नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी ने अब विनोद बंसल के सामने समर्पण करके डॉक्टर सुब्रमणियन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । इंटरनेशनल
प्रेसीडेंट ईआन रिसेले के फाउंडेशन बॉल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप
में आने के कार्यक्रम के स्थगित होने के लिए रवि चौधरी ने डॉक्टर
सुब्रमणियन को जिम्मेदार ठहराया है । रवि चौधरी ने कई लोगों को बताया है कि
डॉक्टर सुब्रमणियन ने इंटरनेशनल डायरेक्टर बासकर चॉकलिंगम के यह कहते हुए
कान भरे कि डिस्ट्रिक्ट में रवि चौधरी के खिलाफ बहुत ही गंभीर माहौल है,
जिसके कारण लोग ईआन रिसेले से भी सवाल/जबाव कर सकते हैं और जिसके चलते उनके
लिए भी मुसीबत खड़ी सकती है - इसलिए ईआन रिसेले की डिस्ट्रिक्ट 3011 के
कार्यक्रम में न आने में ही भलाई है । रवि चौधरी के अनुसार, काउंसिल ऑफ
गवर्नर्स की मीटिंग के स्थगित हो जाने को लेकर भी डॉक्टर सुब्रमणियन ने
बासकर चॉकलिंगम को यह कहते/बताते हुए भड़काया कि रोटरी इंटरनेशनल के वरिष्ठ
पदाधिकारियों से फटकार खाने के बाद भी रवि चौधरी काउंसिल ऑफ गवर्नर्स की
मीटिंग नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि उनकी कारस्तानियों को
लेकर पूर्व गवर्नर्स उनकी अच्छी तरह से क्लास ले लेंगे । रवि चौधरी का
कहना है कि डॉक्टर सुब्रमणियन से मिले इस फीडबैक के बाद ही बासकर चॉकलिंगम
ने ईआन रिसेले का कार्यक्रम स्थगित करवाया है । रवि चौधरी का कहना है कि
डॉक्टर सुब्रमणियन उनसे इस बात पर खफा हो गए हैं कि वह डिस्ट्रिक्ट गवर्नर
नॉमिनी पद के उनके उम्मीदवार मुनीश गौड़ की मदद नहीं कर रहे हैं । रवि चौधरी
की इन बातों पर डॉक्टर सुब्रमणियन की तरफ से तो कुछ सुनने को नहीं मिला
है, लेकिन उनके नजदीकियों का कहना/बताना है कि रवि चौधरी ने जिस तरह से
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में मुनीश गौड़ की बजाए संजीव राय
मेहरा की मदद करना जारी रखा हुआ है, उसके कारण डॉक्टर सुब्रमणियन उनसे बुरी
तरफ नाराज हैं । रवि चौधरी के इस रवैये से डॉक्टर सुब्रमणियन अपने आप
को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और मान रहे हैं कि रवि चौधरी ने अपने स्वभावानुसार उन्हें भी अपनी धोखाधड़ी का शिकार बना लिया है ।
डॉक्टर सुब्रमणियन के नजदीकियों के अनुसार, डॉक्टर सुब्रमणियन को अफ़सोस है कि आभा झा चौधरी के साथ बदतमीजी करने के मामले में ठोस सुबूत होने के बावजूद रवि चौधरी को क्लीन चिट देने का फैसला करके उन्होंने बड़ी गलती कर दी; उन्हें रवि चौधरी जैसे व्यक्ति पर भरोसा करना ही नहीं चाहिए था । डॉक्टर सुब्रमणियन को लग रहा है कि आभा झा चौधरी के मामले में उनके द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को हर कोई पक्षपातपूर्ण मान/समझ रहा है और इसके लिए उनकी काफी बदनामी हुई है । डॉक्टर सुब्रमणियन का अपने नजदीकियों से कहना/बताना है कि उस समय तो रवि चौधरी ने उनकी बड़ी खुशामद की थी और मामले में किसी भी तरह से बचा लेने के लिए उनकी मिन्नतें की थीं, तथा बदले में मुनीश गौड़ की उम्मीदवारी की मदद करने का भरोसा दिया था । डॉक्टर सुब्रमणियन ने अपने नजदीकियों को बताया कि अपना काम निकल जाने के बाद रवि चौधरी उनसे कहने लगे