Tuesday, September 8, 2020

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3110 में पदों का लालच देकर अपने उम्मीदवार को नोमीनेटिंग कमेटी का चुनाव जितवाने के अभियान में लगे डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट मुकेश सिंघल अपने जोन के रोटेरियंस के साथ दोहरा विश्वासघात करने के आरोप में फँसे

अलीगढ़ । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट मुकेश सिंघल ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की चुनावी लड़ाई में 'अपनी' पराजय को सुनिश्चित देख/जान कर जोन जीतने पर ध्यान केंद्रित किया है, और इसके लिए अपने जोन - अलीगढ़ के क्लब्स के साथ ही विश्वासघात करने पर उतर आए हैं । अभी हाल ही में अलीगढ़ के क्लब्स के पदाधिकारियों तथा नेताओं के बीच बनी सहमति में मुकेश सिंघल ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए अधिकृत उम्मीदवार का चयन करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी के लिए अपने उम्मीदवार अंबरीश गर्ग की उम्मीदवारी को वापस लेने का भरोसा दिया/दिलाया था, लेकिन गिरगिट की तरह रंग बदल कर अब वह अंबरीश गर्ग के लिए समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं - और इस चक्कर में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट पद की मर्यादा व गरिमा भी भूल बैठे हैं । इंटरनेशनल प्रेसीडेंट इलेक्ट शेखर मेहता कभी अप्रत्यक्ष तो कभी प्रत्यक्ष रूप से मुकेश सिंघल को कई मौकों पर नसीहत दे चुके हैं कि उन्हें नेतागिरी छोड़कर रोटरी तथा डिस्ट्रिक्ट के काम पर ध्यान देते हुए सभी को साथ लेकर चलना चाहिए, मुकेश सिंघल ने लेकिन शेखर मेहता की बात को भी एक कान से सुनकर दूसरे कान से बाहर निकालने का जुगाड़ अपना लिया है ।
मुकेश सिंघल ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए अधिकृत उम्मीदवार का चयन करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी के लिए अपने उम्मीदवार अंबरीश गर्ग को किसी भी तरह जितवाने को अपना उद्देश्य बना लिया है, और इसके लिए मुकेश सिंघल अलीगढ़ के रोटेरियंस के साथ दोहरा विश्वासघात करने तक पर उतर आए हैं । उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पहले, जब मुकेश सिंघल खुद डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवार थे, मुकेश सिंघल ने ही अलीगढ़ जोन में यह फार्मूला सुझाया था कि नोमीनेटिंग कमेटी में क्लब की वरिष्ठता के क्रम से प्रतिनिधित्व होना चाहिए । सभी को यह फार्मूला अच्छा लगा, और माना गया कि इससे आपस में व्यर्थ के विवाद व मनमुटाव नहीं होंगे तथा क्लब्स के बीच आपसी सौहार्द बना रहेगा । पिछले दो वर्ष उसी फार्मूले के अनुसार, नोमीनेटिंग कमेटी में अलीगढ़ जोन का प्रतिनिधित्व हुआ । इस वर्ष उक्त फार्मूले के हिसाब से वरिष्ठता क्रम में रोटरी क्लब अलीगढ़ मानसी को प्रतिनिधित्व का मौका मिलना था, और क्लब के पदाधिकारियों ने क्लब की सक्रिय व वरिष्ठ सदस्य शशि पवार को उम्मीदवार बनाया । शशि पवार का उम्मीदवार बनना मुकेश सिंघल को पसंद नहीं आया । मुकेश सिंघल के नजदीकियों का ही कहना/बताना है कि मुकेश सिंघल को शशि पवार के उम्मीदवार बनने से समस्या नहीं है - उनकी समस्या यह है कि रोटरी क्लब अलीगढ़ मानसी ने उनसे सलाह किए बिना शशि पवार को नोमीनेटिंग कमेटी के लिए उम्मीदवार क्यों और कैसे बना दिया ?
अलीगढ़ के क्लब्स पर यह दबाव बनाने के लिए कि वह जो भी फैसले करें, उनसे पूछ कर करें - मुकेश सिंघल ने अपने क्लब के अंबरीश गर्ग को नोमीनेटिंग कमेटी के लिए उम्मीदवार बना/बनवा दिया । मुकेश सिंघल को दो वर्ष से चले आ रहे फार्मूले के विरोध में उतरते देख, दो और क्लब्स ने अपने अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए । इस पर बबाल हुआ और अलीगढ़ के क्लब्स के नेताओं की बातचीत हुई; अधिकतर लोगों ने मुकेश सिंघल को इस बात के लिए कोसा कि वह अलीगढ़ में बने सौहार्द को नष्ट करने का काम कर रहे हैं । मुकेश सिंघल ने अपने खिलाफ ऊँची होती आवाजों को सुना, तो चुपचाप सरेंडर करने में ही अपनी भलाई देखी - और एक बार फिर अलीगढ़ के रोटेरियंस के बीच सहमति बनी कि पिछले दो वर्ष से अपनाए जा रहे फार्मूले के अनुसार, इस वर्ष रोटरी क्लब अलीगढ़ मानसी की शशि पवार नोमीनेटिंग कमेटी में अलीगढ़ जोन का प्रतिनिधित्व करेंगी । लेकिन जैसे जैसे चुनाव का समय नजदीक आता गया, लोगों को यह देख कर हैरानी हुई कि मुकेश सिंघल अपने उम्मीदवार अंबरीश गर्ग के लिए समर्थन जुटाने के अभियान में जुट गए हैं और क्लब्स के पदाधिकारियों व नेताओं को अगले वर्ष की अपनी गवर्नर टीम में पद देने का प्रलोभन देकर वोट पक्के करने में लगे हुए हैं । मुकेश सिंघल को विश्वास है कि पदों के लालच में क्लब्स के पदाधिकारी उनके उम्मीदवार को वोट दे देंगे, और इस तरह वह अपने उम्मीदवार को आसानी से नोमीनेटिंग कमेटी का चुनाव जितवा लेंगे । चुनाव का नतीजा क्या निकलेगा, यह तो बाद में पता चलेगा - अभी लेकिन लोगों के बीच यह सवाल जरूर चर्चा में है कि अपने पद की गरिमा व मर्यादा को भूल कर अपने जोन के रोटेरियंस के साथ दोहरा विश्वासघात करने वाले मुकेश सिंघल के नेतृत्व में डिस्ट्रिक्ट व रोटरी की कैसी पहचान बनेगी ?