Thursday, October 15, 2015

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080 में राजा साबू गिरोह की शह पर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डेविड हिल्टन द्वारा बेइज्जत कर डिस्ट्रिक्ट टीम से निकाले गए वरिष्ठ रोटेरियंस को पटाने/फुसलाने की कोशिशें सफल होंगी क्या ?

देहरादून । राजेंद्र उर्फ राजा साबू तथा उनके गिरोह के पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स के चक्कर में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डेविड हिल्टन की हालत उस बेचारे जैसी हो गई है, जिसे 'प्याज भी खाने और जूते भी खाने' के लिए मजबूर होना पड़ा था । पिछले महीने रोटरी क्लब हिमालयन रेंजेस मनसा देवी द्वारा 'स्वच्छ RID 3080' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के 'अपराध' में डेविड हिल्टन ने जिन 12 वरिष्ठ रोटेरियंस को अपनी टीम से निकाल दिया था, उन्हें फिर से अपनी टीम का हिस्सा बनाने के लिए उन्हें उनकी खुशामद में जुटना पड़ रहा है । 'थूक के चाटने' की यह कोशिश उल्लेखनीय इसलिए है क्योंकि उक्त 12 में से अधिकतर लोगों ने डेविड हिल्टन को जो लताड़ लगाई है - वह किसी भी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के लिए बहुत ही शर्म की बात होनी चाहिए । रोटरी के 110 वर्षों के गौरवशाली इतिहास में किसी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर को अपनी गवर्नरी के चौथे ही महीने में अपनी ही टीम के वरिष्ठ सहयोगियों से ऐसी लताड़ सुनने को नहीं मिली होगी, जैसी डिस्ट्रिक्ट 3080 के गवर्नर डेविड हिल्टन को सुननी पड़ी है । 
कुछेक लोगों के लिए चस्के की तथा कुछेक के लिए दुर्भाग्य की बात यह है कि डेविड हिल्टन को यह सब जो भुगतना पड़ रहा है, उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं । उनके नजदीकियों का ही कहना है कि वह तो सिर्फ इस्तेमाल हो रहे हैं - जो हो रहा है, वह उनसे करवाया जा रहा है । डेविड हिल्टन को जो लोग जानते हैं, वह भी; और जो उन्हें नहीं जानते हैं, वह भी हैरान इस बात पर हैं कि डेविड हिल्टन आखिर किस मजबूरी में कठपुतली बने हुए हैं ? उनके जैसा व्यक्ति क्या इसलिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बना था कि डिस्ट्रिक्ट के 'कर्णधार' के इशारों पर बेवकूफी भरे फैसले ले, उन फैसलों के लिए लोगों से फटकार सुने, और फिर फटकारने वाले लोगों की खुशामद में जुटे । डेविड हिल्टन की इस दशा पर कुछेक लोगों को उनसे हमदर्दी भी है; लेकिन अन्य कई लोगों का कहना है कि डेविड हिल्टन की जो दशा है, उसे उन्होंने खुद चुना है - और तमाम जलालत भुगतने के बावजूद वह कठपुतली ही बने रहना चाहते हैं, तो फिर उनसे हमदर्दी क्या दिखानी ?
डेविड हिल्टन की बेचारगी का आलम यह है कि 18 अक्टूबर को 'अवेयरनेस एंड रिलेशनशिप इंटर क्लब फोरम' शीर्षक से अंबाला में जो कार्यक्रम हो रहा है, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर होने के बावजूद उसका पूरा विवरण तक उन्हें नहीं पता है । कार्यक्रम को होस्ट कर रहे क्लब - रोटरी क्लब अंबाला के प्रेसीडेंट नैन कंवर की तरफ से उक्त कार्यक्रम का जो निमंत्रण लोगों को भेजा गया है, उसमें की-नोट स्पीकर के रूप में डिस्ट्रिक्ट के 'कर्णधार' राजेंद्र उर्फ राजा साबू के उपस्थित होने की सूचना है । इस सूचना को कुछेक लोगों ने जब डिस्ट्रिक्ट गवर्नर कार्यालय से कंफर्म करने का प्रयास किया, तो उन्हें यही सुनने को मिला कि उक्त कार्यक्रम में राजा साबू के उपस्थित होने की कोई जानकारी उन्हें नहीं है । डेविड हिल्टन की तरफ से उक्त कार्यक्रम का जो निमंत्रण लोगों को मिला है, उसमें राजा साबू का कोई जिक्र नहीं है । डेविड हिल्टन के निमंत्रण में नवरात्र फूड के साथ 'एक्सीलेंट फूड अरेंजमेंट' को कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में प्रस्तुत किया गया है । यह इस बात का एक ताजा उदाहरण है कि राजा साबू तथा उनके गिरोह के पूर्व गवर्नर्स ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डेविड हिल्टन की औकात यह बना कर रख दी है कि डिस्ट्रिक्ट के एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में की-नोट स्पीकर कौन होगा - इसकी जानकारी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर को नहीं है ।
