Wednesday, October 4, 2017

रोटरी इंडिया विन्स कमेटी के सबसे बड़े पदाधिकारी सुशील गुप्ता को अपने ही डिस्ट्रिक्ट - डिस्ट्रिक्ट 3011 के विन्स सेमीनार में बिना एक शब्द बोले, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी के 'फ्लर्टिंग' कार्यक्रम में तालियाँ बजा कर वापस लौटना पड़ा

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी के जल्दबाजी मचाने के कारण देश के 'विन्स' के सबसे बड़े पदाधिकारी सुशील गुप्ता को डिस्ट्रिक्ट विन्स सेमीनार में दो शब्द कहने का मौका नहीं मिल सका । रोटरी इंडिया विन्स कमेटी के चेयरमैन सुशील गुप्ता को दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स में तो खूब तवज्जो मिलती है; दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स में होने वाले कार्यक्रमों में उनकी मौजूदगी को संभव बनाने के लिए हर संभव प्रयत्न किए जाते हैं और उनकी उपलब्धता के समय के हिसाब से कार्यक्रमों के समय तय होते हैं - लेकिन उन्हें अपने ही डिस्ट्रिक्ट में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के 'कठोर अनुशासन' का शिकार होना पड़ा । कार्यक्रम में मौजूद निवर्त्तमान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डॉक्टर सुब्रमणियन ने रवि चौधरी को बताया भी कि सुशील गुप्ता ने उन्हें मैसेज किया है कि वह बस दो मिनट में पहुँचने वाले हैं, लेकिन रवि चौधरी ने उनसे साफ कह दिया कि किसी का भी इंतजार नहीं किया  जाएगा, और सुशील गुप्ता के लिए भी कार्यक्रम के समय को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा । ऐसा नहीं है कि रवि चौधरी के पास समय की कमी थी - क्योंकि सेमीनार खत्म होने के बाद उन्होंने फ्लर्ट करने में खूब समय लगाया । डिस्ट्रिक्ट विन्स सेमीनार में शामिल हुए लोगों को ट्रेजडी और कॉमेडी का इकट्ठा नजारा यह देखने को मिला कि देश में 'विन्स' के सबसे बड़े पदाधिकारी सुशील गुप्ता को अपने ही डिस्ट्रिक्ट के विन्स सेमीनार में बिना एक शब्द बोले, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के फ्लर्टिंग कार्यक्रम में तालियाँ बजा कर वापस लौटना पड़ा ।
रोटरी इंडिया विन्स कमेटी के चेयरमैन सुशील गुप्ता की ऐसी बेइज्जती इससे पहले शायद ही कभी हुई हो । सुशील गुप्ता के लिए इससे भी ज्यादा फजीहत की बात यह रही कि कार्यक्रम में उपस्थित रोटरी इंडिया विन्स कमेटी के जोनल कोऑर्डीनेटर तथा सेक्रेटरी रमेश अग्रवाल ने भी कार्यक्रम में सुशील गुप्ता की मौजूदगी को संभव बनाने के लिए रवि चौधरी को राजी करने का कोई प्रयास नहीं किया । डॉक्टर सुब्रमणियन ने रमेश अग्रवाल से भी कहा/बताया था कि सुशील गुप्ता बस पहुँचने ही वाले हैं, लेकिन रमेश अग्रवाल ने उनकी बात को अनसुना कर दिया । सुशील गुप्ता सिर्फ रोटरी इंडिया विन्स कमेटी के चेयरमैन ही नहीं हैं, बल्कि पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर हैं और इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बनने की जुगाड़ में हैं - इसके बावजूद वह अपने ही डिस्ट्रिक्ट में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी के हाथों बेइज्जत होते हैं, और विन्स कमेटी में अपने ही सहयोगी पदाधिकारी रमेश अग्रवाल को उसमें 'सहयोगी' बनते हुए पाते/देखते हैं । मजे की बात यह रही कि रवि चौधरी ने सेमीनार में अपने संबोधन में खुद स्वीकार किया कि विन्स कार्यक्रम को लेकर वह वास्तव में बहुत कन्फ्यूज हैं - इसके बावजूद इंडिया विन्स के चेयरमैन की बात सुनने में उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं ली; शायद उन्हें डर लगा होगा कि सुशील गुप्ता भी बोलेंगे, तो समय खराब होगा और फिर उन्हें लोगों के साथ फ्लर्ट करने के लिए समय नहीं मिलेगा ।
रवि चौधरी इससे पहले रोटरी ब्लड बैंक की मीटिंग में पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनोद बंसल तथा पड़ोसी डिस्ट्रिक्ट - डिस्ट्रिक्ट 3012 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सतीश सिंघल को यह कहते हुए निशाना बना चुके हैं कि ब्लड बैंक के नाम पर इन्होंने 'दुकानें' खोली हुई हैं । रवि चौधरी के इस आरोप पर सतीश सिंघल तो चुप बने रहे, लेकिन विनोद बंसल ने कड़ा प्रतिवाद किया और बताया कि उनकी देखरेख में चल रहे ब्लड बैंक का पूरा हिसाब-किताब हर समय अपडेट रहता है - जिसे कोई भी कभी भी देख सकता है । उक्त मीटिंग में रवि चौधरी दरअसल इस बात पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे कि रोटरी के नाम पर चल रहे प्रोजेक्ट्स के कर्ता-धर्ता डिस्ट्रिक्ट गवर्नर को कामकाज की और हिसाब/किताब की कोई रिपोर्ट नहीं देते हैं । उनकी इस शिकायत पर लोगों का कहना रहा कि विभिन्न प्रोजेक्ट्स के कामकाज और हिसाब/किताब की रिपोर्ट लेने के लिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में रवि चौधरी ने कभी कोई प्रयास तो किया नहीं, और अब अचानक से शिकायत करने बैठ गए हैं । बड़े पदाधिकारियों और नेताओं को रवि चौधरी के हाथों निशाना बनता देख डिस्ट्रिक्ट के कई लोग वैसे खुश भी हैं; खुश होने वाले लोगों का कहना है कि रवि चौधरी को गवर्नर बनवाने/चुनवाने में इन्हीं लोगों ने दिलचस्पी ली थी - इन्हें पता तो चलना ही चाहिए कि एक घटिया सोच रखने वाले व्यक्ति को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनवाने/चुनवाने का खामियाजा उन्हें भी भुगतना पड़ सकता है ।