Saturday, May 6, 2017

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट 321 में इंटरनेशनल डायरेक्टर के चुनाव में वीएस कुकरेजा सचमुच उम्मीदवार बने रहेंगे, या जेपी सिंह के साथ कोई सौदा करके तेजपाल खिल्लन उनकी उम्मीदवारी वापस करवा देंगे

नई दिल्ली । इंटरनेशनल डायरेक्टर एंडॉर्सी पद के लिए चुनाव अभियान पर निकलने की तैयारी कर रहे वीएस कुकरेजा के 'चुनावी रथ' के चोरी हो जाने को उनके शुभचिंतकों और समर्थकों ने एक बुरे संकेत के रूप में देखा/पहचाना है - और चुनाव के प्रति और गंभीर व सतर्क होने की जरूरत को रेखांकित किया है । उल्लेखनीय है कि अपनी जिस इनोवा कार के सहारे वीएस कुकरेजा को अपने चुनाव अभियान पर निकलना था, उसके चोरी हो जाने की खबर उन्होंने खुद ही लोगों को दी है । यह ठीक है कि उनके समर्थकों व शुभचिंतकों को विश्वास है कि चुनावी जरूरत के बीच इस मुसीबत को वीएस कुकरेजा हैंडल कर लेंगे और इसके कारण अपने चुनाव अभियान को प्रभावित नहीं होने देंगे, लेकिन फिर भी उन्हें यह भी आशंका हुई है कि किन्हीं अदृश्य शक्तियों ने वीएस कुकरेजा के चुनाव अभियान में बाधा खड़ी करने के उद्देश्य से तो उनकी इनोवा की चोरी नहीं करवा दी । हालाँकि लायन राजनीति बहुत गंदी होती जा रही है और उसमें बहुत बहुत घटियापन भी होने लगा है - किंतु शुक्र है कि वीएस कुकरेजा या उनके समर्थक/शुभचिंतक इनोवा की चोरी को दिल्ली में होने वाली वाहन-चोरी की घटनाओं की श्रृंखला के रूप में ही देख/पहचान रहे हैं और उनकी तरफ से इसके पीछे विरोधियों का हाथ होने का शक प्रकट नहीं किया गया है ।
इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के लिए मल्टीपल में एंडोर्स होने के लिए यूँ तो कई उम्मीदवार हैं, लेकिन अभी मुख्य मुकाबला वीएस कुकरेजा और जेपी सिंह के बीच होने की संभावना व्यक्त की जा रही है । वीएस कुकरेजा को हालाँकि एक डमी उम्मीदवार के रूप में देखा/पहचाना जाता रहा है, और लोगों के बीच चर्चा रही है कि उन्हें तेजपाल खिल्लन ने अपने कई कई कारनामों को संभव करने के लिए विजुका के रूप में रूप 'खड़ा' किया हुआ है, और वह कभी भी वीएस कुकरेजा को पीछे खींच सकते हैं - लेकिन अभी उनकी तरफ से जिस तरह की तैयारी होती सुनी गई है, उससे लग रहा है कि तेजपाल खिल्लन इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के एंडोर्समेंट को लेकर गंभीर हैं । तेजपाल खिल्लन की गंभीरता को देखते हुए भी जेपी सिंह लेकिन चूँकि अभी तक गंभीर होते हुए नहीं दिख रहे हैं, इसलिए लोगों को हैरानी है । इस हैरानी में लोगों को लग रहा है कि जेपी सिंह ने शायद तेजपाल खिल्लन की 'गंभीरता' को खत्म करने का कोई रामबाण खोजा हुआ है, और उन्हें विश्वास है कि उचित समय पर वह उसका इस्तेमाल करेंगे - और तेजपाल खिल्लन का 'गुस्सा' शांत कर देंगे । जेपी सिंह अभी 'उस' रामबाण का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो शायद इसलिए कि वह देख लेना चाहते हैं कि तेजपाल खिल्लन के भरोसे वीएस कुकरेजा कितना ऊपर तक उड़ पाते हैं ? जेपी सिंह के नजदीकियों के अनुसार, जेपी सिंह को लगता है कि हो सकता है कि वीएस कुकरेजा ज्यादा ऊपर तक न उड़ पाएँ और खुद ही नीचे बैठ जाएँ ?