डेविड हिल्टन इस समय लेकिन इस बात से ज्यादा परेशान नहीं हैं; वह टीम से निकाले गए वरिष्ठ रोटेरियंस को फिर से मनाने का काम सौंपे जाने से ज्यादा परेशान हैं । इस काम में उन्हें हालाँकि राजा साबू गिरोह के कुछेक पूर्व गवर्नर्स का सहयोग मिल रहा है, किंतु इस काम के सफल होने का सारा दारोमदार उन्हीं के कंधों पर है; और उनके लिए लोगों को यह समझाना मुश्किल हो रहा है कि उन्हें टीम से निकालने का फैसला उन्होंने लिया क्यों था ? उल्लेखनीय है कि डेविड हिल्टन ने अपनी टीम से निकालने की जो चिट्ठी लोगों को भेजी थी, उसमें मुख्यतः दो आरोप थे : एक यह कि वह रोटरी क्लब हिमालयन रेंजेस मनसा देवी के अनधिकृत कार्यक्रम में क्यों गए; और दूसरा यह की उक्त कार्यक्रम में उन्होंने डिस्ट्रिक्ट मैटर पर बात क्यों की ? यह दोनों आरोप अपने आप में बड़े फनी किस्म के आरोप हैं ! सवाल यह है कि रोटरी क्लब हिमालयन रेंजेस मनसा देवी को यदि रोटरी इंटरनेशनल से मान्यता प्राप्त है, तथा डिस्ट्रिक्ट में भी वह मान्यता रखता है और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर उसके सदस्यों से डिस्ट्रिक्ट ड्यूज लेता है, तब फिर उसका कार्यक्रम अनधिकृत कैसे हो गया ? रोटरी में और या डिस्ट्रिक्ट में ऐसा कोई नियम या ऐसी कोई परंपरा व व्यवस्था भी नहीं है कि किसी क्लब से उसके किसी कार्यक्रम का निमंत्रण मिलने पर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर से उसके अधिकृत/अनधिकृत होने की पुष्टि की जाये और उसमें जाने की अनुमति माँगी जाए । किसी क्लब के कार्यक्रम का निमंत्रण मिलने पर लोग उसमें जाते ही हैं, उन्हें जाना भी चाहिए - इसमें आरोप वाली क्या बात है ? डिस्ट्रिक्ट मैटर पर बात करने वाला आरोप तो और भी मजेदार है ! अब रोटरी के किसी कार्यक्रम में रोटेरियंस यदि इकट्ठा हुए हैं, तो वह यह बात तो नहीं ही करेंगे कि कौन से खान की कौन सी फिल्म कैसी चल रही है, या मोबाइल फोन के नए मॉडल्स में क्या क्या फीचर्स हैं; - वह रोटरी की और डिस्ट्रिक्ट की ही बात करेंगे, और उस समय के मौजूँ विषय पर ही बात करेंगे । इसके लिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर उन्हें अपनी टीम से निकाल दे, यह कैसा तो न्याय है और कैसी रोटरी है ?
उल्लेखनीय है कि डेविड हिल्टन ने जिन 12 वरिष्ठ रोटेरियंस को अपनी टीम से बाहर किया - वह सभी असिस्टेंट गवर्नर रह चुके हैं तथा पॉल हैरिस फेलो हैं; उनमें दो मेजर डोनर हैं तथा दो रोटरी के सबसे बड़े अवार्ड 'सर्विस अबव सेल्फ' के प्राप्तकर्ता हैं; उनमें चार लोग डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरीज रह चुके हैं तथा एक डिस्ट्रिक्ट ट्रेजरर रह चुके हैं; उनमें चार लोग सार्जेंट आर्म रहे हैं तथा दो लोग जीएसटी टीम लीडर रहे हैं; उनमें दो रोटरी मेडीकल मिशन के वालिंटियर रहे हैं । इनमें कुछेक तो ऐसे हैं जिनसे डेविड हिल्टन को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में काम करने में खासा महत्वपूर्ण सहयोग मिला है । इस पहचान के वरिष्ठ रोटेरियंस को डेविड हिल्टन ने जिस तरह से अपनी टीम से निकाल दिया, उसने उल्टा ही असर किया और डेविड हिल्टन की भारी फजीहत हुई । टीम से निकाले गए कुछेक सदस्यों ने डेविड हिल्टन को लताड़ते हुए कर्री कर्री चिट्ठी तो लिखी हीं, और उन चिट्ठियों को सार्वजनिक भी किया; रोटरी क्लब देहरादून सेंट्रल के दो सदस्यों को टीम से निकाले जाने पर नाराजगी भरी प्रतिक्रिया देते हुए क्लब के अध्यक्ष राजेश गोयल ने डेविड हिल्टन को पत्र लिख कर यह भी बता दिया कि उनके क्लब के जो और सदस्य टीम में हैं, वह भी टीम छोड़ेंगे तथा क्लब रायला (RYLA) को होस्ट करने की जिम्मेदारी भी छोड़ेगा ।  
