Tuesday, February 13, 2018

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी से तरह तरह के 'लाभ' उठाने के प्रयासों के चलते बबाल में घिरी सारिका यादव के मामले में दो पूर्व गवर्नर सुरेश जैन व संजय खन्ना भी 'आमने-सामने' हुए

नई दिल्ली । रोटरी क्लब दिल्ली साऊथ ईस्ट की प्रेसीडेंट सारिका यादव के रवैये के कारण बनी नाराजगी से भड़के माहौल को शांत करने के लिए पूर्व प्रेसीडेंट्स की मीटिंग के बाद मामला सुलझने की बजाए बढ़ और गया लगता है । पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुरेश जैन के इस मीटिंग में शामिल न होने से मीटिंग में माहौल यूँ भी तनावपूर्ण था, जिसे सारिका यादव के नए आरोपों ने और उलझा दिया । अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने और या शर्मिंदा होने की बजाए सारिका यादव ने जिस तरह क्लब के कुछेक सदस्यों पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया, उससे क्लब के कुछेक और सदस्यों ने भी घोषणा कर दी है कि सारिका यादव के अध्यक्ष रहते वह क्लब के आयोजनों में शामिल नहीं होंगे । पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुरेश जैन पहले से ही यह घोषणा किए हुए हैं । क्लब के सदस्यों के अनुसार, क्लब के सदस्य एक अन्य पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर संजय खन्ना ने सुरेश जैन को समझाने तथा उनकी नाराजगी दूर करने के काफी प्रयास किए हैं, और उनके प्रयासों के चलते ही उम्मीद बनी थी कि सुरेश जैन पूर्व प्रेसीडेंट्स की मीटिंग में शामिल होंगे - लेकिन सुरेश जैन के मीटिंग में शामिल न होने से संदेश गया है कि वह संजय खन्ना के प्रयासों से संतुष्ट नहीं हैं । क्लब के कुछेक सदस्यों को लगता है कि बीच-बचाव करने के संजय खन्ना के प्रयासों को देख/जान कर सारिका यादव ने समझ लिया है कि उनका प्रेसीडेंट पद बच ही जाएगा - और इसीलिए उन्होंने क्लब के और कई सदस्यों को निशाना बना लिया है । सारिका यादव के इस रवैये से क्लब में सुलझता दिख रहा मामला भड़क और गया है ।
उल्लेखनीय है कि रोटरी क्लब दिल्ली साऊथ ईस्ट में पैदा हुए बबाल का मुख्य विषय यह है कि क्लब के प्रेसीडेंट की प्रतिबद्धता क्लब व क्लब के सदस्यों के प्रति ज्यादा होनी चाहिए या डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के प्रति ? सारिका यादव के खिलाफ जो गंभीर आरोप है और जिसने क्लब के सदस्यों को भड़काया हुआ है, वह यही है कि क्लब की प्रेसीडेंट के रूप में सारिका यादव डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने/जताने के चक्कर में क्लब के फैसलों के साथ न सिर्फ धोखा करती रही हैं, बल्कि क्लब के वरिष्ठ सदस्यों को रवि चौधरी द्वारा अपमानित किए जाने की कार्रवाईयों को भी समर्थन देती रही हैं । क्लब के मौजूदा हालात से खफा सदस्यों का कहना है कि बीच-बचाव करने वाले वरिष्ठ सदस्य लेकिन सारिका यादव से इस मुख्य आरोप का जबाव लेने की कोई कोशिश ही नहीं कर रहे हैं; और इस कारण क्लब के सदस्यों को अपमानित करने के अपने रवैये में सारिका यादव कोई सुधार करती हुई नहीं दिख रही हैं । उनके रवैये के कारण पूर्व प्रेसीडेंट्स की मीटिंग के बाद हालात और बिगड़ गए हैं ।
