Tuesday, February 5, 2019

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की नॉर्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के चेयरमैन पंकज पेरिवाल के यहाँ पड़े छापे की खबर का हवाला देते हुए वित्त मंत्रालय को भेजी चिट्ठी ने रीजनल कॉन्फ्रेंस में खिंची तस्वीरों के जरिये केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ नजदीकी दिखाने का पंकज पेरिवाल का 'टशन' सचमुच हवा कर दिया है क्या ?

नई दिल्ली/लुधियाना । नॉर्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल की रीजनल कॉन्फ्रेंस में जुगाड़बाजी से केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल का सम्मान करने का कार्यक्रम करके पंकज पेरिवाल ने करीब सात महीने पहले लुधियाना स्थित अपने ऑफिस में पड़े इनकम टैक्स विभाग के छापे के मामले को लोगों के बीच एक बार फिर चर्चा में ला दिया है । दिलचस्प नजारा यह देखने/सुनने में आया है कि पंकज पेरिवाल अपने एक कार्यक्रम में पीयूष गोयल को बुलवा कर जब 'टशन' दिखा रहे थे, लगभग तभी पीयूष गोयल को संबोधित एक चिट्ठी भेजी गई थी जिसमें पंकज पेरिवाल के यहाँ पड़े छापे का हवाला देकर आशंका व्यक्त की गई कि केंद्रीय मंत्री के साथ अपनी नजदीकी दिखा कर पंकज पेरिवाल अपने मामले को प्रभावित करने की 'व्यवस्था' तो नहीं कर रहे हैं ? पीयूष गोयल को संबोधित तथा वित्त मंत्रालय को भेजी चिट्ठी में जुलाई महीने में लुधियाना में पंकज पेरिवाल के ऑफिस पर पड़े छापे का पूरा विवरण दिया गया है तथा उक्त छापे को लेकर स्थानीय मीडिया में प्रकाशित हुई खबरों की क्लीपिंग्स भी नत्थी की गई हैं । उक्त चिट्ठी की फोटो प्रतिलिपि 'रचनात्मक संकल्प' को भी प्राप्त हुई है । चिट्ठी में अनुरोध किया गया है कि वित्त मंत्री और मंत्रालय के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रीजनल कॉन्फ्रेंस में खिंची/खिंचवाई गई तस्वीरों के जरिये पंकज पेरिवाल वित्त मंत्री के साथ अपनी नजदीकी का संकेत और 'सुबूत' दिखा कर अपने मामले की जाँच को कहीं प्रभावित न कर/करवा लें ।
वित्त मंत्री को संबोधित और वित्त मंत्रालय को भेजी गई चिट्ठी में व्यक्त की गई आशंका इसलिए और गंभीर दिख रही है क्योंकि पंकज पेरिवाल ने कार्यक्रम में वित्त मंत्री पीयूष गोयल के साथ खिंची अपनी तस्वीरों को बड़े पैमाने पर प्रसारित किया है और इसके लिए सोशल मीडिया से लेकर रीजनल काउंसिल के संसाधनों का भरपूर उपयोग किया है । मजे की बात यह है कि रीजनल कॉन्फ्रेंस में पीयूष गोयल के सम्मान का कार्यक्रम पहले से प्रस्तावित नहीं था, और रीजनल काउंसिल के पदाधिकारियों व सदस्यों तक को उसकी भनक भी नहीं थी । खुद पंकज पेरिवाल ने काउंसिल के सदस्यों को बताया कि रीजनल कॉन्फ्रेंस जहाँ हो रही थी, उसके नजदीक ही हो रहे एक अन्य कार्यक्रम में पीयूष गोयल मौजूद थे; इसे जान/देख कर उनसे अनुरोध किया गया कि कुछ देर के लिए वह रीजनल कॉन्फ्रेंस में भी आ जाएँ - जहाँ उनका सम्मान किया जा सके, और पीयूष गोयल इसके लिए राजी हो गए । यानि पीयूष गोयल का रीजनल कॉन्फ्रेंस में आना पंकज पेरिवाल और सेंट्रल काउंसिल सदस्य राजेश शर्मा जैसे उनके साथी की जुगाड़बाजी के चलते हुआ । लोगों को शक है कि यह जुगाड़बाजी करते हुए पीयूष गोयल से इस तथ्य को भी अवश्य ही छिपाया गया होगा कि रीजनल कॉन्फ्रेंस करने वाली संस्था - नॉर्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के प्रमुख पंकज पेरिवाल, जिनके साथ उनकी तस्वीरें भी खिंचेंगी, इनकम टैक्स विभाग की जाँच-पड़ताल के 'राडार' पर हैं और जाँच-पड़ताल की प्रक्रिया में विभाग की एक टीम उनके यहाँ छापा मार चुकी है । 
जुगाड़बाजी से और पीयूष गोयल को अँधेरे में रख कर पंकज पेरिवाल ने पीयूष गोयल के साथ तस्वीरें तो खिंचवा लीं और उन्हें बड़े पैमाने पर प्रसारित भी करवा लिया, लेकिन इसके साथ ही करीब सात महीने पहले अपने यहाँ पड़े इनकम टैक्स विभाग के छापे की खबर को भी फिर से जीवित कर दिया - अन्यथा लोग उस बात को भूलभाल गए थे । पंकज पेरिवाल के नजदीकियों का कहना है कि छापे की खबर के फिर से जीवित हो उठने से अपने कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल को बुलवाने से बने/बनाये गए पंकज पेरिवाल के 'टशन' में खलल पड़ गया है । दरअसल, जैसा कि इन्हीं नजदीकियों का बताना/कहना है कि रीजनल कॉन्फ्रेंस में पीयूष गोयल के आने और तस्वीरें खिंचने/मिलने के बाद पंकज पेरिवाल खासे जोश में थे, और इतराते हुए बार बार कह रहे थे कि जिन केंद्रीय वित्त मंत्री को इंस्टीट्यूट के प्रेसीडेंट अपने कार्यक्रम में नहीं बुलवा सके, उन्हें मैंने अपने कार्यक्रम में बुलवा लिया । इस बात से पंकज पेरिवाल इतने जोश और घमंड में थे कि रीजनल काउंसिल के अपने साथी पदाधिकारियों और सदस्यों की आपत्तियों/शिकायतों को लेकर बेपरवाह बने हुए थे । नजदीकियों का कहना/बताना है कि लेकिन जैसे ही पंकज पेरिवाल को अपने यहाँ पड़े छापे का हवाला देते हुए वित्त मंत्री को संबोधित तथा वित्त मंत्रालय को भेजी गई चिट्ठी का पता चला, उनका 'टशन' और घमंड जैसे हवा हो गया और उन्होंने अपने आप को फजीहत का शिकार बनते हुए पाया ।