Friday, July 14, 2017

लायंस मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट 321 में अपने धंधे के लिए लीडरशिप से सौदेबाजी करने खातिर अभी तक वीएस कुकरेजा और चमनलाल गुप्ता को इस्तेमाल करते रहे तेजपाल खिल्लन अब विनय गर्ग को इस्तेमाल कर रहे हैं क्या ?

नई दिल्ली । विरोध के नाम पर एक दूसरे को गालियाँ देने, एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करने तथा मार-पिटाई करने/कराने और पुलिस रिपोर्ट करने/करवाने के बाद लायंस नेताओं के बीच अब मेलमिलाप करने और मुस्कुराते हुए साथ-साथ फोटो खिंचवाने का मौसम है । यह तस्वीरें हालाँकि छलावा ही हैं, और इन्हें अपने अपने धंधे और अपनी अपनी पोजीशन बचाने के लिए लायन लीडर्स द्वारा किए जाने वाले नाटक के दृश्यों के रूप में ही देखा जाना चाहिए । इनके नजदीकियों का ही कहना/बताना है कि खुद नरेश अग्रवाल और उनके साथ के लोगों को तेजपाल खिल्लन और उनके लोगों से जो बेइज्जती झेलनी पड़ी है, उसे वह भूले नहीं हैं और तेजपाल खिल्लन से वह एक एक बात का बदला लेने की तैयारी में हैं । इसी तैयारी के तहत विनोद खन्ना को डायरेक्टर अपॉइन्टी बनाया गया है, तथा एसके मधोक को जीएलटी एरिया लीडर का पद दिया गया है - तेजपाल खिल्लन को और गहरी चोट देने के लिए जेसी वर्मा को भी मल्टीपल में महत्त्वपूर्ण पद देने की तैयारी की जा रही है । तेजपाल खिल्लन की तरफ से हालाँकि दावा किया जा रहा है कि जेसी वर्मा को मिलने वाला नियुक्ति पत्र उन्होंने रुकवा दिया है, लेकिन जेपी सिंह के नजदीकियों का कहना है कि जेसी वर्मा को मल्टीपल में महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी अवश्य ही मिलेगी ।
जेसी वर्मा के नाम पर होने वाली खींचतान में पलड़ा हल्का होने का अनुमान लगता है कि तेजपाल खिल्लन को भी हो गया है, इसलिए उन्होंने लीडरशिप के सामने फिलहाल समर्पित होने का ही आभास देना शुरू किया हुआ है । इस चक्कर में हाल ही में हुई एक मीटिंग में उन्हें डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू के पूर्व गवर्नर सुभाष बत्रा को भी डाँट कर चुप कराना पड़ा । सुभाष बत्रा का गुनाह बस इतना था कि वह कह रहे थे कि विनय गर्ग के रूप में अब जब मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन उनका अपना है, तो मल्टीपल के पद 'वह' देंगे । सुभाष बत्रा की बात का और लोग भी समर्थन करते और मामला आगे बढ़ता - उससे पहले ही तेजपाल खिल्लन ने सुभाष बत्रा को डाँटते हुए चुप किया और साफ ऐलान किया कि मल्टीपल के पद लीडरशिप ही तय करेगी । दरअसल अपना धंधा बचाने के लिए, तेजपाल खिल्लन अभी लीडरशिप को यह संदेश नहीं देना चाहते हैं कि वह लीडरशिप के 'काम' में अड़ंगा डालने की कोशिश कर रहे हैं । सुभाष बत्रा ने इस 'तथ्य' पर तो गौर किया नहीं, और अपनी नेतागिरी दिखाने में लग गए । फलस्वरूप तेजपाल खिल्लन को सबके सामने उन्हें फटकारना पड़ा । तेजपाल खिल्लन के नजदीकियों का कहना है कि जेसी वर्मा को मल्टीपल में कोई पद न मिले, तेजपाल खिल्लन इसके लिए प्रयास तो करेंगे - लेकिन एक सीमा तक ही करेंगे । दरअसल तेजपाल खिल्लन इस बात को बहुत ही अच्छी तरह से समझ रहे हैं कि मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन के रूप में जेसी वर्मा ने जिन लोगों के लिए कठपुतली बन कर काम किया, वह लोग उसका उन्हें ईनाम तो देंगे/दिलवायेंगे ही न - इसलिए जेसी वर्मा को लेकर टकराव का माहौल बनाना उन्हें उचित नहीं लग रहा है ।
तेजपाल खिल्लन को लीडरशिप के सामने समर्पित रूप में देखते/पहचानते हुए उनके साथियों को तगड़ा झटका लगा है । डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू के जिन पूर्व गवर्नर्स ने तेजपाल खिल्लन पर भरोसा किया हुआ था, वह यह जान कर घोर निराश हो रहे हैं कि तेजपाल खिल्लन ही विनय गर्ग को उनसे बच कर तथा उनसे दूर रहने की सलाह दे रहे हैं । उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू के सुभाष बत्रा, अजय गोयल, चमनलाल गुप्ता जैसे पूर्व गवर्नर्स मल्टीपल की मीटिंग्स में विभिन्न मुद्दों पर बबाल मचाने के लिए बदनाम हैं; पिछले लायन वर्ष में इन लोगों ने पूर्व गवनर्स से खाने के पैसे लेने के मुद्दे पर खासा हंगामा किया था - उन्हीं बातों को रेखांकित करते हुए तेजपाल खिल्लन ने विनय गर्ग को समझाया है कि यह लोग जो माँग करते रहे हैं, उन्हें मानना संभव नहीं होगा; और इसलिए अच्छा होगा कि ऐसे लोगों से बच कर दूर ही रहो । डिस्ट्रिक्ट की राजनीति के चलते विनय गर्ग के लिए तेजपाल खिल्लन की इस सलाह को मान पाना मुश्किल तो होगा, लेकिन न मानने पर चेयरमैन के रूप में विनय गर्ग दूसरी तरह की मुसीबतों को आमंत्रित करेंगे । विनय गर्ग क्या करेंगे, यह तो आगे पता चलेगा - अभी लेकिन लोगों की जुबान पर यही बात है कि तेजपाल खिल्लन ने अपने धंधे के लिए लीडरशिप से सौदेबाजी करने के लिए अभी तक वीएस कुकरेजा और चमनलाल गुप्ता को इस्तेमाल किया था - और अब उन्हें भुला कर वह विनय गर्ग को इस्तेमाल कर रहे हैं ।