोक कंतूर को चुनाव जितवा देंगे, और अगले वर्ष अजीत जालान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी बन जायेंगे । अनूप मित्तल की जीत से लेकिन विनोद बंसल की सारी योजना गड़बड़ा गई है । चुनाव में हार का सामना करने के बाद अशोक कंतूर ने जिस तरह से अगले वर्ष के लिए फिर से अपनी उम्मीदवारी की ताल ठोकना शुरू कर दिया है, उसके कारण अजीत जालान की उम्मीदवारी को लेकर विनोद बंसल मुसीबत में तो पड़े - लेकिन वह मुसीबत इतनी बड़ी नहीं थी, जितनी बड़ी मुसीबत रवि गुगनानी की उम्मीदवारी के आने से उनके सामने आ खड़ी हुई है । रवि गुगनानी के राजनीतिक तार चूँकि अनूप मित्तल की उम्मीदवारी का समर्थन करने वाले लोगों के साथ भी जुड़े हुए हैं, इसलिए रवि गुगनानी की विनोद बंसल पर वैसी निर्भरता नहीं है, जैसी कि अजीत जालान की है । इस कारण से भी विनोद बंसल पर रवि गुगनानी का समर्थन करने के लिए भारी दबाव है ।
विडंबना की बात यह है कि ऐसे नाजुक समय में भी अजीत जालान को 'मजाक' सूझ रहा है । उनकी तरफ से कहा/सुना जा रहा है कि विनोद बंसल किसी भी तरह से रवि गुगनानी को उम्मीदवारी वापस लेने के लिए राजी कर लेंगे । उनका तर्क है कि विनोद बंसल ने रवि गुगनानी को डिस्ट्रिक्ट में आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई है, और इस बात का ख्याल रखते हुए रवि गुगनानी उम्मीदवारी से पीछे हटने की उनकी सलाह को टाल नहीं पायेंगे । अजीत जालान का यह भी कहना/बताना है कि विनोद बंसल ने ही इस वर्ष रवि गुगनानी की भाभी प्रीति गुगनानी को इनरव्हील का डिस्ट्रिक्ट चेयरपरसन बनवाया है; ऐसे में हर वर्ष महत्त्वपूर्ण पद गुगनानी परिवार के लिए रिजर्व थोड़े ही रहेंगे । इस तरह की बातों के जरिये अजीत जालान आश्वस्त हैं कि रवि गुगनानी के चक्कर में विनोद बंसल उनकी उम्मीदवारी की बलि नहीं चढ़ायेंगे, और इस वर्ष उन्हें जो झटका लगा है - उससे सबक लेते हुए विनोद बंसल उनकी उम्मीदवारी के साथ वैसा 'प्रयोग' नहीं करेंगे, जैसा उन्होंने अशोक कंतूर की उम्मीदवारी के साथ किया है । अजीत जालान की तरफ से एक बड़े पते की बात भी कही/सुनी जा रही है, जिसमें बताया जा रहा है कि विनोद बंसल को इंटरनेशनल डायरेक्टर पद की अपनी उम्मीदवारी को सचमुच में आगे बढ़ाने के लिए डिस्ट्रिक्ट में अपने 'आदमी' को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी चुनवा का दिखाना होगा - इस वर्ष तो वह यह 'दिखाने' में चूक गए हैं; अगले वर्ष वह यह काम अजीत जालान को जितवा कर ही कर सकते हैं; इसलिए कुछ भी तिकड़म लगा कर विनोद बंसल को रवि गुगनानी की उम्मीदवारी वापस करवाना ही होगी । अजीत जालान को विश्वास है कि विनोद बंसल किसी भी तरह से रवि गुगनानी की उम्मीदवारी वापस करवा कर उनकी जीत के लिए रास्ता साफ कर/करवा ही देंगे ।