Tuesday, March 20, 2018

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080 में डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस में हुई अपनी फजीहत के लिए 'इंटरनेशनल प्रतिनिधि' मुकेश अरनेजा को जिम्मेदार मान रहे राजा साबू और उनके साथी गवर्नर्स ने मुकेश अरनेजा को सबक सिखाने की तैयारी दिखाई है

चंडीगढ़ । राजेंद्र उर्फ राजा साबू और उनके साथी पूर्व गवर्नर्स ने रोटरी इंटरनेशनल में मुकेश अरनेजा के रवैये की शिकायत करने तथा यह अनुरोध करने की तैयारी शुरू की है कि मुकेश अरनेजा को आगे किसी भी डिस्ट्रिक्ट में प्रतिनिधि बना कर न भेजा जाये । मुकेश अरनेजा डिस्ट्रिक्ट 3012 के पूर्व गवर्नर हैं और राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट - डिस्ट्रिक्ट 3080 की अभी हाल ही में संपन्न हुई डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस में रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए थे । राजा साबू और उनके साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स का आरोप है कि उनके डिस्ट्रिक्ट के एक मामले में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर मुकेश अरनेजा ने हस्तक्षेप किया, जिसके कारण कॉन्फ्रेंस में मौजूद लोगों के बीच डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स की बदनामी हुई और उन्हें फजीहत का सामना करना पड़ा । डिस्ट्रिक्ट 3080 के एक पूर्व गवर्नर ने इन पंक्तियों के लेखक से बात करते हुए बताया कि उन्हें शिकायत इस बात की है कि मुकेश अरनेजा डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस में एक मेहमान के रूप में थे, और रोटरी इंटरनेशनल का प्रतिनिधित्व कर रहे थे - लेकिन उन्होंने न एक मेहमान की गरिमा का ध्यान रखा और न रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिनिधि होने की जिम्मेदारी निभाई । कॉन्फ्रेंस में डिस्ट्रिक्ट की कार्यप्रणाली से जुड़े एक मामले में चल रही एक बहस में वह नाहक ही कूद पड़े और एक पक्ष बन गए - और इस तरह उन्होंने रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिनिधि होने का मजाक बना दिया । डिस्ट्रिक्ट 3080 के पूर्व गवर्नर्स का मानना और कहना है कि मुकेश अरनेजा का व्यवहार डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स को अपमानित करने वाला रहा और रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिनिधि के रूप में उक्त मामले में उनका हस्तक्षेप गैरजरूरी था ।
राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट की कॉन्फ्रेंस में एक प्रस्ताव डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी के चुनाव से जुड़ी व्यवस्था को लेकर प्रस्तुत हुआ । मौजूदा व्यवस्था के अनुसार, अधिकृत उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए नोमीनेटिंग कमेटी बनती है, जिसमें वरिष्टतानुसार दो पूर्व गवर्नर्स भी होते हैं । डिस्ट्रिक्ट में आरोप रहा है कि यह पूर्व गवर्नर्स नोमीनेटिंग कमेटी के फैसले को प्रभावित करते हैं और अपनी पसंद का डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी 'चुनवाते' हैं । रोटरी क्लब चंडीगढ़ सिटी ब्यूटीफुल ने प्रस्ताव दिया कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में नोमीनेटिंग कमेटी की व्यवस्था को हटाया जाये और सीधा चुनाव करवाया जाये, ताकी क्लब्स के प्रेसीडेंट और बोर्ड सदस्यों की 'राय' से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी का चुनाव हो सके । यह प्रस्ताव डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की मनमानी भूमिका को चूँकि खत्म करता है, इसलिए इस प्रस्ताव पर उनको भड़कना ही था - और वह भड़के भी, वह बुरी तरह भड़के । पूर्व गवर्नर्स की तरफ से मोर्चा संभाला जेपीएस सीबिया और शाजु पीटर ने । उनका कहना था कि चूंकि इस प्रस्ताव पर कॉलिज ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग में विचार नहीं किया गया है, इसलिए इसे अभी कॉन्फ्रेंस में नहीं रखा जा सकता है । