Wednesday, February 7, 2018

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में ट्रेनिंग सेमीनार के आयोजन की तैयारी से दूध में पड़ी मक्खी की तरह से निकाल बाहर फेंके जाने से बौखलाए रवि चौधरी ने विनय भाटिया और विनोद बंसल पर एक साथ हमला बोला

नई दिल्ली । असिस्टेंट गवर्नर्स व डिस्ट्रिक्ट टीम के ट्रेनिंग सेमीनार के आयोजन को महँगा बताते हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट विनय भाटिया पर जिस तरह से हमला बोला है, उससे उन्होंने जता दिया है कि विनय भाटिया के साथ उन्होंने छोटे भाई और बड़े भाई के जो संबंध बनाए हुए थे, वह फर्जी थे - और उनकी बदतमीजी का शिकार बनने से कोई भी नहीं बच सकता है । हालाँकि जो लोग दोनों के नजदीक रहे हैं, उनका कहना है कि रवि चौधरी वास्तव में इस बात पर भड़के हुए हैं कि पिछले कुछ समय से विनय भाटिया उनसे अलग चल रहे हैं । रवि चौधरी को उम्मीद थी कि विनय भाटिया जो भी कुछ करेंगे, उनसे पूछ/बता कर करेंगे; कुछ समय तक विनय भाटिया ने उनकी उम्मीद पूरी भी की - किंतु अब रवि चौधरी को लग रहा है कि विनय भाटिया उन्हें किनारे कर रहे हैं । असिस्टेंट गवर्नर्स व डिस्ट्रिक्ट टीम के ट्रेनिंग सेमीनार के आयोजन की तैयारी से तो विनय भाटिया ने रवि चौधरी को पूरी तरह अलग-थलग रखा । दोनों के नजदीक रहे लोगों का कहना है कि विनय भाटिया के इसी बदले हुए रवैये को लेकर रवि चौधरी भड़के हुए हैं और अपना भड़कना 'दिखाते' हुए ही उन्होंने ट्रेनिंग सेमीनार में ज्यादा पैसा लेने का आरोप लगाया है । रवि चौधरी का कहना है कि होटल जब सभी इंतजाम के लिए 35 हजार रुपए ले रहा है, तो विनय भाटिया 48 हजार रुपए क्यों बसूल रहे हैं ? रवि चौधरी का कहना है कि असिस्टेंट गवर्नर्स के ट्रेनिंग सेमीनार के लिए तो रोटरी इंटरनेशनल से भी पैसे मिलते हैं । विनय भाटिया के लिए मुसीबत की बात यह हुई है कि यूँ तो लोग रवि चौधरी की बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं, और मानते/समझते हैं कि बकवास करना रवि चौधरी का स्वभाव ही है; लेकिन 35 के बदले 48 हजार रुपए बसूलने के उनके आरोप लोगों को उकसा रहे हैं ।
असिस्टेंट गवर्नर्स व डिस्ट्रिक्ट टीम के ट्रेनिंग सेमीनार के बहाने से विनय भाटिया पर हमला करते हुए रवि चौधरी ने पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनोद बंसल को भी लपेटे में ले लिया है । विनोद बंसल को विनय भाटिया ने अपने गवर्नर-काल में डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाया है । रवि चौधरी ने यह दावा तो कई बार खुद ही किया है कि विनोद बंसल को उनके और विनय भाटिया के बीच बना 'दोस्ताना' पसंद नहीं आ रहा है, और वह इस दोस्ताना का खत्म करने/करवाने के लिए प्रयत्नशील हैं । विनोद बंसल के रवैये के चलते हुए ही रवि चौधरी ने बहुत कोशिश की कि विनय भाटिया उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटा दें । एक मौके पर तो ऐसा लगा भी कि विनय भाटिया, रवि चौधरी की कोशिशों को कामयाब कर ही देंगे । विनोद बंसल की तरफ से सुना भी गया कि विनय भाटिया उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर पद से हटा देंगे, तो हट जायेंगे - इसमें समस्या की बात क्या है ? वास्तव में इसी आशंका में विनोद बंसल ने पेम टू के कई आयोजनों का बहिष्कार भी किया । मजे की बात यह रही कि पेम टू के एक से अधिक आयोजन करने का आईडिया विनोद बंसल का था, लेकिन वही अपनी प्रोफेशनल व्यस्तताओं का बहाना बना कर पेम टू के आयोजनों से दूर रहे । रवि चौधरी ने उन दिनों विनोद बंसल का नाम लेकर खूब फब्तियाँ कसीं कि विनोद बंसल यदि अपने प्रोफेशन में इतने ही व्यस्त हैं, तो डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का पद छोड़ क्यों नहीं देते हैं ? रवि चौधरी ने अपनी बातों से विनय भाटिया और विनोद बंसल को उकसाने की कोशिश तो बहुत की, लेकिन विनोद बंसल ने धैर्य दिखाते हुए उनकी कोशिश को सफल नहीं होने दिया - और उधर विनय भाटिया को भी समझ में आ गया कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के लिए रवि चौधरी की बजाए विनोद बंसल के नजदीक रहना उनके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा ।
असिस्टेंट गवर्नर्स व डिस्ट्रिक्ट टीम के ट्रेनिंग सेमीनार के आयोजन की तैयारी से विनय भाटिया ने रवि चौधरी को जिस तरह दूध में पड़ी मक्खी की तरह से निकाल बाहर फेंका, उससे रवि चौधरी को खासा तगड़ा झटका लगा है । उनके नजदीकियों का ही कहना/बताना है कि रवि चौधरी ने तो विनय भाटिया के गवर्नर-काल में भी अपनी चौधराहट दिखाने/जताने के मंसूबे बनाए हुए थे, जो विनय भाटिया के बदले रवैये से उन्हें हवा होते हुए नजर आ रहे हैं । इसी बात का बदला लेने के लिए रवि चौधरी ने उक्त ट्रेनिंग सेमीनार को ही निशाने पर ले लिया है, और उसके बहाने से विनय भाटिया और विनोद बंसल पर एक साथ हमला बोला है । रवि चौधरी का कहना है कि विनोद बंसल हर काम को बड़ा करने/बनाने के चक्कर में खुद भी फजीहत को शिकार होते हैं, और अपने नजदीकियों को भी फँसाते हैं । उनके अनुसार, विनोद बंसल के चक्कर में ही उनके क्लब के पूर्व प्रेसीडेंट राजेश गुप्ता बेचारे ऐसे फँसे हैं कि अभी तक भी फजीहत झेल रहे हैं । रवि चौधरी की भविष्यवाणी है कि विनोद बंसल के चक्कर में विनय भाटिया भी फजीहत का शिकार बनेंगे । विनय भाटिया ने जिस तरह से रवि चौधरी से दूरी बनाना शुरू किया है, और इसकी प्रतिक्रिया में रवि चौधरी ने विनय भाटिया और विनोद बंसल को आरोपों के घेरे में लेना शुरू किया है - उससे लग रहा है कि इनके बीच अभी और तमाशे देखने को मिलेंगे ।