नई दिल्ली । पच्चीस वर्ष पहले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रहे केके गुप्ता ने अपने गवर्नर-काल की सिल्वर जुबली मनाने का फैसला करके रोटरी के इतिहास में एक अनोखा अध्याय जोड़ा है । उस
वर्ष इंटरनेशनल प्रेसीडेंट रहे क्लिफ डॉचटर्मन ने तो उनके निमंत्रण पर कहा
भी कि रोटरी में उन्होंने इस तरह के आयोजन की बात नहीं सुनी है, और यह
बहुत ही यूनीक आईडिया है । क्लिफ डॉचटर्मन सिर्फ एक पूर्व प्रेसीडेंट ही
नहीं हैं, रोटरी में और अमेरिकी समाज व प्रशासन में वह एक बड़ा नाम हैं ।
रोटरी में वह एक बड़े नेता हैं, जो रोटरी इंटरनेशनल की प्रायः सभी कमेटियों
में प्रमुख पदों पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं । रोटरी में उनकी सेवाओं को
देखते/ पहचानते और रेखांकित करते हुए उनके नाम पर 'द क्लिफ डॉचटर्मन
अवॉर्ड' की स्थापना हुई है । क्लिफ डॉचटर्मन की लिखी 'द एबीसी ऑफ रोटरी'
शीर्षक पुस्तक रोटेरियंस तथा रोटरी पर शोध करने वाले अकादमिक संस्थानों के
बीच खासी लोकप्रिय है । ऐसे क्लिफ डॉचटर्मन ने केके गुप्ता के
गवर्नर-काल के सिल्वर जुबली आयोजन को यदि यूनीक कहा है - तो यह वास्तव में
यूनीक ही है । केके गुप्ता ने अपने गवर्नर-काल के सिल्वर जुबली आयोजन से जब
क्लिफ डॉचटर्मन तक को चौंकाया व विस्मित किया है, तब दूसरों की तो बात ही
क्या है ? सचमुच में, जिस किसी ने भी केके गुप्ता के इस आयोजन के बारे में
सुना/जाना है - उसने खुशी मिश्रित आश्चर्य ही व्यक्त किया है । ऐसे समय
और माहौल में, जबकि पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स आमतौर पर पदों को पाने - और
या दूसरों को 'दिलवाने' के लिए राजनीति व जुगाड़ करने में ही व्यस्त
देखे/पहचाने जाते हैं; कोई पूर्व गवर्नर अपने गवर्नर-काल में सहयोगी और
साथी रहे रोटेरियंस के साथ सेलीब्रेट करने के बारे में सोचे - तो यह अपने
आप में यूनीक बात तो है ही ।
एक रोटेरियन के रूप में केके गुप्ता की उपलब्धियाँ यूँ भी कम नहीं हैं । 1992-93 में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रहे केके गुप्ता को 1999 में आगरा में हुए रोटरी जोन 5 व 6ए के रोटरी इंस्टीट्यूट का चेयरमैन बनने का मौका मिला था । रोटरी फाउंडेशन के 'मेरिटोरियस सर्विस' अवॉर्ड तथा 'डिस्टिंगुइशड सर्विस' अवॉर्ड के साथ-साथ रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिष्ठित 'सर्विस अबव सेल्फ' से नवाजे जा चुके केके गुप्ता को एक बार सीओएल रिप्रेजेंटेटिव तथा रोटरी इंटरनेशनल प्रेसीडेंट के रिप्रेजेंटेटिव के रूप में दो बार भूमिका निभाने का मौका मिला । वह दो बार डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर रहे हैं । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की जिम्मेदारी निभाने के बाद इन तमाम भूमिकाओं को निभाते तथा उपलब्धियों को प्राप्त करते हुए केके गुप्ता का स्वाभाविक रूप से रोटरी से नजदीक का संबंध निरंतर बना रहा है । संभवतः इसी बात ने उन्हें अपने गवर्नर काल की सिल्वर जुबली मनाने के लिए प्रेरित किया होगा । एक दिलचस्प संयोग यह है कि केके गुप्ता के गवर्नर-काल में रोटरी क्लब गाजियाबाद सेंट्रल के प्रेसीडेंट रहे सुभाष जैन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का पद-भार सँभालने की तैयारी कर रहे हैं । पच्चीस वर्ष पहले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रहे केके गुप्ता और पच्चीस वर्ष पहले प्रेसीडेंट रहे सुभाष जैन के गवर्नर पद की तरफ बढ़ने के बने संयोग के चलते केके गुप्ता के गवर्नर वर्ष का सिल्वर जुबली कार्यक्रम का परिदृश्य और भी दिलचस्प हो गया है ।
