Sunday, January 15, 2017

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल के आयोजनों में रजिस्ट्रेशन न कराने के मुद्दे पर हो रही नरेश अग्रवाल की फजीहत का ठीकरा शान ट्रैवल्स के सिर फोड़ कर केएम गोयल एक तीर से दो शिकार करने का काम कर रहे हैं क्या ?

नई दिल्ली । लायंस इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 डी के लायन सदस्यों व पदाधिकारियों के इसामे फोरम में रजिस्ट्रेशन न कराने के मामले में नरेश अग्रवाल की हो रही फजीहत का ठीकरा क्या शान ट्रैवल्स पर फोड़ने की तैयारी की जा रही है; और क्या पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर केएम गोयल इस मामले को वास्तव में हवा दे रहे हैं ? उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट 321 डी इस समय इसलिए निशाने पर है, क्योंकि अभी पिछले दिनों ही कोलम्बो में हुई इसामे फोरम की मीटिंग में इस डिस्ट्रिक्ट से गए तो डेढ़ सौ से अधिक लोग - लेकिन वहाँ रजिस्ट्रेशन करीब बीस/पच्चीस लोगों का ही हुआ । मल्टीपल के लोगों के बीच सवाल यह चर्चा में है कि डिस्ट्रिक्ट के जो लोग इसामे फोरम की मीटिंग में शामिल होने के नाम पर कोलम्बो गए थे - उन्होंने वहाँ हुई मीटिंग के लिए जब रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया, यानि जब वह मीटिंग में शामिल ही नहीं हुए, तो वह वहाँ आखिर करने क्या गए थे ? यह प्रश्नाकुल आरोप भी सुनने को मिले कि लायनिज्म के नाम पर कहीं 'कबूतरबाजी' तो नहीं हो रही है । मामला इतना गंभीर हो उठा कि मल्टीपल काउंसिल की दिल्ली में हुई मीटिंग में मल्टीपल के इसामे चेयरमैन मुकुंदलाल टंडन ने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए इस मामले को उठाया, और इस तरह की हरकतों को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की जरूरत को रेखांकित किया । इस मामले में लायंस इंटरनेशनल के प्रेसीडेंट बनने जा रहे नरेश अग्रवाल की भारी फजीहत हुई, क्योंकि डिस्ट्रिक्ट 321 डी उन्हीं का डिस्ट्रिक्ट है । उनके डिस्ट्रिक्ट से इस बार शिकागो में हो रही इंटरनेशनल कन्वेंशन में काफी लोगों के जाने की चर्चा है । इसामे फोरम में जो हुआ, उसके हवाले से सवाल उठे कि नरेश अग्रवाल के डिस्ट्रिक्ट से शिकागो जाने वालों में कितने लोग सचमुच में वहाँ रजिस्ट्रेशन करवायेंगे ? इस तरह के सवालों से जाहिर हुआ कि इसामे फोरम में जाने वाले डिस्ट्रिक्ट 321 डी के सदस्यों व पदाधिकारियों की हरकतों के कारण नरेश अग्रवाल निशाने पर आ रहे हैं, और वह फजीहत का शिकार बन रहे हैं ।
नरेश अग्रवाल को फजीहत से बचाने के लिए उनके कुछेक नजदीकी आगे आए और उनकी तरफ से सुझाव दिए/सुने गए कि लायन सदस्यों व पदाधिकारियों की यात्रा की व्यवस्था करने वाली कंपनी शान ट्रैवल्स को ही रजिस्ट्रेशन करवाने की जिम्मेदारी सौंप दी जानी चाहिए । उल्लेखनीय है कि शान ट्रैवल्स लायंस सदस्यों व पदाधिकारियों की अधिकृत ट्रैवल एजेंट है और वही शिकागो के लिए बुकिंग कर रही है । लायंस इंटरनेशनल के आयोजनों में लायंस सदस्यों व पदाधिकारियों के रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी शान ट्रैवल्स को सौंपने की बात कई लायन सदस्यों व पदाधिकारियों को नागवार गुजरी है । इनका कहना है कि नरेश अग्रवाल में क्या इतनी नैतिक