Tuesday, March 13, 2018

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल के डायरेक्टर वीके लूथरा ने जेपी सिंह और इंद्रजीत सिंह के बीच हुए विवाद में मनमाने तरीके से कूद कर और विनय गर्ग को भी लपेटे में ले कर अपने बेटे का धंधा जमाने का जुगाड़ किया है क्या ?

नई दिल्ली । नरेश अग्रवाल और जेपी सिंह को खुश करने के चक्कर में इंटरनेशनल डायरेक्टर वीके लूथरा ने मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट 321 के चेयरमैन विनय गर्ग तथा डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इंद्रजीत सिंह को लेकर जो बयानबाजी की, उसके चलते वह भारी फजीहत का शिकार हो गए हैं । उनकी बयानबाजी पर विनय गर्ग ने सख्त आपत्ति करते हुए जो पत्र लिखा है, वह लायंस इंटरनेशनल के इतिहास की अनोखी घटना बन गया है । इससे पहले शायद ही कभी यह हुआ होगा कि किसी इंटरनेशनल डायरेक्टर को किसी मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन से फटकार खानी पड़ी हो । विनय गर्ग का कहना रहा कि इंटरनेशनल डायरेक्टर के पद को लेकर उनके मन में बहुत सम्मान है, लेकिन वीके लूथरा ने हरकत ही ऐसी की कि उन्हें उनके खिलाफ कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होना पड़ा । जिसने भी इस किस्से को जाना है, उसने यही माना है कि लालच के चक्कर में वीके लूथरा ने न तो अपने पद की गरिमा का ध्यान रखा और न ही लायन भावना की परवाह की - और दूसरे के फटे में टाँग अड़ा कर अपनी फजीहत करवा बैठे हैं ।
मामला डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू की तीसरी कैबिनेट मीटिंग में जेपी सिंह और इंद्रजीत सिंह के बीच हुई तू तू मैं मैं का है । उस मामले को लेकर इंद्रजीत सिंह ने लायंस इंटरनेशनल के पदाधिकारियों से जेपी सिंह के व्यवहार की शिकायत की है । इंद्रजीत सिंह का आरोप है कि जेपी सिंह ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और उनके हाथ से माइक छीना । इंद्रजीत सिंह ने अपने साथ हुई घटना का विवरण देते हुए लायन इंटरनेशनल के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि इस घटना का संज्ञान लेते हुए उन्हें जेपी सिंह को इंटरनेशनल डायरेक्टर के रूप में स्वीकार करने के बारे में विचार करना चाहिए । उनका कहना रहा कि जेपी सिंह इंटरनेशनल डायरेक्टर बनने से पहले ही जब एक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के साथ इस तरह की हरकत कर सकते हैं, तो सोचने की बात यह है कि इंटरनेशनल डायरेक्टर बनने के बाद वह क्या क्या करेंगे ? डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में इंद्रजीत सिंह ने अपनी शिकायत में लायंस इंटरनेशनल के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि जेपी सिंह द्वारा उनके साथ किए गए व्यवहार को देखते हुए उन्हें इंटरनेशनल डायरेक्टर के रूप में स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए ।
इंद्रजीत सिंह को लायंस इंटरनेशनल कार्यालय की तरफ से अपने शिकायती पत्र का तो कोई जबाव नहीं मिला, लेकिन उक्त मामले को लेकर इंटरनेशनल डायरेक्टर वीके लूथरा का एक पत्र जानकारी में आया है । इस पत्र में वीके लूथरा ने दावा किया कि उन्होंने उक्त घटना की अपने स्तर पर जाँच की है और पाया है कि जो हुआ उसमें गलती जेपी सिंह की नहीं, बल्कि इंद्रजीत सिंह और विनय गर्ग की है । इंद्रजीत सिंह और विनय गर्ग पर दोषारोपण करते हुए वीके लूथरा इस हद तक चले गए कि उन्होंने इन दोनों को लायनिज्म से निकालने तक की सिफारिश कर दी है । वीके लूथरा के इस पत्र ने इंद्रजीत सिंह और विनय गर्ग को बुरी तरह भड़का दिया है । विनय गर्ग की नाराजगी इसलिए भी है कि जिस घटना को लेकर बात की जा रही है, वह जेपी सिंह और इंद्रजीत सिंह के बीच घटी थी - वीके लूथरा ने उन्हें नाहक ही मामले में लपेट लिया है; वह घटनास्थल पर मौजूद तो थे, लेकिन न उन्होंने जेपी सिंह से कुछ कहा था और न जेपी सिंह ने उनसे कुछ कहा था । विनय गर्ग और इंद्रजीत सिंह का कहना/पूछना है कि वीके लूथरा अपने स्तर पर जाँच करने की जो बात कर रहे हैं, वह उन्होंने किस हैसियत से और किस आधार पर और या किसके कहने पर की है; और ऐसे कैसी जाँच की है जिसमें घटना के एक पक्ष के रूप में उनकी बात सुने बिना ही वह नतीजे पर पहुँच गए हैं ?
वीके लूथरा के इस पत्र और इसमें कही गईं बातों के सामने आने के बाद से वीके लूथरा लोगों के निशाने पर आ गए हैं । आरोप सुने जा रहे हैं कि वीके लूथरा ने मनमाने तरीके से विनय गर्ग और इंद्रजीत सिंह को निशाने पर लेकर दरअसल इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नरेश अग्रवाल तथा इंटरनेशनल डायरेक्टर होने जा रहे जेपी सिंह को खुश करने की कोशिश की है, ताकि लायनिज्म के नाम पर वह और उनका बेटा धंधा करता रह सकें । लोगों के बीच चर्चा सुनी जाती है कि वीके लूथरा का बेटा दिल्ली में ही लायंस प्रोजेक्ट्स के काम करने लगा है, और कुछेक प्रोजेक्ट्स में वीके लूथरा और उनके बेटे की सीधी संलग्नता है । यह संलग्नता बनी रहे, इसके लिए नरेश अग्रवाल और जेपी सिंह को खुश रखना उन्हें जरूरी लग रहा है । आरोप है कि इसीलिए जेपी सिंह और इंद्रजीत सिंह के बीच हुए विवाद में वीके लूथरा मनमाने तरीके से कूद पड़े हैं और उन्होंने इंद्रजीत सिंह के साथ-साथ विनय गर्ग को भी लपेटे में ले लिया है । वीके लूथरा की इस हरकत ने उनकी खुद की फजीहत तो की ही है, जेपी सिंह के लिए भी मामले को और मुश्किल बना दिया है । जेपी सिंह के शुभचिंतकों का कहना है कि वीके लूथरा जैसे उनके स्वार्थी हमदर्द उनके लिए परेशानी बढ़ाने का ही काम करेंगे - इसलिए जेपी सिंह को ऐसे लोगों से बच कर रहना चाहिए ।