Sunday, July 23, 2017

रोटरी इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में अशोक गुप्ता की उम्मीदवारी के लिए उनके अपने डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर अनिल अग्रवाल क्या सचमुच बड़ी मुसीबत बन गए हैं ?

जयपुर । अशोक गुप्ता ने डिस्ट्रिक्ट में जिन अनिल अग्रवाल को ठुड्डे लाइन लगा रखा है, वही अनिल अग्रवाल इंटरनेशनल डायरेक्टर पद की चुनावी लड़ाई में अशोक गुप्ता के लिए मुसीबत बन गए हैं - और अशोक गुप्ता के लिए यह समझना मुश्किल बना हुआ है कि अनिल अग्रवाल से वह कैसे निपटें ? अभी पिछले दिनों ही रोटरी क्लब जयपुर बापूनगर के अधिष्ठापन समारोह में अशोक गुप्ता के 'मैन फ्राईडे' के रूप में पहचाने जाने वाले अजय काला ने अनिल अग्रवाल से इस मामले में बात करने का प्रयास भी किया, किंतु अजय काला का प्रयास सफल नहीं हो सका । मनीपाल यूनिवर्सिटी के ऑडीटोरियम में आयोजित हुए रोटरी क्लब जयपुर बापूनगर के अधिष्ठापन समारोह में पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अजय काला इंस्टॉलेशन ऑफीसर के रूप में तथा तथा पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अनिल अग्रवाल इंडक्शन ऑफीसर के रूप में मौजूद थे । अजय काला इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के लिए अधिकृत उम्मीदवार का चयन करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी में डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुने गए हैं । अजय काला और अनिल अग्रवाल की वैसे तो बिलकुल नहीं बनती है, लेकिन रोटरी क्लब जयपुर बापूनगर के आयोजन में जब दोनों के लिए एक दूसरे के नजदीक आने का मौका बना, तो अजय काला ने अशोक गुप्ता के प्रति अनिल अग्रवाल की नाराजगी को कम करने के लिए कोशिश की - लेकिन जैसा कि पहले ही बता दिया गया है कि उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो सकी ।
अशोक गुप्ता और उनके संगी-साथी यूँ तो अनिल अग्रवाल को कुछ मानते/समझते नहीं हैं और लोगों के बीच लगातार यह बताते/जताते रहते हैं कि अनिल अग्रवाल के बस की कुछ है ही नहीं, और डिस्ट्रिक्ट से लेकर ऊपर की रोटरी तक में अनिल अग्रवाल के लिए कोई जगह नहीं है । पिछले रोटरी वर्ष में दुबई में हुए जोन इंस्टीट्यूट का निमंत्रण पाने के लिए अनिल अग्रवाल ने एड़ी-चोटी को जोर लगा लिया था, लेकिन अशोक गुप्ता ने उनकी ऐसी घेराबंदी करवाई हुई थी कि अनिल अग्रवाल इंस्टीट्यूट में फटक तक नहीं सके । अशोक गुप्ता ने डिस्ट्रिक्ट में और डिस्ट्रिक्ट के बाहर अनिल अग्रवाल को बेइज्जत तो बहुत किए रखा, लेकिन अब इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में उन्हीं अनिल अग्रवाल ने अशोक गुप्ता के लिए खासी फजीहत खड़ी की हुई है । अशोक गुप्ता को दरअसल उस समय तगड़ा झटका लगा, जब अलग अलग जगहों से उन्हें पता चला कि अनिल अग्रवाल अलग अलग डिस्ट्रिक्ट्स के लोगों से, खासतौर से इंटरनेशनल डायरेक्टर का चुनाव करने वाली नोमीनेटिंग कमेटी के लिए चुने गए पूर्व गवर्नर्स से बात कर रहे हैं और उन्हें अशोक गुप्ता के कई कारनामों से परिचित कराते हुए उनके खिलाफ भड़का रहे हैं । शुरू में तो अशोक गुप्ता ने इन बातों को ध्यान देने लायन नहीं समझा; उन्होंने माना/समझा कि अनिल अग्रवाल हैं क्या, जो लोग उनकी बात को गंभीरता से लेंगे - लेकिन उन्हें जब लगातार इस तरह की बातें सुनने को मिली हैं, तो उनका माथा ठनका है ।
अनिल अग्रवाल अपने आप को पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट राजेंद्र उर्फ राजा साबू के बड़े खासमखास के रूप में 'दिखाते' हैं, इससे कुछेक लोग उन्हें गंभीरता से ले भी लेते हैं । अशोक गुप्ता के लिए मुसीबत की बात यह हुई है कि अनिल अग्रवाल के छेड़े अभियान ने नोमीनेटिंग कमेटी के सदस्यों के बीच अजय काला को खासा बदनाम कर दिया हुआ है, जिस कारण बाकी सदस्य अजय काला को अशोक गुप्ता के जासूस के रूप में देखते हैं और उनसे राजनीतिक बात करने से बचते हैं, जिस कारण अशोक गुप्ता को उचित फीडबैक नहीं मिल पा रहा है । अशोक गुप्ता के साथ समस्या की बात यह है कि दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स में उनका कोई एक्सपोजर नहीं है; वहाँ बल्कि उनकी एक नकारात्मक पहचान है, उन्हें एक घमंडी व्यक्ति के रूप में देखा/पहचाना जाता है; हद की बात तो यह कि इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव के मौके पर उनकी वकालत करने वाला कोई नहीं है । उनके अपने डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स उनके खिलाफ भले ही कुछ न कहते हों, लेकिन उनकी वकालत भी नहीं करते हैं । अशोक गुप्ता ने अजय काला को नोमीनेटिंग कमेटी के लिए जिस तरह चुनवाया है, उससे उनके अपने समझे जाने वाले कई पूर्व गवर्नर्स खफा हैं । उन्हें लगता है कि अशोक गुप्ता को हर जगह आगे करने के लिए अजय काला ही मिलते हैं, तो अजय काला से ही फिर अपना काम करवा लें । इस परिदृश्य के चलते अनिल अग्रवाल का अशोक गुप्ता विरोधी अभियान विश्वसनीय बन जाता है - और इस तरह अशोक गुप्ता को भी लग रहा है कि अनिल अग्रवाल कुछ न होते हुए भी उनके लिए बड़ी मुसीबत बन गए हैं ।