Sunday, January 6, 2019

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 बी टू में अजय डैंग व नवीन गुप्ता को सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर चुनवाने के फार्मूले के जरिये फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बलविंदर सैनी ने अभिनव सिंह की उम्मीदवारी के लिए किए गए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर वंदना निगम के 'सौदे' को फेल करने की चाल चली है क्या ?

कानपुर । फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बलविंदर सैनी और अजय डैंग के बीच पक रही खिचड़ी की खुशबू ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर वंदना निगम के उस प्लान को खतरे में डाल देने के संकेत दिए हैं, जिसमें वह अभिनव सिंह को उम्मीदवार बना/बनवा कर पैसे ऐंठने की तैयारी कर रही थीं । अभिनव सिंह पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डीपी सिंह और किरन सिंह के बेटे हैं, जिनके सहयोग से अभी हाल ही में कानपुर में कुछेक क्लब्स के नए पदाधिकारियों का संयुक्त अधिष्ठापन समारोह करवाया गया था । पिछली जून में अमेरिका जाते समय तथा जुलाई में अमेरिका से लौटते समय हवाई अड्डे पर वंदना निगम का स्वागत करने में डीपी सिंह और किरन सिंह के साथ अभिनव सिंह की भी जो सक्रियता थी, उससे लोगों को अभिनव सिंह की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की कुर्सी की तरफ बढ़ते कदमों की कुछ आहट तो लगी थी, लेकिन सिंह दंपति अभिनव सिंह की उम्मीदवारी को लेकर साफ साफ कुछ भी कहने से बच रहे थे । वंदना निगम के नजदीकियों का कहना रहा है कि वंदना निगम इस बात को समझती तो रहीं कि सिंह दंपति अभिनव सिंह की उम्मीदवारी को लेकर उनसे बात करना चाहते हैं, लेकिन सिंह दंपति की तरफ से पहल न होने के कारण वह भी चुप बनी रहीं । इस बीच धीरे धीरे कुछेक और प्रमुख लोगों को यकीन होने लगा कि सिंह दंपति अपने बेटे अभिनव सिंह को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनवाने को लेकर उत्सुक हैं, और इस बार चूँकि दो वर्षों के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का चुनाव होना है - इसलिए इस बार वह अभिनव सिंह के लिए उचित अवसर मान रहे हैं । वंदना निगम के साथ खासी नजदीकियत रखने के बावजूद सिंह दंपति ने उनसे सीधी बात यदि नहीं की, तो सिर्फ इसी डर से कि वंदना निगम बदले में पता नहीं क्या माँग कर दें ? पिछले वर्ष के चुनाव में जो तमाशा हुआ, उसके चलते गवर्नरी से फायदा उठाने की वंदना निगम की सारी योजना पर पहले ही पानी फिर गया है, और इस बार के चुनाव ही उनके लिए 'फायदा' उठाने का आखिरी अवसर है । वंदना निगम के इस आखिरी अवसर में सिंह दंपति के लिए उम्मीद भी थी और डर भी था । 30 दिसंबर को सिद्धि विनायक फार्महाउस में हुए संयुक्त अधिष्ठापन समारोह में अभिनव सिंह को मिली तवज्जो से लोगों को संकेत मिल गया कि वंदना निगम ने अभिनव सिंह की उम्मीदवारी को लेकर सिंह दंपति से 'सौदा' कर लिया है ।
