Monday, August 28, 2017

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080 के मेंबरशिप सेमीनार में अशोक गुप्ता के चीफ गेस्ट बनने में चुनावी आचारसंहिता का उल्लंघन देख रहे केआर रवींद्रन ने दीपक कपूर द्वारा पोलियो मीट कराए जाने पर अपनी आँखें बंद क्यों कर ली हैं ?

नई दिल्ली/जयपुर । अशोक गुप्ता ने दिल्ली में आयोजित हुई 'नेशनल पोलियोप्लस ओरियेंटेशन एण्ड प्लानिंग मीट' के आयोजन को इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के लिए दीपक कपूर की उम्मीदवारी को प्रमोट करने की कोशिश के रूप में रेखांकित करते हुए रोटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारियों - खासकर केआर रवींद्रन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं । अशोक गुप्ता की शिकायत है कि डिस्ट्रिक्ट 3080 में हो रहे डिस्ट्रिक्ट मेंबरशिप सेमीनार में चीफ गेस्ट के रूप में शामिल होने से उन्हें तो केआर रवींद्रन ने रोक दिया, लेकिन पोलियो कमेटी के चेयरमैन के रूप में दीपक कपूर को एक ऐसी मीटिंग करने दी गयी जिसमें सभी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स तथा कई डिस्ट्रिक्ट्स के दूसरे प्रमुख रोटरी नेता शामिल हुए ।
अशोक गुप्ता की यह शिकायत इसलिए और गंभीर हो गई है, क्योंकि इस मीटिंग में शामिल होने वाले अधिकतर पदाधिकारियों का अनुभव और कहना रहा कि दो दिन मीटिंग में शामिल रहने के बाद भी उन्हें यह समझ में नहीं आया कि यह मीटिंग बुलाई क्यों गई थी ? पोलियो को लेकर इसका एजेंडा आखिर था क्या ? अधिकतर लोगों ने इस मीटिंग को रोटरी के पैसे के दुरूपयोग के रूप में ही देखा/पहचाना । इसी अनुभव के आधार पर, रोटरी की चुनावी राजनीति के तानेबाने और सत्ता समीकरणों को जानने/समझने वाले रोटरी नेताओं का आरोप रहा कि इस मीटिंग के बहाने दरअसल दीपक कपूर ने रोटरी के पैसे पर इंटरनेशनल डायरेक्टर पद की अपनी उम्मीदवारी का प्रमोशन किया ।
उल्लेखनीय है कि पोलियो कमेटी के चेयरमैन के रूप में दीपक कपूर पर रोटरी के संसाधनों के दुरूपयोग के गंभीर आरोप पहले से ही रहे हैं । लेकिन उनका नया  कारनाम इसलिए ज्यादा गंभीर है, क्योंकि इसमें रोटरी के पैसे पर रोटरी की ही चुनावी राजनीति करने का आरोप है । एक अकेले अशोक गुप्ता को ही नहीं, कई दूसरों को भी हैरानी है कि रोटरी की चुनावी राजनीति में होने वाली किसी भी तरह की 'बेईमानी' के प्रति सख्त रवैया दिखाने वाले पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट केआर रवींद्रन को दीपक कपूर की यह हरकत 'दिखाई' क्यों नहीं दी ? शायद इसका कारण यह रहा हो कि पिछले सप्ताह हुई इस आरोपी मीटिंग के लिए दीपक कपूर को पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट राजेंद्र उर्फ़ राजा साबू का साफ समर्थन और सहयोग मिला । उल्लेखनीय है कि उक्त मीटिंग से रोटरी के अधिकतर बड़े नेता और पदाधिकारी दूर ही रहे; बड़े नेताओं और पदाधिकारियों में पूर्व प्रेसीडेंट कल्याण बनर्जी, पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर सुशील गुप्ता तथा मौजूदा इंटरनेशनल डायरेक्टर बासकर चॉकलिंगम ही थोड़े थोड़े समय के लिए मीटिंग में शामिल हुए - सिर्फ राजा साबू ही पूरे समय मीटिंग में मौजूद रहे । इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के अन्य उम्मीदवारों में भी एक अकेले रंजन ढींगरा तो थोड़े समय के लिए यहाँ लोगों को दिखाई पड़े - बाकी उम्मीदवारों को लेकिन इस मीटिंग से दूर रखा गया ।
इस मीटिंग के जरिए राजा साबू का 'दोहरा चरित्र' एक बार फिर सामने आया । अपने ही डिस्ट्रिक्ट में इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के उम्मीदवार अशोक गुप्ता के आने को प्रतिबंधित करवाने वाले राजा साबू इस मीटिंग में इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के दूसरे उम्मीदवार दीपक कपूर को निर्लज्ज तरीके से प्रमोशन का पूरा मौका देते हुए नजर आए । उल्लेखनीय है कि राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी जितेंद्र ढींगरा के क्लब - रोटरी क्लब कुरुक्षेत्र ने तीन सितंबर को डिस्ट्रिक्ट मेंबरशिप सेमीनार के आयोजन की तैयारी की हुई है । इस आयोजन में चीफ गेस्ट के रूप में अशोक गुप्ता को आमंत्रित किया गया था । अशोक गुप्ता की स्वीकृति मिलने के बाद उक्त सेमीनार के निमंत्रण पत्र में अशोक गुप्ता को चीफ गेस्ट दर्शाते हुए उनकी तस्वीर प्रकाशित कर दी गई । इस पर अशोक गुप्ता को केआर रवींद्रन की तरफ से आपत्ति मिली, और उक्त सेमीनार में उनके चीफ गेस्ट बनने को इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव की आचारसंहिता के उल्लंघन के रूप में बताया गया । इसके बाद, अशोक गुप्ता ने उक्त सेमीनार में चीफ गेस्ट बनने से इंकार कर दिया; फलस्वरूप सेमीनार के आयोजकों को चीफ गेस्ट के लिए कोई और प्रमुख व्यक्ति खोजना पड़ा और निमंत्रण पत्र दोबारा तैयार करवाना पड़ा । अशोक गुप्ता और सेमीनार की तैयारी से जुड़े लोगों ने यह सब करवाने के लिए राजा साबू और उनके साथी पूर्व गवर्नर्स को जिम्मेदार ठहराया । अशोक गुप्ता तथा दूसरे कई लोगों की शिकायत लेकिन यह है कि एक डिस्ट्रिक्ट के डिस्ट्रिक्ट मेंबरशिप सेमीनार में अशोक गुप्ता के चीफ गेस्ट बनने में चुनावी आचारसंहिता का उल्लंघन देख रहे केआर रवींद्रन ने दीपक कपूर द्वारा पोलियो मीट कराए जाने पर अपनी आँखें बंद क्यों कर ली हैं ?