अपील भी नहीं है कि वह यह सुनिश्चित कर सकें कि उनके डिस्ट्रिक्ट के जो लोग लायंस इंटरनेशनल के आयोजनों के नाम पर बाहर जायेंगे, वह अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवायेंगे । यह समस्या सिर्फ डिस्ट्रिक्ट 321 डी की ही नहीं है; जानकारों का कहना है कि इस तरह की हरकतें दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के लोग भी करते हैं - यह जरूर है कि दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स में ऐसी हरकतें गिने-चुने लोग करते हैं, जबकि नरेश अग्रवाल के डिस्ट्रिक्ट में इस तरह की हरकतें करने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा होती है । लायंस सदस्यों व पदाधिकारियों का मानना और कहना है कि इस समस्या को हल करने की जिम्मेदारी शान ट्रैवल्स पर थोपने की बजाए लायंस पदाधिकारियों को ही लेनी चाहिए; वही इस समस्या को हल भी कर सकते हैं ।
मजे की बात यह हुई है कि इस मामले में शान ट्रैवल्स की तरफदारी करने वाले लायंस सदस्यों व पदाधिकारियों की नाराजगी नरेश अग्रवाल के साथ-साथ केएम गोयल पर भी निकल रही है । नरेश अग्रवाल को तो यह कहते हुए निशाना बनाया जा रहा है कि नरेश अग्रवाल अपनी नाकामी और फजीहत से बचने के लिए शान ट्रैवल्स को बलि का बकरा बनाने की कोशिश कर रहे हैं; और केएम गोयल पर आरोप यह सुना जा रहा है कि इस मामले की आड़ में शान ट्रैवल्स को परेशान करके वह अपनी बेटी की ट्रैवल कंपनी के लिए काम निकालने का मौका देख रहे हैं । केएम गोयल के डिस्ट्रिक्ट के लोगों का ही कहना/बताना है कि केएम गोयल को इस बात का बड़ा अफसोस है कि पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर होने के बावजूद वह अपनी बेटी की कंपनी को लायंस में काम नहीं दिलवा सके हैं; वह कई बार विभिन्न मौकों पर इस बात पर हैरानी जता चुके हैं और लोगों से पूछ चुके हैं कि लायंस का सारा काम शान ट्रैवल्स को ही क्यों मिल जाता है ? इस वर्ष उनके डिस्ट्रिक्ट के जगदीश वर्मा मल्टीपल काउंसिल के चेयरमैन हैं; लेकिन जगदीश वर्मा ने भी शान ट्रैवल्स को ही वरीयता दी और उसे ही काम सौंपा ।
केएम गोयल के डिस्ट्रिक्ट के लोगों को ही लगता है कि ऐसे में, लायंस इंटरनेशनल के आयोजनों में रजिस्ट्रेशन न कराने के मुद्दे पर जो बबाल मचा है - उसकी आड़ में केएम गोयल को शान ट्रैवल्स को फँसाने का अच्छा मौका मिला है । लोगों को लगता है कि रजिस्ट्रेशन कराने की जिम्मेदारी शान टैवल्स के माथे मढ़ने की बात करके केएम गोयल एक तीर से दो शिकार करने का काम कर रहे हैं - एक तरफ तो उन्हें शान ट्रैवल्स के खिलाफ मोर्चा खोलने का मौका मिला है, और दूसरी तरफ ऐसा करके उन्होंने नरेश अग्रवाल के और नजदीक होने का प्रयास किया है । लोगों का कहना है कि नरेश अग्रवाल के साथ इन दिनों हालाँकि केएम गोयल की ठीक बनी हुई है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि नरेश अग्रवाल की फजीहत का ठीकरा शान ट्रैवल्स के सिर फोड़ कर वह नरेश अग्रवाल के और नजदीक हो जायेंगे । यानि समस्या को ठीक से समझने/पहचानने तथा उसे हल करने में किसी की दिलचस्पी नहीं है, और जिन पर समस्या को हल करने की जिम्मेदारी है - वह अपने अपने तरीके से मामले को अपने अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने में लगे हैं ।