वीएस कुकरेजा को लेकर दरअसल उनके हो सकने वाले समर्थकों को भी शक है कि वह मुकाबले में बने भी रह सकेंगे क्या ? जो लोग उन्हें जानते हैं, उनका कहना है कि एक उम्मीदवार के रूप में व्यवहार कर सकना उनके लिए संभव ही नहीं है, और इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव को अफोर्ड करना उनके बस की बात नहीं है । वीएस कुकरेजा के पास बस एक ही ताकत है - और वह है तेजपाल खिल्लन का संग/साथ । लेकिन चूँकि वह पूरी तरह से तेजपाल खिल्लन के भरोसे हैं - इसलिए लोगों के बीच लाख टके का सवाल यह है कि तेजपाल खिल्लन का संग/साथ वीएस कुकरेजा की ताकत साबित होगा, या उनकी कमजोरी । दरअसल हर किसी को लग रहा है कि वीएस कुकरेजा की उम्मीदवारी को तेजपाल खिल्लन अपने स्वार्थ के लिए बनाए हुए हैं, और जब भी उन्हें यह लगेगा कि वीएस कुकरेजा की उम्मीदवारी को छोड़ देने से उनका स्वार्थ पूरा हो जाएगा - वह वीएस कुकरेजा की उम्मीदवारी को छोड़ देने में देर नहीं लगायेंगे ।
तेजपाल खिल्लन का स्वार्थ क्या है - इसे लेकर जितने मुँह उतनी बातें हैं । तेजपाल खिल्लन के 'व्यवहार' को देखते रहे लोगों को कहना है कि वह वास्तव में हीनग्रंथि का शिकार हैं । उनके साथ बिडंवना यह है कि हालाँकि मल्टीपल में वह सबसे समर्थ लायन नेता हैं - लायन राजनीति करने के लिए जो कुछ भी चाहिए होता है, वह उनके पास प्रचुर मात्रा में है; लेकिन फिर भी उनकी राजनीतिक पहचान और हैसियत एक डिस्ट्रिक्ट के एक नेता भर की है - दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के साथ साथ उनके अपने डिस्ट्रिक्ट में लोग उन्हें लायनिज्म के एक व्यापारी के रूप में जानते/पहचानते हैं और इसी नाते लीडरशिप भी उन्हें कोई खास तवज्जो नहीं देती है । तेजपाल खिल्लन ने अपने डिस्ट्रिक्ट में पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर केएम गोयल की बुरी हालत कर रखी है; लायन राजनीति करने के लिए जो कुछ भी चाहिए होता है, केएम गोयल के पास उसमें से कुछ भी नहीं है - लेकिन फिर भी लोगों के बीच और लीडरशिप में केएम गोयल की पहचान और हैसियत तेजपाल खिल्लन से कहीं कहीं ज्यादा है । तेजपाल खिल्लन के फ्रस्ट्रेशन का आलम यह है कि अपने डिस्ट्रिक्ट में वह अपनी मर्जी से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनाते/बनवाते हैं, लेकिन फिर भी वह दोबारा से खुद डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने के लिए लाइन में लग गए हैं । यह बात वास्तव में उनकी छोटी सोच और विकल्पहीनता के शिकार होने का ही सुबूत है । दरअसल इसीलिए हर तरह से समर्थ होने के बावजूद वह ऐसा कोई काम नहीं कर सके हैं, जिससे लोगों के बीच उनकी खास पहचान बन सके और उनके लिए सम्मान बने । कुल मिलाकर लायन राजनीति में भी वह सिर्फ एक सौदागर ही बन सके हैं - राजनीति के खिलाड़ी जानते हैं कि राजनीति के सौदागरों के साथ कैसे सौदा किया जाता है ।
तेजपाल खिल्लन के तौर-तरीकों से परिचित लोगों को इसीलिए लगता है कि इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में भी तेजपाल खिल्लन कोई न कोई सौदा कर लेंगे और तब वीएस कुकरेजा के सामने अपनी उम्मीदवारी से पीछे हटने के अलावा कोई चारा नहीं रह जाएगा । जेपी सिंह जिस तरह से वीएस कुकरेजा की उम्मीदवारी के प्रति निश्चिन्त से बने नजर आ रहे हैं, उससे भी लोगों को लग रहा है कि उन्हें विश्वास है कि वीएस कुकरेजा के साथ चुनाव की नौबत नहीं आएगी । लोगों को भी लगता है कि जेपी सिंह जिस दिन नरेश अग्रवाल से तेजपाल खिल्लन की बात/मुलाकात करवा देंगे और उनसे तेजपाल खिल्लन को 'तवज्जो' दिलवा देंगे, उस दिन तेजपाल खिल्लन - वीएस कुकरेजा की उम्मीदवारी को वापस करवा कर जेपी सिंह की उम्मीदवारी का झंडा उठा लेंगे । हालाँकि तेजपाल खिल्लन के नजदीकियों का कहना है कि इस बार जेपी सिंह और या नरेश अग्रवाल के लिए तेजपाल खिल्लन से सौदा करना आसान नहीं होगा, और तेजपाल खिल्लन आसानी से जेपी सिंह को सफल नहीं होने देंगे । लोगों के अपने अपने दावे हैं - उन दावों की सच्चाई अगले कुछ दिनों में जेपी सिंह और वीएस कुकरेजा की तरफ की तैयारी को देख कर ही पहचानी जा सकेगी; और तभी संकेत मिलेगा कि इंटरनेशनल डायरेक्टर पद की चुनावी लड़ाई किस दिशा में आगे बढ़ती है ।