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर टीके रूबी का कहना था कि डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस में किसी प्रस्ताव को रखने के लिए रोटरी इंटरनेशनल का जो नियम है, उसका पूरी तरह पालन हुआ है - इसलिए यह प्रस्ताव और इस पर लिया जाने वाला फैसला पूरी तरह वैध होगा । दोनों पक्षों की तरफ से भारी गर्मागर्मी थी - पूर्व गवर्नर्स पूरा जोर लगाए हुए थे कि वह किसी भी तरह से इस प्रस्ताव को बेदखल कर/करवा दें । लेकिन अचानक से मामले में कूद पड़ कर मुकेश अरनेजा ने पूर्व गवर्नर्स के जोर की सारी हवा निकाल दी ।
मुकेश अरनेजा ने पूर्व गवर्नर्स के तर्कों को बेमानी बताया और कहा कि कॉन्फ्रेंस में प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए निर्धारित व्यवस्था का पालन यदि किया गया है, तो पूर्व गवर्नर्स का इस बिना पर विरोध करने का कोई मतलब नहीं रह जाता है कि प्रस्ताव पर उनके बीच चर्चा नहीं हुई है । मुकेश अरनेजा की बात को सुनकर पूर्व गवर्नर्स के प्रति लोगों के मन में दबा गुस्सा फूट पड़ा और फिर माहौल पूरी तरह पूर्व गवर्नर्स के खिलाफ हो गया । लोगों की बढ़ती और मुखर होती नाराजगी को भाँप कर राजा साबू तो चुपचाप मौके से ही निकल भागे । रोटरी क्लब चंडीगढ़ सिटी ब्यूटीफुल के वरिष्ठ पूर्व प्रेसीडेंट मोहिंदर पॉल गुप्ता द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव तो भारी समर्थन के साथ पास हुआ ही, राजा साबू और उनके साथी पूर्व गवर्नर्स की भारी फजीहत भी हुई । राजा साबू और उनके साथी पूर्व गवर्नर्स अपनी इस फजीहत के लिए मुकेश अरनेजा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं । उनका मानना और कहना है कि वह अपनी एकजुटता से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर टीके रूबी पर पहले के कई अवसरों की तरह दबाव बना ही लेते और उन्हें उक्त प्रस्ताव वापस लेने के लिए मजबूर कर देते, लेकिन मुकेश अरनेजा के गैरजरूरी व अनपेक्षित हस्तक्षेप ने मामले को इस तरह उनके खिलाफ कर दिया कि फिर उन्हें पीछे हटना ही पड़ा । अपनी फजीहत में मुकेश अरनेजा की निर्णायक भूमिका को देख/पहचान कर ही राजा साबू और उनके साथी पूर्व गवर्नर्स मुकेश अरनेजा के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में जुट गए हैं । वह मुकेश अरनेजा के रवैये की शिकायत रोटरी इंटरनेशनल में करने की तैयारी कर रहे हैं ।
राजा साबू और उनके साथी गवर्नर्स मुद्दा बना रहे हैं कि मुकेश अरनेजा की पूर्व की हरकतों के साथ इस नई हरकत को देखते हुए उन्हें जिम्मेदारी का कोई काम सौंपना ही नहीं चाहिए । वह रेखांकित कर रहे हैं कि अपनी हरकतों के चलते ही मुकेश अरनेजा अपने क्लब से खदेड़े जा चुके हैं; पूर्व गवर्नर अमित जैन ने अपने गवर्नर-काल के लिए उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाया था, लेकिन उनकी हरकतों से तंग आकर दो महीने बाद ही उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटा दिया था; पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर मनोज देसाई ने मुकेश अरनेजा की कुख्याति को देखते हुए ही उन्हें अपनी देखरेख में हुई जोन इंस्टीट्यूट से दूर ही रखा था; डिस्ट्रिक्ट रोटरी फाउंडेशन चेयरमैन के रूप में मुकेश अरनेजा की बेईमानीपूर्ण कारगुजारियों की शिकायत निवर्त्तमान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर शरत जैन ने की हुई है; मुकेश अरनेजा के खिलाफ एक महिला रोटेरियन के साथ अभद्रता व बदतमीजी करने का आरोप लगा, जिसकी जाँच के लिए रोटरी इंटरनेशनल को जाँच टीम का गठन करना पड़ा था; आदि-इत्यादि ऐसे मामले हैं जो मुकेश अरनेजा के फितरती स्वभाव तथा उनके 'चरित्र' की तरफ संकेत करते हैं । अपनी फजीहत से परेशान और इसके लिए मुकेश अरनेजा को जिम्मेदार मान रहे राजा साबू और उनके साथी गवर्नर्स ने मुकेश अरनेजा को सबक सिखाने की जो तैयारी दिखाई है, उसने मुकेश अरनेजा के लिए मुश्किलों को बढ़ाने का ही काम किया है ।