कि मुनीश गौड़ का डिस्ट्रिक्ट स्तर पर काम करने का कोई अनुभव नहीं है, और इसलिए लोगों के बीच उनकी स्वीकार्यता बनाना मुश्किल होगा; डॉक्टर सुब्रमणियन ने इसके जबाव में उनसे कहा भी कि तुम जिन संजीव राय मेहरा की उम्मीदवारी का झंडा उठाए हुए हो, उन संजीव राय मेहरा का ही डिस्ट्रिक्ट में कामकाज का कौन सा अनुभव है, वह बस एक सामान्य सदस्य की ही तरह तो रोटरी में रहे हैं - उन्होंने रोटरी और डिस्ट्रिक्ट के लिए किया क्या है ? डॉक्टर सुब्रमणियन ने उलाहने के रूप में उनसे यहाँ तक कह दिया कि रोटरी और डिस्ट्रिक्ट के लिए कुछ करने को ही यदि आधार के रूप में देखना है तो फिर अनूप मित्तल का विरोध क्यों कर रहे हो - रोटरी और डिस्ट्रिक्ट में अनूप मित्तल जितना काम भला और किसने किया है ? पिछले वर्ष कुल एक वोट से ही तो वह गवर्नर नॉमिनी चुने जाने से रह गए थे, इसलिए इस वर्ष सभी को उनका ही समर्थन करना चाहिए । रवि चौधरी इस बात पर चुप ही लगा गए, जिससे डॉक्टर सुब्रमणियन ने समझ लिया कि काम के अनुभव की बात तो सिर्फ एक बहाना है, जिसे वह उन्हें धोखा देने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं ।
रवि चौधरी की बदकिस्मती यह रही कि डॉक्टर सुब्रमणियन को धोखा देने की उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी है, और इंटरनेशनल प्रेसीडेंट के डिस्ट्रिक्ट के एक प्रमुख कार्यक्रम में आने का ऐतिहासिक मौका डिस्ट्रिक्ट से छिन गया । इससे पहले डिस्ट्रिक्ट में कभी ऐसा नहीं हुआ कि इंटरनेशनल प्रेसीडेंट ने डिस्ट्रिक्ट के कार्यक्रम में आने के लिए स्वीकृति दी हो, लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की करतूतों के कारण ऐन मौके पर आना स्थगित कर दिया हो । इंटरनेशनल प्रेसीडेंट के रवि चौधरी के गवर्नर-काल में डिस्ट्रिक्ट में आने से इंकार करने के बाद रवि चौधरी को इंटरनेशनल डायरेक्टर बासकर चॉकलिंगम को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए मजबूर होना पड़ा । इसमें भी रवि चौधरी को डॉक्टर सुब्रमणियन द्वारा उनके खिलाफ भूमिका निभाए जाने का डर है; उनके सामने खतरा यह है कि बासकर चॉकलिंगम के साथ अपनी नजदीकियत का फायदा उठा कर डॉक्टर सुब्रमणियन उनके खिलाफ माहौल बना सकते हैं । इससे बचने के लिए रवि चौधरी ने विनोद बंसल की शरण ली है । मजे की बात है कि कुछ ही दिन पहले तक विनोद बंसल के खिलाफ तमाम तरह की बकवासबाजी करने वाले रवि चौधरी ने विनोद बंसल को फाउंडेशन बॉल कार्यक्रम में बासकर चॉकलिंगम का परिचय प्रस्तुत करने की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है । रवि चौधरी को उम्मीद है कि यह जिम्मेदारी ले कर और कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में अपना नाम देख कर विनोद बंसल खुश हो जायेंगे तथा पिछले दिनों उनके द्वारा की गई बकवासबाजी की बात को भूल कर फाउंडेशन बॉल कार्यक्रम को सफल बनाने तथा बासकर चॉकलिंगम से बचाने में उनकी मदद करेंगे । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में रवि चौधरी की तमाम तरह की बदनामियों से जुड़े विवादों की छाया में हो रहे फाउंडेशन बॉल कार्यक्रम पर सभी लोगों की निगाह यह देखने पर भी है कि इस कार्यक्रम में रवि चौधरी के नाम और क्या नया विवाद जुड़ता है ?
