Tuesday, August 13, 2019

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद को लेकर व्यापक प्रतिनिधित्व के साथ करवाए गए आंतरिक सर्वेक्षण के नतीजे ललित खन्ना के नजदीकियों व समर्थकों को एक बड़ी जीत के प्रति उत्साहित व आश्वस्त कर रहे हैं

नई दिल्ली । ललित खन्ना के नजदीकी व समर्थक/शुभचिंतक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव को लेकर डिस्ट्रिक्ट के प्रमुख लोगों, खासकर क्लब्स के प्रेसीडेंट्स के मूड को भाँपने के उद्देश्य से करवाए गए आंतरिक सर्वेक्षण के नतीजों से खासे बम बम हैं, और उनका दावा है कि सर्वेक्षण के नतीजों से आभास मिल रहा है कि ललित खन्ना डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की चुनावी दौड़ में खासे आगे हैं । सर्वेक्षण के अनुसार, कुल करीब 180 वोटों में से 115 से 120 के बीच वोट ललित खन्ना को मिलते नजर आ रहे हैं । ललित खन्ना को उनके जन्मदिन पर बधाई देने वालों का सोशल मीडिया में जो ताँता लगा दिखा, उसे भी प्रतीकात्मक रूप से उनकी उम्मीदवारी के प्रति बढ़े हुए समर्थन के रूप में देखा/पहचाना गया है । ललित खन्ना के नजदीकियों और समर्थकों का ही कहना/बताना है कि यूँ तो चुनावी दौड़ में शामिल प्रत्येक उम्मीदवार अपने आप को जीता हुआ ही मानता/समझता है; दरअसल वोटर तथा उस पर प्रभाव रखने वाले लोग किसी भी उम्मीदवार व उसके समर्थकों को नाराज नहीं करना चाहते हैं और हर किसी को अहसास करवाते हैं कि वह उनके ही साथ हैं - इससे उम्मीदवार बेचारा 'धोखा' खा जाता है और अपने आपको जीता हुआ समझने लगता है; वास्तविक नतीजे में बहुत ही कम वोट पाकर बुरी तरह पिछड़ा रहा उम्मीदवार भी नतीजा आने से पहले तक अपने आप को जीता हुआ ही मानता/समझता है - इसलिए हम भी ललित खन्ना को जीता हुआ ही मानते रहे हैं; लेकिन अपने 'मानने' को विश्वसनीय व ठोस आधार देने के लिए एक आंतरिक सर्वेक्षण करने/करवाने का निश्चय किया गया । आंतरिक सर्वेक्षण के नतीजे ने ललित खन्ना की उम्मीदवारी के समर्थकों को आश्वस्त व उत्साहित किया है ।
आंतरिक सर्वेक्षण के नतीजे तथा अपने नजदीकियों व समर्थकों के उत्साह के बावजूद ललित खन्ना लेकिन अपने चुनाव-अभियान में कोई कमी या लापरवाही नहीं आने देना चाहते हैं; और उन्होंने अपने नजदीकियों व समर्थकों को भी आगाह किया है कि आंतरिक सर्वेक्षण के नतीजे को चुनावी नतीजा मानने/समझने की भूल मत करना और अपने समर्थन-आधार को बनाए रखने तथा और बढ़ाने के लिए प्रयास करते रहना है । आंतरिक सर्वेक्षण को करने में भूमिका निभाने वाले ललित खन्ना के नजदीकियों व समर्थकों का कहना लेकिन यह भी है कि आंतरिक सर्वेक्षण जिस गहराई व 'ईमानदारी' के साथ किया गया है, उसके चलते सर्वेक्षण के नतीजे सच्चाई के आसपास ही हैं और इसमें मुश्किल से पाँच से दस प्रतिशत के बीच ही ऊँच/नीच हो सकती है । ललित खन्ना के नजदीकियों के अनुसार, इस आंतरिक सर्वेक्षण को करने/करवाने के लिए सबसे पहली बात तो यह तय की गई कि ललित