Friday, January 2, 2015

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3010 के विभाजित डिस्ट्रिक्ट 3011 में अगले रोटरी वर्ष के लिए विनय भाटिया की तैयारी को देखते हुए ही रवि दयाल के समर्थकों व शुभचिंतकों को रवि दयाल की उम्मीदवारी को लेकर चल रहे संशय को दूर करने के लिए काम करने की जरूरत महसूस हुई है और वह सक्रिय हुए हैं

नई दिल्ली । रवि दयाल और उनके क्लब - दिल्ली मेगापॉलिस तथा क्लब के कुछेक अन्य सदस्यों की सक्रियता और भागीदारी के अचानक से बढ़ने को अगले रोटरी वर्ष में उनकी उम्मीदवारी की प्रस्तुति की तैयारी से जोड़ कर देखा/पहचाना जा रहा है । डिस्ट्रिक्ट 3010 के विभाजित डिस्ट्रिक्ट 3011 की पेम वन में रवि दयाल के क्लब के कुछेक सदस्यों की भागीदारी को जिस तरह से संभव बनाया गया तथा पेम टू में भी उनके क्लब को महत्वपूर्ण भूमिका दी जा रही है, उससे यही समझा जा रहा है कि अगले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का पदभार सँभालने जा रहे सुधीर मंगला का रवि दयाल की उम्मीदवार को सहयोग और समर्थन रहेगा । मजे की बात यह है कि रवि दयाल की उम्मीदवारी अभी संशय में है, लेकिन उनकी उम्मीदवारी की चर्चा जोरों पर है । 'मुद्दई सुस्त, गवाह चुस्त' वाली कहावत के अनुरूप रवि दयाल से ज्यादा उनके शुभचिंतक उनकी उम्मीदवारी को लेकर उत्सुक और सक्रिय हैं । रवि दयाल के नजदीकियों का कहना है कि रवि दयाल में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने की इच्छा तो भरपूर है; लेकिन इसके लिए उम्मीदवार बनने के साहस का उनमें अभाव है । यही कारण है कि उनका पक्के से पक्का शुभचिंतक भी, जो वास्तव में उन्हें डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के पद पर देखना चाहता है, अभी उनकी उम्मीदवारी के प्रस्तुत होने का दावा करने से बच रहा है । लेकिन हाँ, उनके शुभचिंतक उनकी उम्मीदवारी की हवा बनाने में जरूर जुटे दिखने लगे हैं ।
रवि दयाल की उम्मीदवारी के बड़े शुभचिंतकों ने उनकी उम्मीदवारी के संशय को दूर करने के उद्देश्य से उनकी उम्मीदवारी के पक्ष में जिस तरह से माहौल बनाना शुरू किया है, उससे उनकी उम्मीदवारी की बात में गंभीरता आनी तो दिखना शुरू हुई है । पेम वन में रवि दयाल, उनके क्लब और उनके क्लब के कुछेक सदस्यों को जो तवज्जो मिली; तथा पेम टू में जो तवज्जो मिलने के आसार नजर आ रहे हैं, उसे उनकी उम्मीदवारी को सुनिश्चित करने की कार्रवाई के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । इस कार्रवाई ने विनय भाटिया की उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों को सतर्क किया है । विनय भाटिया की उम्मीदवारी के एक बड़े समर्थक ने बताया कि उन्होंने सुधीर मंगला को सुझाव दिया है कि उन्हें अपना गवर्नर-काल यदि ठीक से चलाना है तो डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति के पचड़े में उन्हें नहीं पड़ना चाहिए तथा किसी एक उम्मीदवार के पक्ष में नहीं दिखना चाहिए । उल्लेखनीय है कि अगले रोटरी वर्ष के लिए रोटरी क्लब फरीदाबाद एनआईटी के विनय भाटिया ने अपनी उम्मीदवारी को घोषित किया हुआ है और आवश्यकतानुरूप अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन जुटाने का काम भी शुरू किया हुआ है ।