इस 'सौदे' को लेकर डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच चर्चा आगे बढ़ती कि एक-दूसरे से जुड़ी दो बातें लोगों के संज्ञान में आईं - जिनमें एक बात दिल्ली में बलविंदर सैनी और अजय डैंग के बीच हुई बात/मुलाकात को लेकर थी । दरअसल डिस्ट्रिक्ट के एक लायन सदस्य के परिवार में दिल्ली में शादी का आयोजन हुआ, जिसमें हालाँकि गिनती के लायन ही उपस्थित हो सके थे; लेकिन गिनती के उन लायंस में बलविंदर सिंह और अजय डैंग भी थे । दोनों के बीच वहाँ बातें क्या हुईं, यह तो वह दोनों ही जानते होंगे - लेकिन उनके बीच हुई बातों के बाद अचानक से अजय डैंग के लिए हमदर्दी का उफान उठता देखा गया; और उनके जन्मदिन के मौके पर सोशल मीडिया में उनके प्रति व्यक्त होने वाले बधाई संदेशों की बाढ़ सी देखी गई । लोगों के संज्ञान में आने वाली यह दूसरी बात थी । इस बात पर लोगों का ध्यान दरअसल इसलिए गया क्योंकि अजय डैंग करीब छह महीने से लायनिज्म की गतिविधियों से दूर हैं - उसके बावजूद उनके जन्मदिन के मौके पर डिस्ट्रिक्ट के लोगों ने उन्हें जिस उत्साह से याद किया, उससे डिस्ट्रिक्ट के नेताओं को हैरानी हुई । सभी को लगा कि जन्मदिन के मौके पर उत्साह के साथ बधाई देने से लगता है कि अजय डैंग के साथ पिछले वर्ष जो हुआ, उसे लेकर लोगों को उनसे हमदर्दी है । कई लोगों ने तो कहना शुरू भी कर दिया कि अजय डैंग नाहक ही दीपक राज आनंद व वंदना निगम के स्वार्थी चक्कर में फँस गए और नुकसान का शिकार बन बैठे । इस बीच, इस बार पिछले वर्ष के दोनों उम्मीदवारों - अजय डैंग व नवीन गुप्ता को इस तर्क के साथ चुनवाने की बात चल पड़ी है कि इससे डिस्ट्रिक्ट में लड़ाई-झगड़े का माहौल बंद होगा, दोनों खेमे शांत होंगे और  इस तरह डिस्ट्रिक्ट में सौहार्द बनेगा । इस तर्क को दिल्ली में हुई बलविंदर सैनी तथा अजय डैंग के बीच हुई बात/मुलाकात के नतीजे के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है - और इसे अभिनव सिंह की उम्मीदवारी के लिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर  के रूप में वंदना निगम द्वारा किए गए 'सौदे' को फेल करने की बलविंदर सैनी की कार्रवाई के रूप में भी समझा जा रहा है । 
वंदना निगम के लिए मुसीबत की बात यह है कि अजय डैंग व नवीन गुप्ता को लेकर बन/बनाये जा रहे फार्मूले पर डिस्ट्रिक्ट के अधिकतर नेताओं की तरफ से सहमति ही बनती नजर आ रही है, और ऐसे में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर होने के बावजूद उनकी भूमिका ज्यादा नहीं रह जाती है । हालाँकि अजय डैंग व नवीन गुप्ता को लेकर बन रहा फार्मूला अभी सिर्फ जुबानों पर ही है, और इसके सचमुच में सफल होने को लेकर अभी दावे के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता है । अभी चूँकि अजय डैंग व नवीन गुप्ता की तरफ से कोई सक्रियता नहीं है; और इन दोनों की तरफ से कोई अभी इनकी खुलकर वकालत भी नहीं करता दिख रहा है - इसलिए इनकी उम्मीदवारी को एकतरफा रूप में हरी झंडी मिलने को लेकर अभी कोई दावा करने की स्थिति में तो नहीं है, और सारा कुछ इन दोनों के खुद के रवैये पर भी निर्भर करता है । इन दोनों के साथ हमदर्दी रखने वाले लोगों को लगता है कि इन दोनों के पक्ष में माहौल तो अच्छा बन सकता है, लेकिन इसके लिए प्रयास इन्हें ही करना होगा - इन्होंने यदि यह सोचा कि दूसरे लोग इनकी 'लड़ाई' लड़ेंगे तो बाजी इनके हाथ से निकल भी सकती है । डिस्ट्रिक्ट में लोगों को लगता है कि दीपक राज आनंद का हाल देख कर वंदना निगम ने इतना तो समझ ही लिया होगा कि ज्यादा मनमानी करना उनके लिए मुसीबतभरा साबित हो सकता है, लेकिन अजय डैंग और नवीन गुप्ता ने अपनी अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन जुटाने में कोई चूक की तो अभिनव सिंह के साथ हुआ 'सौदा' पूरा करने के लिए वंदना निगम कोई खेल भी कर सकती हैं ।