केके गुप्ता के गवर्नर-काल के सिल्वर जुबली आयोजन की तैयारी ने छोटे/बड़े रोटेरियंस को खुशी मिश्रित आश्चर्य के साथ प्रेरित किया है, और हर किसी ने केके गुप्ता के इस आईडिया की तारीफ ही की है । केके गुप्ता ने आयोजन के लिए 23 फरवरी की तारीख भी बहुत सोच-विचार कर तय की है । उल्लेखनीय है कि 113 वर्ष पहले, वर्ष 1905 में 23 फरवरी के दिन ही रोटरी की स्थापना हुई थी और रोटरी के संस्थापक पॉल हैरिस ने शिकागो में पहले रोटरी क्लब का गठन किया था । अपने गवर्नर-काल के सिल्वर जुबली कार्यक्रम को रोटरी के स्थापना दिवस से जोड़ कर केके गुप्ता ने रोटरी के प्रति अपने विश्वास और अपनी प्रतिबद्धता का ही इज़हार किया है - जो आजकल कम ही देखने को मिलता है । पिछले पच्चीस वर्षों में रोटरी बहुत बदल गई है : रोटरी का न केवल भारी विस्तार हुआ है, बल्कि उसका स्वरूप भी खासा बदल गया है । कोई भी बदलाव चूँकि अच्छे और बुरे दोनों रूपों में होता है - इसलिए रोटरी में भी पिछले पच्चीस वर्षों में बहुत सी अच्छी बातें जुड़ी हैं, तो बहुत कुछ घटियापन भी आया है । इस लिहाज से देखें तो केके गुप्ता के गवर्नर-काल का सिल्वर जुबली कार्यक्रम रोटरी के पिछले पच्चीस वर्षों के इतिहास का मूल्याँकन करने का मौका भी उपलब्ध करवाता है ।
एक रोटेरियन के रूप में केके गुप्ता की उपलब्धियाँ यूँ भी कम नहीं हैं । 1992-93 में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रहे केके गुप्ता को 1999 में आगरा में हुए रोटरी जोन 5 व 6ए के रोटरी इंस्टीट्यूट का चेयरमैन बनने का मौका मिला था । रोटरी फाउंडेशन के 'मेरिटोरियस सर्विस' अवॉर्ड तथा 'डिस्टिंगुइशड सर्विस' अवॉर्ड के साथ-साथ रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिष्ठित 'सर्विस अबव सेल्फ' से नवाजे जा चुके केके गुप्ता को एक बार सीओएल रिप्रेजेंटेटिव तथा रोटरी इंटरनेशनल प्रेसीडेंट के रिप्रेजेंटेटिव के रूप में दो बार भूमिका निभाने का मौका मिला । वह दो बार डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर रहे हैं । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की जिम्मेदारी निभाने के बाद इन तमाम भूमिकाओं को निभाते तथा उपलब्धियों को प्राप्त करते हुए केके गुप्ता का स्वाभाविक रूप से रोटरी से नजदीक का संबंध निरंतर बना रहा है । संभवतः इसी बात ने उन्हें अपने गवर्नर काल की सिल्वर जुबली मनाने के लिए प्रेरित किया होगा । एक दिलचस्प संयोग यह है कि केके गुप्ता के गवर्नर-काल में रोटरी क्लब गाजियाबाद सेंट्रल के प्रेसीडेंट रहे सुभाष जैन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का पद-भार सँभालने की तैयारी कर रहे हैं । पच्चीस वर्ष पहले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रहे केके गुप्ता और पच्चीस वर्ष पहले प्रेसीडेंट रहे सुभाष जैन के गवर्नर पद की तरफ बढ़ने के बने संयोग के चलते केके गुप्ता के गवर्नर वर्ष का सिल्वर जुबली कार्यक्रम का परिदृश्य और भी दिलचस्प हो गया है ।
केके गुप्ता के गवर्नर-काल के सिल्वर जुबली आयोजन की तैयारी ने छोटे/बड़े रोटेरियंस को खुशी मिश्रित आश्चर्य के साथ प्रेरित किया है, और हर किसी ने केके गुप्ता के इस आईडिया की तारीफ ही की है । केके गुप्ता ने आयोजन के लिए 23 फरवरी की तारीख भी बहुत सोच-विचार कर तय की है । उल्लेखनीय है कि 113 वर्ष पहले, वर्ष 1905 में 23 फरवरी के दिन ही रोटरी की स्थापना हुई थी और रोटरी के संस्थापक पॉल हैरिस ने शिकागो में पहले रोटरी क्लब का गठन किया था । अपने गवर्नर-काल के सिल्वर जुबली कार्यक्रम को रोटरी के स्थापना दिवस से जोड़ कर केके गुप्ता ने रोटरी के प्रति अपने विश्वास और अपनी प्रतिबद्धता का ही इज़हार किया है - जो आजकल कम ही देखने को मिलता है । पिछले पच्चीस वर्षों में रोटरी बहुत बदल गई है : रोटरी का न केवल भारी विस्तार हुआ है, बल्कि उसका स्वरूप भी खासा बदल गया है । कोई भी बदलाव चूँकि अच्छे और बुरे दोनों रूपों में होता है - इसलिए रोटरी में भी पिछले पच्चीस वर्षों में बहुत सी अच्छी बातें जुड़ी हैं, तो बहुत कुछ घटियापन भी आया है । इस लिहाज से देखें तो केके गुप्ता के गवर्नर-काल का सिल्वर जुबली कार्यक्रम रोटरी के पिछले पच्चीस वर्षों के इतिहास का मूल्याँकन करने का मौका भी उपलब्ध करवाता है ।