अभी तक यह समझा जा रहा था कि क्लब और क्लब के सदस्यों की बजाए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर को ज्यादा तवज्जो देने के पीछे सारिका यादव का उद्देश्य अपने लिए अवॉर्ड का जुगाड़ करना ही है; लेकिन अब कुछेक नई बातें चर्चा में आ रही हैं, जिनसे मामला और गंभीर होता जा रहा है । सारिका यादव के पति सम्राट यादव को रवि चौधरी ने अपनी टीम में डिस्ट्रिक्ट वेबसाईट कमेटी के चेयरमैन का पद दिया हुआ है, जिसके तहत उन्हें डिस्ट्रिक्ट की वेबसाईट बनाने और चलाने की जिम्मेदारी निभानी है । रवि चौधरी ने डिस्ट्रिक्ट की वेबसाईट बनवाने/चलवाने के खर्चे पूरे करने के लिए प्रत्येक क्लब से बीस-बीस हजार रुपए की सहयोग राशि की माँग की है । यह बात किसी को नहीं पता कि इस तरह से जो करीब पंद्रह लाख रुपए इकट्ठा होंगे, वह किसे मिलेंगे - वह सम्राट यादव को मिलेंगे और या रवि चौधरी की जेब में जायेंगे ? सम्राट यादव को डिस्ट्रिक्ट की वेबसाईट बनाने/चलाने की जो जिम्मेदारी मिली है, वह डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की टीम के एक पदाधिकारी के रूप में उन्हें मिली है, या यह एक प्रोफेशनल असाइनमेंट है जिसके उन्हें पैसे मिलने हैं - और यदि उन्हें पैसे मिलने हैं, तो कितने मिलने हैं; और यदि उन्हें पैसे नहीं मिलने हैं तो वेबसाईट के नाम पर क्लब्स से इकट्ठे किए जाने वाले करीब पंद्रह लाख रुपयों का होगा क्या ? यह कुछ ऐसे सवाल हैं, जिन पर रवि चौधरी ने पूरी तरह चुप्पी साधी हुई है । यह सवाल इसलिए भी बड़े गड़बड़झाले का संकेत देते हैं, क्योंकि यह बात भी चर्चा में है कि रवि चौधरी ने सारिका यादव को आश्वस्त किया हुआ है कि वह उनसे बिना कोई पैसा लिए उन्हें 'मेजर डोनर' का खिताब दिलवायेंगे । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रोटरी फाउंडेशन के नाम पर मिले पैसों को 'दिखाने' में हेराफेरी करके कम पैसों में पीएचएफ और मेजर डोनर 'बनाने' का खेल करते हुए तो सुने गए हैं, लेकिन रवि चौधरी बिना कोई पैसा लिए सारिका यादव को मेजर डोनर बना/बनवा देंगे - इस बात ने क्लब व डिस्ट्रिक्ट के लोगों को चौंकाया जरूर है ।
लोग चौंके जरूर हों, लेकिन सारिका यादव को दिए रवि चौधरी के आश्वासन पर वास्तव में शक किसी को नहीं हुआ । हर कोई मानता है कि रवि चौधरी ने सारिका यादव को यदि कोई पैसा लिए बिना मेजर डोनर बनाने/बनवाने का आश्वासन दिया है, तो वह उसे अवश्य ही पूरा करेंगे । डिस्ट्रिक्ट विन्स सेमीनार का नजारा लोगों को खूब याद है - जहाँ समयाभाव का वास्ता देते हुए रवि चौधरी ने रोटरी इंडिया विन्स प्रोग्राम के चेयरमैन सुशील गुप्ता का भाषण तो नहीं होने दिया था, लेकिन सारिका यादव के एक निजी शुभ अवसर को सेलीब्रेट करने के लिए उनके पास समय का कोई अभाव नहीं था । रोटरी की, रोटरी के एक महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम के रूप में विन्स प्रोग्राम की, और पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर सुशील गुप्ता की एक साथ ऐसीतैसी करते हुए रवि चौधरी ने डिस्ट्रिक्ट विन्स सेमीनार में सारिका यादव से केक कटवाने का जो कार्यक्रम करवाया था - वह इस बात की मिसाल है कि रवि चौधरी के लिए सारिका यादव की क्या अहमियत है । इसीलिए बिना पैसा लिए सारिका यादव को मेजर डोनर बनवाने के रवि चौधरी के आश्वासन पर किसी को भी शक नहीं है । समझा जाता है कि अवॉर्ड और मेजर डोनर जैसे आश्वासनों के चलते ही सारिका यादव ने अपने क्लब और क्लब के सदस्यों की साख व प्रतिष्ठा की अनदेखी की हुई है - लेकिन जो अभी फिलहाल उनके लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है । सारिका यादव के व्यवहार व रवैये को लेकर छिड़े बबाल के चलते रोटरी क्लब दिल्ली साऊथ ईस्ट में एक दिलचस्प नजारा यह भी बना है कि एक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुरेश जैन तो बुरी तरह खफा हैं, लेकिन दूसरे पूर्व गवर्नर संजय खन्ना मामले को ठंडा करने की कोशिशों में जुटे हैं ।