Thursday, August 31, 2017

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 में अगले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए अमित गुप्ता की उम्मीदवारी की तैयारी को उनके अपने ही क्लब में तगड़ा झटका लगा

गाजियाबाद । अमित गुप्ता को अपने क्लब की बोर्ड मीटिंग में अगले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की बात करने पर जो रिएक्शन मिला, उसने उनके लिए 'फिंगर्स क्रॉस्ड' वाली स्थिति पैदा कर दी है । अमित गुप्ता को उम्मीद थी कि क्लब की बोर्ड मीटिंग में उनकी उम्मीदवारी की बात को उत्साहपूर्ण समर्थन मिलेगा, लेकिन उन्हें यह देख कर झटका लगा कि मीटिंग में उपस्थित अधिकतर लोगों ने उन्हें हतोत्साहित ही किया । लोगों का कहना रहा कि अगले रोटरी वर्ष में चूँकि क्लब के सदस्य सुभाष जैन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के पद पर होंगे, इसलिए क्लब के सदस्य उनके गवर्नर-काल को महत्त्वपूर्ण बनाने की जिम्मेदारी निभाने में व्यस्त होंगे, और इसलिए वह अमित गुप्ता की उम्मीदवारी के लिए काम नहीं कर सकेंगे । इस पर अमित गुप्ता की तरफ से उन्हें सुनने को मिला कि उम्मीदवार के रूप में वह खुद ही सारा काम कर लेंगे, और क्लब के सदस्यों को उनकी उम्मीदवारी के लिए कुछ करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी - दरअसल अगला वर्ष उनकी उम्मीदवारी के लिए बहुत ही अनुकूल है । अमित गुप्ता का कहना रहा कि इस वर्ष सतीश सिंघल के साथ उन्होंने जो काम किया है, उसके कारण लोगों के बीच उनकी अच्छी गुडबिल बनी है, जिसका फायदा उन्हें अगले वर्ष ही मिल सकता है; इसके अलावा सतीश सिंघल ने अगले वर्ष में उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने का आश्वासन उन्हें दिया है; अगले वर्ष के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के क्लब के सदस्य के रूप में उम्मीदवार होने का भी उन्हें मनोवैज्ञानिक फायदा मिल सकेगा - इसलिए अगला वर्ष ही उनकी उम्मीदवारी के लिए परफेक्ट है । अमित गुप्ता के लिए राहत की बात यह रही कि उनके यह तर्क सुन कर उनके अपने क्लब - रोटरी क्लब गाजियाबाद सेंट्रल की बोर्ड मीटिंग में मौजूद लोगों ने फिर अगले वर्ष की उनकी उम्मीदवारी को लेकर विरोध के स्वर धीमे जरूर कर लिए ।
अमित गुप्ता को नसीहतें हालाँकि फिर भी मिलीं । उन्हें महत्त्वपूर्ण नसीहत यह मिली कि सतीश सिंघल पर ज्यादा भरोसा न करना - उन्होंने तो आशीष मखीजा और अजय गर्ग को भी अगले वर्ष अपना उम्मीदवार बनाने का आश्वासन दिया हुआ है । इसके अलावा, सतीश सिंघल ने यह घोषणा भी की हुई है कि वह यदि आलोक गुप्ता को इस वर्ष चुनाव नहीं जितवा सके, तो अगले वर्ष आलोक गुप्ता को जरूर ही उम्मीदवार बनाये/बनवायेंगे और जितवायेंगे - जैसा कि उन्होंने दीपक गुप्ता के साथ किया । दीपक गुप्ता को अपने समर्थन के बावजूद जब वह पहली बार चुनाव नहीं जितवा सके थे, तो उन्होंने तुरंत ही दीपक गुप्ता को अगले वर्ष उम्मीदवार बनाया/बनवाया और जितवाया । अमित गुप्ता का इस तथ्य की तरफ भी ध्यान दिलाया गया कि आलोक गुप्ता इस वर्ष यदि जीत गए, तो अगले वर्ष 'हर बार गाजियाबाद से ही गवर्नर क्यों' जैसा सवाल उनके  लिए मुसीबत बनेगा, और यदि आलोक गुप्ता नहीं जीते तो सतीश सिंघल उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाये/बनवायेंगे - ऐसे में, उन्हें दिए गए सतीश सिंघल के आश्वासन का क्या होगा ? अमित गुप्ता को यह बताने/समझाने की भी कोशिश की गयी कि इस वर्ष के चुनाव में अब हालाँकि ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, लेकिन फिर भी अमित गुप्ता यदि हिम्मत करें तो यह वर्ष अगले वर्ष की तुलना में उनकी उम्मीदवारी के लिए ज्यादा 'आसान' रहेगा । इस बात पर अमित गुप्ता लेकिन कोई तवज्जो देते हुए नहीं दिखे । बोर्ड मीटिंग में कुल मिलाकर दोनों 'पक्षों' ने अमित गुप्ता की अगले वर्ष की उम्मीदवारी के मामले को आगे के लिए छोड़ दिया । अमित गुप्ता को क्लब की बोर्ड मीटिंग के नजारे को देख कर तगड़ा झटका तो लगा कि अगले वर्ष की अपनी उम्मीदवारी को लेकर वह अपने ही क्लब में अकेले और अलग-थलग पड़ गए हैं, लेकिन उनके लिए 'फिंगर्स क्रॉस्ड' वाली स्थिति यह रही कि उनकी 'तैयारी' का कोई मुखर और स्पष्ट विरोध नहीं हुआ ।
अमित गुप्ता पिछले कुछ समय से अगले वर्ष की अपनी उम्मीदवारी को लेकर इधर-उधर बातें तो कर रहे हैं, और उनके क्लब के लोगों को भी निजी स्तर पर होने वाली बातचीत के आधार पर अमित गुप्ता की 'योजना' और 'तैयारी' की जानकारी थी - और इस पर लोगों की मिलीजुली राय थी । इस आधार पर अमित गुप्ता को उम्मीद थी कि क्लब में जब वह औपचारिक रूप से अपनी उम्मीदवारी की बात रखेंगे, तो उन्हें क्लब के सदस्यों की तरफ से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिलेगी । अभी दो-तीन दिन पहले ही संपन्न हुई क्लब की बोर्ड मीटिंग में अगले वर्ष की उनकी उम्मीदवारी की बात पर लेकिन जो हुआ, उससे अमित गुप्ता को यह तो समझ में आ गया है कि अगले वर्ष को वह अपनी उम्मीदवारी के लिए जितना अनुकूल समझ रहे हैं, उतना अनुकूल वह है नहीं - तथा इस मामले में सबसे बड़ी चुनौती उन्हें अपने ही क्लब में मिलने वाली है ।