डॉक्टर सुब्रमणियन के नजदीकियों के अनुसार, डॉक्टर सुब्रमणियन को अफ़सोस है कि आभा झा चौधरी के साथ बदतमीजी करने के मामले में ठोस सुबूत होने के बावजूद रवि चौधरी को क्लीन चिट देने का फैसला करके उन्होंने बड़ी गलती कर दी; उन्हें रवि चौधरी जैसे व्यक्ति पर भरोसा करना ही नहीं चाहिए था । डॉक्टर सुब्रमणियन को लग रहा है कि आभा झा चौधरी के मामले में उनके द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को हर कोई पक्षपातपूर्ण मान/समझ रहा है और इसके लिए उनकी काफी बदनामी हुई है । डॉक्टर सुब्रमणियन का अपने नजदीकियों से कहना/बताना है कि उस समय तो रवि चौधरी ने उनकी बड़ी खुशामद की थी और मामले में किसी भी तरह से बचा लेने के लिए उनकी मिन्नतें की थीं, तथा बदले में मुनीश गौड़ की उम्मीदवारी की मदद करने का भरोसा दिया था । डॉक्टर सुब्रमणियन ने अपने नजदीकियों को बताया कि अपना काम निकल जाने के बाद रवि चौधरी उनसे कहने लगे कि मुनीश गौड़ का डिस्ट्रिक्ट स्तर पर काम करने का कोई अनुभव नहीं है, और इसलिए लोगों के बीच उनकी स्वीकार्यता बनाना मुश्किल होगा; डॉक्टर सुब्रमणियन ने इसके जबाव में उनसे कहा भी कि तुम जिन संजीव राय मेहरा की उम्मीदवारी का झंडा उठाए हुए हो, उन संजीव राय मेहरा का ही डिस्ट्रिक्ट में कामकाज का कौन सा अनुभव है, वह बस एक सामान्य सदस्य की ही तरह तो रोटरी में रहे हैं - उन्होंने रोटरी और डिस्ट्रिक्ट के लिए किया क्या है ? डॉक्टर सुब्रमणियन ने उलाहने के रूप में उनसे यहाँ तक कह दिया कि रोटरी और डिस्ट्रिक्ट के लिए कुछ करने को ही यदि आधार के रूप में देखना है तो फिर अनूप मित्तल का विरोध क्यों कर रहे हो - रोटरी और डिस्ट्रिक्ट में अनूप मित्तल जितना काम भला और किसने किया है ? पिछले वर्ष कुल एक वोट से ही तो वह गवर्नर नॉमिनी चुने जाने से रह गए थे, इसलिए इस वर्ष सभी को उनका ही समर्थन करना चाहिए । रवि चौधरी इस बात पर चुप ही लगा गए, जिससे डॉक्टर सुब्रमणियन ने समझ लिया कि काम के अनुभव की बात तो सिर्फ एक बहाना है, जिसे वह उन्हें धोखा देने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं ।
रवि चौधरी की बदकिस्मती यह रही कि डॉक्टर सुब्रमणियन को धोखा देने की उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी है, और इंटरनेशनल प्रेसीडेंट के डिस्ट्रिक्ट के एक प्रमुख कार्यक्रम में आने का ऐतिहासिक मौका डिस्ट्रिक्ट से छिन गया । इससे पहले डिस्ट्रिक्ट में कभी ऐसा नहीं हुआ कि इंटरनेशनल प्रेसीडेंट ने डिस्ट्रिक्ट के कार्यक्रम में आने के लिए स्वीकृति दी हो, लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की करतूतों के कारण ऐन मौके पर आना स्थगित कर दिया हो । इंटरनेशनल प्रेसीडेंट के रवि चौधरी के गवर्नर-काल में डिस्ट्रिक्ट में आने से इंकार करने के बाद रवि चौधरी को इंटरनेशनल डायरेक्टर बासकर चॉकलिंगम को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए मजबूर होना पड़ा । इसमें भी रवि चौधरी को डॉक्टर सुब्रमणियन द्वारा उनके खिलाफ भूमिका निभाए जाने का डर है; उनके सामने खतरा यह है कि बासकर चॉकलिंगम के साथ अपनी नजदीकियत का फायदा उठा कर डॉक्टर सुब्रमणियन उनके खिलाफ माहौल बना सकते हैं । इससे बचने के लिए रवि चौधरी ने विनोद बंसल की शरण ली है । मजे की बात है कि कुछ ही दिन पहले तक विनोद बंसल के खिलाफ तमाम तरह की बकवासबाजी करने वाले रवि चौधरी ने विनोद बंसल को फाउंडेशन बॉल कार्यक्रम में बासकर चॉकलिंगम का परिचय प्रस्तुत करने की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है । रवि चौधरी को उम्मीद है कि यह जिम्मेदारी ले कर और कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में अपना नाम देख कर विनोद बंसल खुश हो जायेंगे तथा पिछले दिनों उनके द्वारा की गई बकवासबाजी की बात को भूल कर फाउंडेशन बॉल कार्यक्रम को सफल बनाने तथा बासकर चॉकलिंगम से बचाने में उनकी मदद करेंगे । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में रवि चौधरी की तमाम तरह की बदनामियों से जुड़े विवादों की छाया में हो रहे फाउंडेशन बॉल कार्यक्रम पर सभी लोगों की निगाह यह देखने पर भी है कि इस कार्यक्रम में रवि चौधरी के नाम और क्या नया विवाद जुड़ता है ?