खन्ना को इस प्रक्रिया से दूर रखा गया; क्योंकि माना/समझा गया कि ललित खन्ना के सामने हर कोई मुँह देखी बात ही करेगा और तब सर्वेक्षण का कोई विश्वसनीय अर्थ नहीं रह जायेगा । आंतरिक सर्वेक्षण के लिए ललित खन्ना के दस/बारह नजदीकियों व समर्थकों ने मोर्चा संभाला और उन्होंने अलग अलग क्षेत्रों/शहरों/कस्बों के वरिष्ठ व सक्रिय रोटेरियंस के साथ-साथ प्रेसीडेंट्स के मूड को भाँपने/समझने के लिए काम किया । कई एक लोगों की राय को गोपनीयता बरतते हुए लिखित में लिया गया, ताकि उनकी निष्पक्ष राय मिल सके और कई एक से तीसरे व्यक्ति के जरिये संपर्क किया गया - जिससे कि कोई मुँहदेखा जबाव न मिल सके और सही राय सामने आए । 
आंतरिक सर्वेक्षण को व्यापक रूप से प्रतिनिधिक बनाने के लिए प्रयास किए गए कि छोटे कस्बों के क्लब्स से लेकर बड़े क्लब्स के पदाधिकारियों तथा प्रमुख लोगों की राय मिल सके । अक्सर होता यह है कि कुछेक बड़े क्लब्स के लोगों तथा डिस्ट्रिक्ट में सक्रिय लोगों की राय को ही डिस्ट्रिक्ट के सभी लोगों की राय मान लिया जाता है, और फिर नतीजा आने पर झटका खाया जाता है । ललित खन्ना के नजदीकियों व समर्थकों ने आंतरिक सर्वेक्षण करवाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा कि उनके सर्वेक्षण में हर क्षेत्र तथा हर 'तरह' के क्लब्स का प्रतिनिधित्व हो । मजे की बात यह रही कि कुछेक क्लब्स को लेकर मिले अनुकूल नतीजों को संदेहास्पद माना गया और उनकी राय दोबारा जानने व 'समझने' के लिए उन पर दोबारा काम किया गया - इस चक्कर में उनमें से कुछेक क्लब को प्रतिकूल राय रखने वाले क्लब्स में शामिल किया गया । आंतरिक सर्वेक्षण में भूमिका निभाने वाले लोगों का कहना/बताना है कि यह सर्वेक्षण जुलाई के आखिरी तथा अगस्त के शुरुआती सप्ताह के आठ से दस दिन के भीतर किया गया । इस सर्वेक्षण को करने में इस बात का ध्यान रखा गया कि इसे इस तरह से किया जाए कि डिस्ट्रिक्ट में किसी को इसका आभास न हो पाए । डर दरअसल यह था कि सर्वेक्षण होने का अहसास होने पर लोग फिर मुँहदेखी बात करते और सर्वेक्षण 'ईमानदार' नहीं रह पाता । सर्वेक्षण के नतीजे को लेकर ललित खन्ना के नजदीकियों व समर्थकों के बीच ही मजे की बात यह देखने को मिल रही है कि उनके कुछेक नजदीकी व समर्थक जहाँ ललित खन्ना की उम्मीदवारी की कामयाबी को लेकर निश्चिन्त हो जाना चाहते हैं, वहीं कई नजदीकी और समर्थक मानते हैं कि सर्वेक्षण के नतीजे से उन्हें उत्साहित तो होना चाहिए, किंतु अति-उत्साहित होने से बचना चाहिए - और स्थितियों पर तथा डिस्ट्रिक्ट के चुनावी माहौल पर लगातार निगाह रखना चाहिए, क्योंकि चुनावी माहौल किसी भी छोटी/बड़ी घटना से उलट-पलट भी जाता है । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में इस बार क्या नतीजा आयेगा, यह तो नतीजा आने पर ही पता चलेगा, लेकिन आंतरिक सर्वेक्षण नतीजे से ललित खन्ना के नजदीकियों व समर्थकों को उत्साहित करने वाली आश्वस्ति तो मिलती दिख रही है ।