Sunday, June 7, 2020

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में सीओएल प्रतिनिधि के चुनाव में वोटिंग का पहला दिन अमित जैन की उम्मीदवारी के लिए खासा झटके वाला रहा है, और इसके लिए अमित जैन की उम्मीदवारी के समर्थकों और शुभचिंतकों ने पूर्व गवर्नर विनय भाटिया तथा अन्य बड़े समर्थक नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है

नई दिल्ली । सीओएल प्रतिनिधि के चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होते ही रोहतक और आसपास की जगहों के क्लब्स के वोट सुधीर मंगला के पक्ष में पड़ने की खबर जिस तेजी से फैली है, उसने अमित जैन के समर्थकों और शुभचिंतकों को चिंतित करने का काम किया है । रोहतक से हालाँकि अमित जैन की उम्मीदवारी के लिए कोई अच्छे संकेत मिल भी नहीं रहे थे । पिछले दिनों जिन भी लोगों ने अमित जैन की उम्मीदवारी को लेकर रोहतक में बात की थी, उन्हें यही जबाव सुनने को मिला था कि अमित जैन तो वर्षों से रोहतक नहीं आये हैं और न ही उन्होंने रोहतक के लोगों में या रोहतक की रोटरी गतिविधियों में कभी कोई रूचि दिखाई है; जबकि सुधीर मंगला लगातार संपर्क बनाये रहे हैं और क्लब्स के आयोजनों में भी शामिल होते रहे हैं । रोहतक के लोगों से नाराजगीभरी प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं के मिलने के बाद डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुरेश भसीन ने अमित जैन की उम्मीदवारी के पक्ष में मोर्चा संभाला, लेकिन उससे बात बनने की बजाये बिगड़ और गई । दरअसल रोहतक में सुरेश भसीन के प्रति खासी नाराजगी है, और उसी नाराजगी के चलते सुरेश भसीन की वकालत भी अमित जैन को वोट दिलवा सकने में असफल रही । अमित जैन की तरफ से लगातार पड़  रहे दबावों को देखते हुए रोहतक के क्लब्स के पदाधिकारियों ने वोटिंग लाइन खुलते ही सुधीर मंगला के पक्ष में वोट करके अमित जैन के लिए रास्ते ही बंद कर दिए । रोहतक में वोट न मिलने से अमित जैन की उम्मीदवारी को जो नुकसान हुआ, वह तो हुआ ही - डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच इस बात के प्रचार से लेकिन ज्यादा नुकसान हुआ लग रहा है ।
रोहतक से भी बड़ा झटका लेकिन अमित जैन की उम्मीदवारी को फरीदाबाद में लगा सुना जा रहा है । रोहतक में हालात मुश्किल होने का तो पहले से आभास था, किंतु फरीदाबाद में तो अमित जैन को एकतरफा वोट मिलने की उम्मीद की जा रही थी । उसके बावजूद, फरीदाबाद के कुछेक क्लब्स की तरफ से सुधीर मंगला की उम्मीदवारी के पक्ष में हुई वोटिंग की बात जिस तरह से डिस्ट्रिक्ट में फैली है, उसने अमित जैन की उम्मीदवारी के समर्थकों और शुभचिंतकों को बुरी तरह से निराश किया है । इसके लिए पूर्व गवर्नर विनय भाटिया को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और उनके प्रति नाराजगी के स्वर भी सुनाई देने लगे हैं । अमित जैन की उम्मीदवारी के एक सक्रिय समर्थक ने इन पंक्तियों के लेखक से बात करते हुए विनय भाटिया पर सीधे सीधे धोखा देने का आरोप तक लगाया है । उनका कहना है कि विनय भाटिया ने फरीदाबाद के क्लब्स के वोट दिलवाने की जिम्मेदारी ली हुई थी, लेकिन उन्हें फीडबैक मिल रहा है कि वह कुछ नहीं कर रहे हैं । फरीदाबाद में अमित जैन के समर्थकों व शुभचिंतकों के रूप में देखे/पहचाने जा रहे कुछेक अन्य लोग भी उतने सक्रिय नहीं हैं, जितने सक्रिय होने की उनसे उम्मीद की जा रही थी । यही कारण रहा कि फरीदाबाद के जिन क्लब्स के वोट अमित जैन को मिलने की उम्मीद की जा रही थी, उनके सुधीर मंगला के पक्ष में पड़ने की सूचनाएँ मिल रही हैं । 
इस तरह, वोटिंग का पहला दिन अमित जैन की उम्मीदवारी के लिए खासा झटके वाला रहा है । अमित जैन की उम्मीदवारी के समर्थकों और शुभचिंतकों को ज्यादा चिंता लेकिन इस बात से हुई है कि जिन लोगों से उन्हें वोट दिलवाने की उम्मीद थी, वह या तो प्रभावी तरीके से काम करते हुए नहीं दिख रहे हैं, और या उनके काम करने का कोई असर नहीं हो रहा है । दरअसल अमित जैन के लिए वोट जुटाने के अभियान में जो लोग जुटे हैं, उन्हें लोगों की इस शिकायत का कोई जबाव नहीं सूझ पाया है कि अमित जैन तो डिस्ट्रिक्ट और रोटरी की गतिविधियों में कहीं नजर ही नहीं आते हैं । कई प्रेसीडेंट्स ने तो साफ साफ कहा भी कि वह तो अमित जैन को पहचानते भी नहीं हैं । संपर्क, सक्रियता और पहचान के मामले में सुधीर मंगला का पलड़ा भारी बैठता है । अमित जैन और सुधीर मंगला के बायोडेटाज को देखने/पढ़ने वाले लोगों ने भी जाना/समझा है और रेखांकित किया है कि अमित जैन के मुकाबले सुधीर मंगला की रोटरी में सक्रियता कहीं ज्यादा है - और हर स्तर पर है । सुधीर मंगला डिस्ट्रिक्ट के आयोजनों के साथ साथ जोन व इंटरनेशनल स्तर के आयोजनों में भी लगातार शामिल होते रहे हैं, और इसलिए सीओएल प्रतिनिधि पद के लिए ज्यादा उपर्युक्त माने/समझे जा रहे हैं । वोटिंग शुरू होने के पहले दिन, सुधीर मंगला की उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों के बीच जैसा जो उत्साह देखा/सुना जा रहा है - देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में उन्हें कैसी/क्या सूचनाएँ मिलती हैं ?