दरअसल अगले रोटरी वर्ष में प्रस्तुत होने वाली अपनी उम्मीदवारी को लेकर विनय भाटिया ने जिस तरह की तैयारी दिखाई है, उसके कारण ही रवि दयाल के समर्थकों व शुभचिंतकों को यह जरूरी लगा है कि वह रवि दयाल की उम्मीदवारी को लेकर चल रहे संशय को दूर करने का काम तो करें और साथ ही ऐसा कुछ भी करें जिससे कि रवि दयाल की उम्मीदवारी की चर्चा बने और लोगों के बीच रवि दयाल की उम्मीदवारी के प्रति विश्वास बने । रवि दयाल के नजदीकियों का कहना है कि रवि दयाल अपनी उम्मीदवारी के बारे में फैसला करने के लिए मौजूदा रोटरी वर्ष की चुनावी प्रक्रिया के पूरी हो जाने का इंतजार कर रहे थे । मौजूदा रोटरी वर्ष की चुनावी प्रक्रिया के पूरी हो जाने के बाद ही चूँकि अगले रोटरी वर्ष का चुनावी परिदृश्य स्पष्ट होगा; इसलिए उस परिदृश्य के स्पष्ट हो जाने के बाद ही रवि दयाल अपनी उम्मीदवारी के बारे में फैसला करने की सोच रहे थे । रवि दयाल के समर्थकों व शुभचिंतकों को भी यह इंतजार कर लेना ठीक ही लग रहा था । लेकिन अगले रोटरी वर्ष के लिए विनय भाटिया की सक्रियता ने उनकी इस सोच को प्रभावित किया; और रवि दयाल के समर्थकों व शुभचिंतकों को लगा कि इस वर्ष की चुनावी प्रक्रिया के पूरी होने का उन्होंने यदि इंतजार किया तो विनय भाटिया तो उनसे बहुत आगे निकल जायेंगे ।
रवि दयाल के समर्थकों व शुभचिंतकों का मानना और कहना है कि रवि दयाल की रोटरी में जिस तरह की सक्रियता रही है, और जिस प्रकार वह अधिकतर गवर्नर्स की गुडबुक में रहे हैं और रोटेरियंस के बीच उनकी काम करने से मतलब रखने वाली छवि है - उसके कारण उनके लिए समर्थन जुटाना मुश्किल नहीं होगा । रवि दयाल के समर्थक और शुभचिंतक भी मानते और कहते हैं कि रवि दयाल लोगों से परिचित होने की पहल करने में तथा लोगों से घुलने-मिलने के मामले में फिसड्डी रहे हैं, और उम्मीदवार के रूप में उन्हें बस अपनी इसी कमी को दूर करना है । रवि दयाल को जानने वाले लोगों में से कुछेक का कहना है कि अपनी इसी कमजोरी के कारण वह अभी तक उम्मीदवारी प्रस्तुत करने की हिम्मत नहीं कर पाए हैं; जबकि अन्य कुछेक लोगों का मानना और कहना है कि रवि दयाल काम से काम रखने वाले व्यक्ति हैं और वह आवश्यकतानुसार ही काम करते हैं; अब जब उम्मीदवार के रूप में उनके लिए सक्रिय होने की जरूरत होगी तो वह सक्रिय हो जायेंगे । इस मामले में उनकी तुलना संजय खन्ना से की जाती है । लोगों का कहना है कि उम्मीदवार के रूप में संजय खन्ना ने जिस तरह की सक्रियता दिखाई थी, उनसे उस तरह की सक्रियता दिखा सकने की उम्मीद उनके नजदीकियों को भी नहीं थी । किंतु जब सर पर पड़ी, तो उन्होंने वह कर दिखाया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी । रवि दयाल के समर्थकों व शुभचिंतकों को भरोसा है कि रवि दयाल भी जब जैसी जरूरत होगी, अपनी सक्रियता दिखा देंगे ।
रवि दयाल की उम्मीदवारी को प्रस्तुत होते हुए देखने वालों ने जिस तरह अगले रोटरी वर्ष के लिए तैयारी शुरू की है, उससे अगले रोटरी वर्ष में होने वाली चुनावी लड़ाई का परिदृश्य कुछ कुछ साफ होता हुआ नजर आ रहा है । विनय भाटिया की तरफ से पहले ही यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अगले रोटरी वर्ष में उनकी उम्मीदवारी तो पक्की है । कुछेक लोगों को लग रहा है कि अगले रोटरी वर्ष में विनय भाटिया और रवि दयाल के बीच चुनावी मुकाबले का सीन देखने को मिल सकता है; जबकि कुछेक अन्य रवि दयाल की उम्मीदवारी के प्रति आश्वस्त होने के लिए अभी कुछ और इंतजार कर लेना चाहते हैं ।