गौरतलब बात यह है कि रोटरी क्लब हिमालयन रेंजेस मनसा देवी ने पिछले महीने 'स्वच्छ RID 3080' शीर्षक से कार्यक्रम किया तो एनवायरनमेंट प्रोजेक्ट के रूप में था, जिसमें नष्ट होते पर्यावरण को बचाने के उपायों पर विचार-विमर्श होना था और मंच से इसी संदर्भ में बातें भी हुईं; किंतु इसके साथ-साथ डिस्ट्रिक्ट के 'बिगड़ते वातावरण' पर भी खुल कर चर्चा हुई । यह क्लब चूँकि टीके रूबी का क्लब है, इसलिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में उनके साथ हुई बेईमानी को लेकर भी चर्चा हुई और अधिकतर लोगों ने टीके रूबी की लड़ाई में अपना अपना सहयोग व समर्थन घोषित किया । इस संबंध में जो बातें हुईं उनसे साबित हुआ कि डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच राजा साबू गिरोह की हरकतों के खिलाफ बेहद नाराजगी और विरोध है । राजा साबू गिरोह के लोगों के लिए झटके की बात यह रही कि उन्होंने इस कार्यक्रम के खिलाफ डिस्ट्रिक्ट में खूब कुप्रचार किया और डिस्ट्रिक्ट में यह संदेश भी दिया कि जो कोई भी इस कार्यक्रम में जायेगा, राजा साबू उससे नाराज हो जायेंगे - लेकिन फिर भी अच्छी खासी संख्या में लोग इस आयोजन में जुटे । राजा साबू गिरोह के नेताओं ने तब इस कार्यक्रम में शामिल हुए प्रमुख लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी दिखाई, जिसके तहत उन्हें डिस्ट्रिक्ट टीम से निकाले जाने की चिट्ठियाँ भेज दी गईं । इसका लेकिन उल्टा ही असर हुआ । राजा साबू गिरोह के नेताओं को उम्मीद थी कि डिस्ट्रिक्ट टीम से निकाले जाने की चिट्ठियाँ मिलते ही लोग माफी माँगते हुए उनके पास दौड़े चले आयेंगे; और उनसे वायदा करेंगे कि वह कभी टीके रूबी और उनके क्लब की तरफ कभी देखेंगे भी नहीं । लोगों ने लेकिन डेविड हिल्टन को जमकर खरीखोटी सुनाते हुए चिट्ठियाँ लिखीं । 
राजा साबू गिरोह के कहने में आकर डेविड हिल्टन ने वरिष्ठ रोटेरियंस को अपनी टीम से निकालने का जो काम किया, उससे पहले से चला आ रहा बबाल कम होने की बजाए बढ़ और गया है । लोगों ने पूछना शुरू किया है कि टीके रूबी की बातों/शिकायतों का संज्ञान रोटरी इंटरनेशनल ने भी लिया है, और पहले एक मामले में तो उनके पक्ष में फैसला भी सुनाया है - तो क्या राजा साबू गिरोह के नेता 'रोटरी इंटरनेशनल' को भी रोटरी से निकाल देंगे ? बबाल बढ़ता देख राजा साबू गिरोह के नेताओं ने सुलह-सफाई का रास्ता पकड़ा है, और जिन लोगों को टीम से निकाला गया उनके जख्मों पर मरहम लगाने की कार्रवाईयाँ शुरू की गईं हैं । उनकी इन कार्रवाईयों का अभी तक तो कोई सुफल मिलता हुआ नहीं दिखा है, किंतु राजा साबू गिरोह के नेताओं को उम्मीद है कि 12 में से कुछेक लोगों को तो वह जल्दी ही 'अपने साथ' ले आयेंगे । दरअसल 18 अक्टूबर को अंबाला में हो रहा कार्यक्रम राजा साबू गिरोह द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों का एक संगठित व सार्वजनिक रूप है, जिसमें रोटरी क्लब हिमालयन रेंजेस मनसा देवी द्वारा किए गए 'स्वच्छ RID 3080' कार्यक्रम के बाद डिस्ट्रिक्ट में बने माहौल से निपटने की तरकीब लड़ाई जाएगी । इसीलिए इस कार्यक्रम से जुड़ी बातों को - खासतौर से राजा साबू की उपस्थिति जैसी महत्वपूर्ण बात को भी या तो गोपनीय बना कर रखा जा रहा है, और या संशयपूर्ण बनाया जा रहा है । 'एक्सीलेंट फूड अरेंजमेंट' का लालच देते हुए आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम पर कई लोगों की निगाहें हैं, क्योंकि हो सकता है कि यहाँ होने वाली बातें डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति की शायद कोई नई दिशा-दशा तय करें ?