नई
दिल्ली । सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट की तरफ से रोटरी इंटरनेशनल में
चुनावी शिकायत दर्ज करवाने की अशोक महाजन की कोशिश तो कामयाब नहीं हो सकी
है, लेकिन उनकी कोशिश को लेकर लगने/चलने वाले आरोपों/प्रत्यारोपों ने इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनावी नजारे को खासा नाटकीय जरूर बना दिया है । दरअसल सुशील गुप्ता की तरफ से लगाए गए आरोपों के चलते
रोटरी के बड़े नेताओं के बीच हैरानीपूर्ण सवाल पैदा हुआ है कि अशोक महाजन
इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनाव में सुशील गुप्ता की संभावनाओं
को चोट पहुँचाने के लिए क्या इस स्तर पर भी उतर सकते हैं ? अशोक महाजन की
तरफ से इस आरोप पर लेकिन जबाव सुना गया है कि सुशील गुप्ता अपने
डिस्ट्रिक्ट में हो रही अशोभनीय घटनाओं के लिए उन्हें जिम्मेदार कैसे ठहरा
सकते हैं ? अशोक महाजन की तरफ से सुनने को मिल रहा है कि सुशील गुप्ता
के डिस्ट्रिक्ट में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अपनी ही टीम की एक महिला पदाधिकारी
के साथ बदतमीजी करता है, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में
पक्षपातपूर्ण बेईमानी करता है - जिसकी लिखित में शिकायत होती है, और जो
शिकायतें रोटरी इंटरनेशनल के बड़े पदाधिकारियों तक पहुँचती हैं; ऐसे में
क्या यह मजाक नहीं है कि सुशील गुप्ता अपने डिस्ट्रिक्ट में एक न्यायपूर्ण व सद्भावपूर्ण माहौल बनाने में खुद तो असफल रहते हैं, और अपनी इस असफलता का ठीकरा अशोक महाजन के सिर फोड़ने की कोशिश करते हैं ।
मजे की और गनीमत की बात यह है कि इस मामले में सुशील गुप्ता और अशोक महाजन
खुद कुछ नहीं कह रहे हैं; वह अपने अपने नजदीकियों के जरिये ही
एक-दूसरे के खिलाफ माहौल बनाने तथा एक-दूसरे को 'गिराने' के प्रयासों में
लगे हैं । अपने अपने नजदीकियों को शिखंडी की तरह इस्तेमाल करते हुए सुशील
गुप्ता और अशोक महाजन के बीच छिड़ी लड़ाई ने इंटरनेशनल सेकेंड वाइस
प्रेसीडेंट की चुनावी लड़ाई को खासा दिलचस्प बना दिया है ।
उल्लेखनीय है कि अगले रोटरी वर्ष के शुरू में होने वाले इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनाव की 'युद्धभूमि' इंडिया में ही है । चर्चा और दावे सुने जा रहे हैं कि इस बार सुशील गुप्ता के चुने जाने के अच्छे आसार हैं । समझा जाता है कि इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट चुनने के पीछे जो भी 'खेल' होते हैं और जो समीकरण बनते हैं, सुशील गुप्ता ने उन्हें साध लिया है - और वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि उनका बना/बनाया खेल न बिगड़े । खेमेबाजी की राजनीति के चलते, लेकिन राजा साबू खेमे के नेता लोग - उनमें भी खासतौर से अशोक महाजन उनके खेल को बिगाड़ने के प्रयासों में लगे नजर आते हैं । राजा साबू के कई नजदीकी सुशील गुप्ता की तीखी आलोचनाएँ करते सुने जा रहे हैं । यहाँ यह याद करना भी प्रासंगिक होगा कि अशोक महाजन पिछले दो-तीन वर्षों में इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट 'बनने' के प्रयास कर चुके हैं । अपनी विफलता के लिए वह सुशील गुप्ता को भी जिम्मेदार मानते/ठहराते रहे हैं । राजा साबू को अपने डिस्ट्रिक्ट में - और अपने डिस्ट्रिक्ट की घटनाओं के कारण रोटरी समाज में जो फजीहत झेलना पड़ी है, उसके लिए वह सुशील गुप्ता को भी जिम्मेदार मानते/ठहराते हैं । इस कारण से राजा साबू ने अपने समर्थक व नजदीकी नेताओं को सुशील गुप्ता के खिलाफ सक्रिय किया हुआ है । इस सक्रियता के चलते ही राजा साबू खेमे के नेता लोग सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट की घटनाओं के सहारे सुशील गुप्ता को घेरने की कोशिशों में भी जुटे रहते हैं । सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट के मौजूदा गवर्नर रवि चौधरी और अगले रोटरी वर्ष में होने वाले गवर्नर विनय भाटिया अपनी अपनी हरकतों से ऐसे हालात बनाते ही रहते हैं, जिनसे सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट - डिस्ट्रिक्ट 3011 का नाम खराब होता है । अशोक महाजन और राजा साबू खेमे के दूसरे नेताओं को लगता है कि रवि चौधरी और विनय भाटिया की हरकतों के सहारे वह रोटरी इंटरनेशनल के नेताओं व पदाधिकारियों के बीच डिस्ट्रिक्ट 3011 के लिए बदनामीभरी मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं, जो वास्तव में इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनाव के संदर्भ में सुशील गुप्ता की भी मुसीबत होगी ।
सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट में अभी हाल ही में संपन्न हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी द्वारा की गई पक्षपातपूर्ण बेईमानी के आरोपों को अशोक महाजन ने ऐसे ही मौके के रूप में पहचाना । उल्लेखनीय है कि रोटरी क्लब दिल्ली चाणक्यपुरी के प्रेसीडेंट एसएन चतुर्वेदी ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में पक्षपातपूर्ण तरीके से बेईमानी होने का आरोप लगाते हुए जो आरोप-पत्र दिया है, उसमें रवि चौधरी के साथ-साथ विनय भाटिया तथा कुछेक पूर्व गवर्नर्स की भूमिका और मिलीभगत के तथ्यों व सुबूतों का ब्यौरा है । सुशील गुप्ता के नजदीकियों की तरफ से सुनने को मिला है कि अशोक महाजन ने अपनी तरफ से पूरे पूरे प्रयास किए कि उक्त आरोप-पत्र के आधार पर रोटरी इंटरनेशनल में शिकायत दर्ज हो जाए । सुशील गुप्ता की तरफ से रोटरी के बड़े नेताओं को सुनने को मिला कि अशोक महाजन ने उनके डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स व अन्य कुछ प्रमुख लोगों को उकसाया कि चुनावी बेईमानी को लेकर रोटरी इंटरनेशनल में शिकायत दर्ज हो, जिससे कि रोटरी इंटरनेशनल के नेताओं के बीच सुशील गुप्ता का नाम खराब हो, और इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट बनने का उनका मौका खराब हो । अशोक महाजन की तरफ से हालाँकि इसका प्रतिवाद हुआ और सुनने को मिला कि सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट के कुछेक लोगों ने ही इस शिकायत के साथ उनसे संपर्क किया था, कि उनके डिस्ट्रिक्ट में गवर्नर मनमानी व बदतमीजी करता है और डिस्ट्रिक्ट के वरिष्ठ व प्रभावी रोटेरियन होने के बावजूद सुशील गुप्ता चुपचाप तमाशा देखते रहते हैं । अशोक महाजन के नजदीकी लोगों का कहना है कि अशोक महाजन पर आरोप लगाने से पहले सुशील गुप्ता को अपने गिरेबाँ में झाँकना चाहिए और अपनी नाकामियों व अपनी मजबूरियों पर विचार करना चाहिए कि उनके होते हुए उनके डिस्ट्रिक्ट में गवर्नर रोटेरियंस के साथ बदतमीजी और मनमानी करने तथा रोटरी को मजाक बना देने का साहस कैसे कर लेता है ?
सुशील गुप्ता और अशोक महाजन के नजदीकियों के बीच छिड़ी जुबानी जंग इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनाव को किस तरफ से प्रभावित करेगी, यह तो बाद में ही पता चलेगा - फिलहाल लेकिन इस जुबानी जंग ने उक्त चुनाव के सीन को खासा दिलचस्प तो बना ही दिया है ।
उल्लेखनीय है कि अगले रोटरी वर्ष के शुरू में होने वाले इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनाव की 'युद्धभूमि' इंडिया में ही है । चर्चा और दावे सुने जा रहे हैं कि इस बार सुशील गुप्ता के चुने जाने के अच्छे आसार हैं । समझा जाता है कि इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट चुनने के पीछे जो भी 'खेल' होते हैं और जो समीकरण बनते हैं, सुशील गुप्ता ने उन्हें साध लिया है - और वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि उनका बना/बनाया खेल न बिगड़े । खेमेबाजी की राजनीति के चलते, लेकिन राजा साबू खेमे के नेता लोग - उनमें भी खासतौर से अशोक महाजन उनके खेल को बिगाड़ने के प्रयासों में लगे नजर आते हैं । राजा साबू के कई नजदीकी सुशील गुप्ता की तीखी आलोचनाएँ करते सुने जा रहे हैं । यहाँ यह याद करना भी प्रासंगिक होगा कि अशोक महाजन पिछले दो-तीन वर्षों में इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट 'बनने' के प्रयास कर चुके हैं । अपनी विफलता के लिए वह सुशील गुप्ता को भी जिम्मेदार मानते/ठहराते रहे हैं । राजा साबू को अपने डिस्ट्रिक्ट में - और अपने डिस्ट्रिक्ट की घटनाओं के कारण रोटरी समाज में जो फजीहत झेलना पड़ी है, उसके लिए वह सुशील गुप्ता को भी जिम्मेदार मानते/ठहराते हैं । इस कारण से राजा साबू ने अपने समर्थक व नजदीकी नेताओं को सुशील गुप्ता के खिलाफ सक्रिय किया हुआ है । इस सक्रियता के चलते ही राजा साबू खेमे के नेता लोग सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट की घटनाओं के सहारे सुशील गुप्ता को घेरने की कोशिशों में भी जुटे रहते हैं । सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट के मौजूदा गवर्नर रवि चौधरी और अगले रोटरी वर्ष में होने वाले गवर्नर विनय भाटिया अपनी अपनी हरकतों से ऐसे हालात बनाते ही रहते हैं, जिनसे सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट - डिस्ट्रिक्ट 3011 का नाम खराब होता है । अशोक महाजन और राजा साबू खेमे के दूसरे नेताओं को लगता है कि रवि चौधरी और विनय भाटिया की हरकतों के सहारे वह रोटरी इंटरनेशनल के नेताओं व पदाधिकारियों के बीच डिस्ट्रिक्ट 3011 के लिए बदनामीभरी मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं, जो वास्तव में इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनाव के संदर्भ में सुशील गुप्ता की भी मुसीबत होगी ।
सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट में अभी हाल ही में संपन्न हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रवि चौधरी द्वारा की गई पक्षपातपूर्ण बेईमानी के आरोपों को अशोक महाजन ने ऐसे ही मौके के रूप में पहचाना । उल्लेखनीय है कि रोटरी क्लब दिल्ली चाणक्यपुरी के प्रेसीडेंट एसएन चतुर्वेदी ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में पक्षपातपूर्ण तरीके से बेईमानी होने का आरोप लगाते हुए जो आरोप-पत्र दिया है, उसमें रवि चौधरी के साथ-साथ विनय भाटिया तथा कुछेक पूर्व गवर्नर्स की भूमिका और मिलीभगत के तथ्यों व सुबूतों का ब्यौरा है । सुशील गुप्ता के नजदीकियों की तरफ से सुनने को मिला है कि अशोक महाजन ने अपनी तरफ से पूरे पूरे प्रयास किए कि उक्त आरोप-पत्र के आधार पर रोटरी इंटरनेशनल में शिकायत दर्ज हो जाए । सुशील गुप्ता की तरफ से रोटरी के बड़े नेताओं को सुनने को मिला कि अशोक महाजन ने उनके डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स व अन्य कुछ प्रमुख लोगों को उकसाया कि चुनावी बेईमानी को लेकर रोटरी इंटरनेशनल में शिकायत दर्ज हो, जिससे कि रोटरी इंटरनेशनल के नेताओं के बीच सुशील गुप्ता का नाम खराब हो, और इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट बनने का उनका मौका खराब हो । अशोक महाजन की तरफ से हालाँकि इसका प्रतिवाद हुआ और सुनने को मिला कि सुशील गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट के कुछेक लोगों ने ही इस शिकायत के साथ उनसे संपर्क किया था, कि उनके डिस्ट्रिक्ट में गवर्नर मनमानी व बदतमीजी करता है और डिस्ट्रिक्ट के वरिष्ठ व प्रभावी रोटेरियन होने के बावजूद सुशील गुप्ता चुपचाप तमाशा देखते रहते हैं । अशोक महाजन के नजदीकी लोगों का कहना है कि अशोक महाजन पर आरोप लगाने से पहले सुशील गुप्ता को अपने गिरेबाँ में झाँकना चाहिए और अपनी नाकामियों व अपनी मजबूरियों पर विचार करना चाहिए कि उनके होते हुए उनके डिस्ट्रिक्ट में गवर्नर रोटेरियंस के साथ बदतमीजी और मनमानी करने तथा रोटरी को मजाक बना देने का साहस कैसे कर लेता है ?
सुशील गुप्ता और अशोक महाजन के नजदीकियों के बीच छिड़ी जुबानी जंग इंटरनेशनल सेकेंड वाइस प्रेसीडेंट के चुनाव को किस तरफ से प्रभावित करेगी, यह तो बाद में ही पता चलेगा - फिलहाल लेकिन इस जुबानी जंग ने उक्त चुनाव के सीन को खासा दिलचस्प तो बना ही दिया है ।